चंबा में मेडिकल स्टोर पर छापा:स्टूडेंट्स को नशीली दवाइयां बेच रहा था, अवैध गोलियां बरामद
चंबा में मेडिकल स्टोर चालक स्टूडेंट्स को नशीली दवाइयां बेच रहा था, जिस पर आज पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की है। ये कार्रवाई सलूणी के दुत्ता गांव में की गई है। बिना लाइसेंस चल रहे इस मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाइयां बरामद की गई हैं। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी आशिक मोहम्मद (35) स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स को नशीली दवाएं बेच रहा है। टीम ने आरोपी के दुकान, घर और गौशाला पर छापेमारी की। वहां से बड़ी मात्रा में अवैध नशीली टैबलेट और कैप्सूल बरामद हुए। आरोपी आशिक मोहम्मद गांव दुत्ता का रहने वाला है। पुलिस ने मौके पर ही सभी दवाइयों को सील कर दिया। आरोपी के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी लंबे समय से इस अवैध कारोबार में लिप्त था। डीएसपी रंजन शर्मा ने मामले की पुष्टि की है। स्थानीय प्रशासन ने ऐसे अवैध मेडिकल स्टोर और नशीली दवाओं की बिक्री पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की अवैध गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।

चंबा में मेडिकल स्टोर पर छापा: स्टूडेंट्स को नशीली दवाइयां बेच रहा था, अवैध गोलियां बरामद
चंबा जिले में हाल ही में एक मेडिकल स्टोर पर छापे के दौरान पुलिस ने महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इस छापे में, पुलिस ने इस मेडिकल स्टोर से नशीली दवाइयों और अवैध गोलियों को बरामद किया, जो कि स्थानीय छात्रों को बेची जा रही थीं। यह मामला न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि यह न्यायिक प्रणाली की ओर एक बड़ा सवाल भी उठाता है।
छापे का विवरण
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने सूचना के आधार पर इस मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। छापे के दौरान वहां से बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां और अवैध गोलियां मिलीं, जो कि छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी थीं। इस मामले की जांच चल रही है और पुलिस संबंधित लोगों को पकड़ने के प्रयास में जुटी हुई है।
समाज पर प्रभाव
इस तरह की गतिविधियां न केवल युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करती हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी फैलाती हैं। नशीली दवाइयों के सेवन से युवा पीढ़ी की जिंदगी प्रभावित हो सकती है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि छात्रों और युवाओं को नशीली दवाओं के सेवन से बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जरूरतमंदों के लिए सहायता और परामर्श सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस तरह के मामलों के लिए समाज को एकजुट होना होगा और नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देना होगा। छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन करना, उनकी भलाई के लिए बेहद आवश्यक है।
अंततः, इस मामले ने फिर से इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया है कि कैसे नशीली दवाइयों की बिक्री को नियंत्रित करना आवश्यक है। इस दिशा में कड़ी कार्रवाई और प्रतिबंधों की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
चंबा में मेडिकल स्टोर पर छापे के बाद, स्थानिक सरकार और पुलिस दोनों इस दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं। यह आवश्यक है कि सभी मिलकर इस आरोपों को खत्म करने के लिए कदम उठाएं।
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