संत सीचेवाल फिलीपींस में भारतीय राजदूत से मिले:सिखों के हेलमेट ना पहनने पर विवाद, ज्ञापन सौंपकर पगड़ी के सम्मान की मांग
फिलीपींस के मनीला में राज्यसभा सदस्य संत बलवीर सिंह सीचेवाल ने भारतीय राजदूत हर्ष कुमार जैन से मुलाकात की। मुलाकात में सीचेवाल ने सीबू टापू में सिख समुदाय को बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने के लिए मजबूर किए जाने का मुद्दा उठाया। सीबू टापू के सिख परिवारों ने संत सीचेवाल को एक ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में बताया गया कि बाइक चलाते समय हेलमेट न पहनने पर सिखों के चालान काटे जा रहे हैं। सीचेवाल ने कहा कि पगड़ी सिख धर्म और पंजाबी संस्कृति की पहचान है। उन्होंने इस मुद्दे को फिलीपींस सरकार के समक्ष उठाने की अपील की। पासपोर्ट संबंधी समस्याओं पर भी चर्चा आधे घंटे से अधिक चली इस मुलाकात में पासपोर्ट संबंधी समस्याओं पर भी चर्चा हुई। सीचेवाल ने बताया कि प्रवासी पंजाबी अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा भारत में स्कूल, अस्पताल और खेल मैदानों के विकास में लगाते हैं। भारतीय राजदूत और उनके स्टाफ ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना। उन्होंने इन समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया। मुलाकात के दौरान राजदूत ने संत सीचेवाल को किताबों का एक सेट भी भेंट किया। संत सीचेवाल को किताबों का सेट भेंट भारतीय राजदूत ने संत सीचेवाल को सिखों से संबंधित और भारत-फिलीपींस संबंधों पर आधारित किताबों का सेट भेंट किया। भारतीय राजदूत ने संत सीचेवाल की इस बात की सराहना की कि वह देश की नदियों और दरियाओं को प्रदूषण मुक्त करने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। भारतीय राजदूत ने कहा कि आज पूरा संसार वैश्विक गर्मी से जूझ रहा है और इसे कम करने के लिए बड़े स्तर पर वृक्षारोपण की जरूरत है। इस अवसर पर भारतीय राजदूत के निजी सचिव निलेश कुमार राय, मनजिंदर सिंह, हैप्पी मनीला, जैमज कुमार आदि भी उपस्थित थे।

संत सीचेवाल फिलीपींस में भारतीय राजदूत से मिले: सिखों के हेलमेट ना पहनने पर विवाद
फिलीपींस में संत सीचेवाल ने भारतीय राजदूत से मुलाकात की, जहां सिख समुदाय के लिए हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को लेकर विवाद को उठाया गया। संत सीचेवाल ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की और सिखों की पगड़ी के सम्मान की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा।
पृष्ठभूमि
फिलीपींस में सिख समुदाय के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किए जाने को लेकर कई विवाद उठ चुके हैं। यह मुद्दा विश्वभर में सिख समुदाय की पहचान और उनके धार्मिक प्रतीकों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। संत सीचेवाल ने सिखों की धार्मिक परंपराओं की रक्षा के लिए भारतीय राजदूत से इस संदर्भ में बातचीत की।
ज्ञापन की मुख्य बातें
ज्ञापन में संत सीचेवाल ने जोर देकर कहा कि पगड़ी केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं है, बल्कि यह सिखों की पहचान और सम्मान का भी प्रतीक है। उन्होंने भारतीय राजदूत से अनुरोध किया कि वह इस मुद्दे को स्थानीय सरकार के समक्ष उठाएं ताकि सिख समुदाय को सम्मान के साथ जीने का अधिकार मिले।
सिखों की पगड़ी का महत्व
पगड़ी, सिख धर्म का एक अभिन्न हिस्सा है, जो न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक पहचान को भी दर्शाता है। संत सीचेवाल ने सिख समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया और यह बताया कि किसी भी प्रकार का बदलाव उनके लिए अत्यंत संवेदनशील है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर सिख समुदाय के सदस्यों ने संत सीचेवाल के प्रगतिशील कदम की सराहना की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय राजदूत के माध्यम से उनकी आवाज सुनी जाएगी और सकारात्मक परिणाम आएंगे।
भविष्य के कदम
संत सीचेवाल और सिख समुदाय की ओर से की गई यह पहल केवल हेलमेट विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सिख पहचान के प्रति व्यापक जागरूकता पैदा करने का प्रयास है। यह मुद्दा न केवल सिखों के लिए, बल्कि वैश्विक मानवाधिकारों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है।
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