काशी में सज गया तीन दिवसीय पटाखा बाजार:शहर के कई इलाकों में लगीं अस्थायी दुकानें, ग्रीन पटाखों की है भरमार
दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर के कई स्थानों पर तीन दिवसीय अस्थायी पटाखा बाजार की अनुमति दी है। इन सभी स्थानों पर 15 से 20 दुकानें 3 दिन का अस्थायी लाइसेंस लेकर लगाईं गई है। सरकार और कोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप है। इन दुकानों पर हरित पटाखे (ग्रीन पटाखे) बेचे जा रहे हैं। इन दुकानों में सुरक्षा की दृष्टि से फायर एक्सटेंशन की व्यवस्था की गई है। साथ ही पानी की बाल्टी और बालू की बोरियां रखीं गई है। ताकि की किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। वाराणसी में सिद्धगिरीबाग, नाटी इमली मैदान, नगवा, कटिंग मेमोरियल स्कूल का मैदान, बेनियाबाग आदि कई स्थानों पर अस्थायी बाजार लगाया गया है। वाराणसी में धनतेरस, छोटी दिवाली और दिवाली के दिन के लिए कैसा पटाखों का बाजार सजा है ? यहां सुरक्षा कि क्या व्यवस्था है? पटाखे किस तरह के डिमांड में हैं और दुकानदारों को महंगाई में कैसा बिजनेस होने की आस है ? इन सब पर वाराणसी के अस्थायी दुकानदारों से बात की; पेश है खास रिपोर्ट... सबसे पहले देखिए अस्थायी पटाखा मार्केट की तीन तस्वीरें ... वाराणसी के सिध्दगिरि बाग में सजा है अस्थायी बाजार वाराणसी में स्थानों के साथ ही साथ शहर के सिगरा इलाके के सिद्धगिरीबाग में अस्थायी पटाखे की मार्केट सजाई गई है। यहां कुल 15 दुकानें लगाईं गई है। दुकानदार अमन ने बताया राम कृष्ण विद्या मंदिर में अस्थायी लाइसेंस मिलने के बाद आतिशबाजी की दूकान लगाईं है। पिछले 5 साल से यहां दुकान लगा रहे हैं। आज से मार्केट शुरू हुई है। अभी सन्नाटा है अब आगे देखिये क्या होता है। सुरक्षा के सम्पूर्ण इंतजाम एक अन्य दूकानदार मोहम्मद शाकिर खान ने बताया हमें तीन दिन का लाइसेंस मिलता है। शाकर खान ने बताया हम पुराने आतिशबाज है। ऐसे में शादी विवाह में जलाई जाने वाली महताबी। मिटटी वाला हमारे पास मौजूद है। जिनकी कीमत 120 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक है। शाकिर ने बताया हरित पटाखे ज्यादा हैं। इसके अलावा सुरक्षा के संपूर्ण इंतजाम यहां प्रशासन द्वारा किया गया है। महंगाई से बाजार में सन्नाटा मोनू ने बताया- हम तीन दिनों तक अस्थायी लाइसेंस लेकर अपनी छोटी की जीविका को उत्तम बनाते हैं। मोनू ने कहा इस बार मार्किट में सिर्फ ग्रीन पटाखे ही मिलेंगे। इनमे धुंआ नहीं है साथ ही किसी तरह का कोई साइडइफेक्ट नहीं होता। वहीं उन्होंने आगे कहा कि मार्केट चल रही है। पहले वाली स्थिति नहीं रह गयी है। बस काम चल रहा। महंगाई की वजह से थोड़ा बाजार कम है। अब जानिए लोगों ने क्या कहा और सुरक्षा के कैसे हैं इन बाजारों में इंतजाम... बढ़ी है महंगाई, खरीदें हरित पटाखे पटाखा खरीद रहे सत्यम श्रीवास्तव ने बताया- इस वर्ष दुकानों में पटाखे देखकर लग रहा है कि महंगाई काफी ज्यादा बढ़ी है। क्योंकि जो दाम है वो काफी ज्यादा है। वहीं सत्यम ने बताया हरित पटाखों की भरमार है और मैंने हरित पटाखा जिसे ग्रीन क्रेकर्स कहते हैं पहले भी बजाया है और इसबार भी ले रहा हूं। सभी से अपील है कि वो हरित पटाखे ही खरीदें। फुलझड़ी के साथ बुलट बम भी अच्छा वहीं अपने पिता के साथ पटाखे खरीदने पहुंची पंखुड़ी ने कहा- दिवाली पर फुलझड़ी और बम बजाना अच्छा लगता है। तेज आवाज का बम तो नहीं बजाती पर फिर भी बुलट बम लेकर जा रही हूं। पापा बजाएंगे और मै देखूंगी। पंखुड़ी ने हरित पटाखा लेने पर जोर दिया। जगह-जगह रखी है बालू की बोरियां और पानी की बाल्टी सिद्धगिरी बाग अस्थायी पटाखा बाजार में सभी दुकानों के पास बालू रखा गया है। इसके अलावा बाल्टी में पानी की व्यवस्था है। वहीं दुकानदारों ने अपनी दुकानों में आग बुझाने का इंतेजाम कर रखा है।
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