उन्नाव में 5 हजार रिश्वत लेते कानूनगो गिरफ्तार:सरकारी आवास से एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा, मुकदमा दर्ज

उन्नाव जिले में गुरुवार देर शाम एंटीकरप्शन लखनऊ टीम ने हसनगंज तहसील में तैनात कानूनगो अनिल पाण्डेय को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। टीम ने उन्हें हसनगंज एसडीएम कॉलोनी स्थित उनके सरकारी आवास से धर दबोचा। इसके बाद आरोपी को अजगैन कोतवाली ले जाया गया, जहां देर रात उनकी गिरफ्तारी का मामला दर्ज किया गया और फिर उन्हें मेडिकल जांच के लिए सीएचसी भेजा गया। पैमाइश के लिए मांगी थी रिश्वत सूत्रों के मुताबिक, कानूनगो अनिल पाण्डेय परगना मोहान अकबरपुर और हसनगंज क्षेत्र में तैनात थे। मामला तब सामने आया जब हसनगंज तहसील क्षेत्र के निवासी जावेद ने अपनी जमीन की पैमाइश कराने के लिए कानूनगो से संपर्क किया। जावेद ने धारा 24 के तहत पैमाइश की गुहार लगाई, जिसके जवाब में कानूनगो ने पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। रिश्वत मांगने के बाद जावेद ने इसकी सूचना एंटीकरप्शन संगठन को दी। इसके बाद टीम ने योजना बनाकर कानूनगो को रंगे हाथों पकड़ने का फैसला किया। गुरुवार शाम, एसडीएम आवास के पास अनिल पाण्डेय पांच हजार रुपये लेते ही टीम के हत्थे चढ़ गए। इस कार्रवाई की खबर लगते ही पूरे राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया। पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी हसनगंज तहसील में रिश्वतखोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं। 2019 में माखी परगना में तैनात राजस्व निरीक्षक गोकरण पाल को भी एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था। इसी तरह, 10 मई 2019 को सीबीआई एसीबी टीम ने उप डाकघर के बाबू सुशील शर्मा को भी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। रिश्वतखोरी के बिना नहीं होता काम स्थानीय निवासियों का कहना है कि सरकारी विभागों में रिश्वत दिए बिना कोई काम नहीं होता। लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने से डरते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि शिकायत करने पर उनका काम और अधिक उलझ सकता है। इस घटनाक्रम ने जिले में भ्रष्टाचार की समस्या को एक बार फिर से उजागर किया है। टीम की सराहना, लेकिन स्थायी समाधान की जरूरत पीड़ित जावेद और अन्य स्थानीय निवासियों ने एंटीकरप्शन टीम की कार्रवाई की सराहना की। टीम ने कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। हालांकि, लोगों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई को स्थायी समाधान में बदलने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

Oct 24, 2024 - 21:25
 51  501.8k
उन्नाव में 5 हजार रिश्वत लेते कानूनगो गिरफ्तार:सरकारी आवास से एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा, मुकदमा दर्ज
उन्नाव जिले में गुरुवार देर शाम एंटीकरप्शन लखनऊ टीम ने हसनगंज तहसील में तैनात कानूनगो अनिल पाण्डेय को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। टीम ने उन्हें हसनगंज एसडीएम कॉलोनी स्थित उनके सरकारी आवास से धर दबोचा। इसके बाद आरोपी को अजगैन कोतवाली ले जाया गया, जहां देर रात उनकी गिरफ्तारी का मामला दर्ज किया गया और फिर उन्हें मेडिकल जांच के लिए सीएचसी भेजा गया। पैमाइश के लिए मांगी थी रिश्वत सूत्रों के मुताबिक, कानूनगो अनिल पाण्डेय परगना मोहान अकबरपुर और हसनगंज क्षेत्र में तैनात थे। मामला तब सामने आया जब हसनगंज तहसील क्षेत्र के निवासी जावेद ने अपनी जमीन की पैमाइश कराने के लिए कानूनगो से संपर्क किया। जावेद ने धारा 24 के तहत पैमाइश की गुहार लगाई, जिसके जवाब में कानूनगो ने पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। रिश्वत मांगने के बाद जावेद ने इसकी सूचना एंटीकरप्शन संगठन को दी। इसके बाद टीम ने योजना बनाकर कानूनगो को रंगे हाथों पकड़ने का फैसला किया। गुरुवार शाम, एसडीएम आवास के पास अनिल पाण्डेय पांच हजार रुपये लेते ही टीम के हत्थे चढ़ गए। इस कार्रवाई की खबर लगते ही पूरे राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया। पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी हसनगंज तहसील में रिश्वतखोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं। 2019 में माखी परगना में तैनात राजस्व निरीक्षक गोकरण पाल को भी एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था। इसी तरह, 10 मई 2019 को सीबीआई एसीबी टीम ने उप डाकघर के बाबू सुशील शर्मा को भी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। रिश्वतखोरी के बिना नहीं होता काम स्थानीय निवासियों का कहना है कि सरकारी विभागों में रिश्वत दिए बिना कोई काम नहीं होता। लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने से डरते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि शिकायत करने पर उनका काम और अधिक उलझ सकता है। इस घटनाक्रम ने जिले में भ्रष्टाचार की समस्या को एक बार फिर से उजागर किया है। टीम की सराहना, लेकिन स्थायी समाधान की जरूरत पीड़ित जावेद और अन्य स्थानीय निवासियों ने एंटीकरप्शन टीम की कार्रवाई की सराहना की। टीम ने कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। हालांकि, लोगों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई को स्थायी समाधान में बदलने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow