कुल्लू में देवदार की लकड़ी से भरी वैन पकड़ी:ड्राइवर फरार, डीएफओ बोले- इसकी कीमत एक लाख से ज्यादा
कुल्लू में वन विभाग ने वन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पार्वती वन मंडल के कर्मचारियों ने रात में गश्त के दौरान दोहरानाला में देवदार के 16 स्लीपर जब्त किए हैं। पार्वती वन मंडल की टीम वन परिक्षेत्र अधिकारी भुंतर भूपिन्द्र कुमार के नेतृत्व में गश्त कर रही थी। टीम ने डाबरी के पास एक संदिग्ध वैन को रोका। वैन की जांच में देवदार के 16 स्लीपर मिले। ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकला। पार्वती वन मंडल के डीएफओ प्रवीण ठाकुर ने बताया कि जब्त की गई लकड़ी की कीमत करीब 1.03 लाख रुपए है। उन्होंने कहा कि वन माफिया के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। वन मंडल के सभी कर्मचारियों को अवैध कटान रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। कार्रवाई में बीओ रीना कुमारी, वनरक्षक भूपेन्द्र, वनरक्षक सुशील कुमार और वनरक्षक अमित कुमार की टीम शामिल थी।

कुल्लू में देवदार की लकड़ी से भरी वैन पकड़ी
कुल्लू जिले में हाल ही में एक बड़ी घटना सामने आई है, जहाँ पुलिस ने देवदार की लकड़ी से भरी एक वैन को पकड़ा है। यह घटना क्षेत्र में पर्यावरण सुरक्षा और अवैध वनोपज के व्यापार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। डीएफओ (डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) के अनुसार, पकड़ी गई लकड़ी की कीमत एक लाख से अधिक है, जो इस अवैध कारोबार के गंभीर पहलुओं को उजागर करती है।
वैन से बरामद लकड़ी की जानकारी
वैन के अंदर कई घन देवदार की लकड़ी के टुकड़े भरे हुए थे, जिन्हें बिना किसी वैध अनुमति के परिवहन किया जा रहा था। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और वैन को रोक लिया। ड्राइवर इस दौरान मौके से फरार हो गया, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या वह इस अवैध व्यापार का एक हिस्सा था या बस एक संयोगवश यहाँ आया था।
डीएफओ का बयान
डीएफओ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "यह लकड़ी का व्यापार न केवल अवैध है बल्कि यह हमारे पर्यावरण के लिए भी खतरा है। हमें इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इसे रोका जा सके।" उनके अनुसार, देवदार की लकड़ी की माँग बढ़ने के कारण ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जो वन्यजीवों और प्राकृतिक संसाधनों के लिए खतरे की घंटी है।
कुल्लू में वनों की सुरक्षा
कुल्लू क्षेत्र में वनों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कई उपाय किए हैं। लेकिन इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि अभी भी सुधार की गुंजाइश है। स्थानीय लोगों को भी इस विषय में जागरूक करने की जरूरत है ताकि वे अवैध वनोपहत को रोकने में सहायता कर सकें। इस मामले में और जानकारी का इकट्ठा करना आवश्यक है ताकि पूरे नेटवर्क के बारे में पता चल सके।
इस प्रकार की घटनाओं के बावजूद, सरकार और प्रशासन अवैध वनोपजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जारी रखे हुए हैं।
अंत में, यह स्पष्ट है कि अवैध तस्करी से निपटना और वनों का संरक्षण करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इस मामले से जुड़े ताजा अपडेट के लिए, कृपया News by indiatwoday.com पर नियमित रूप से चेक करते रहें। Keywords: कुल्लू, देवदार की लकड़ी, वैन पकड़ी, ड्राइवर फरार, डीएफओ, वन्यजीव संरक्षण, अवैध लकड़ी व्यापार, कुल्लू समाचार, वनों की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण.
What's Your Reaction?






