चीन में नहीं बिकेंगे टेस्ला के दो मॉडल:मस्क ने रोक लगाई; चीन के अमेरिकी सामान पर 125% टैरिफ के बाद फैसला
अरबपति अमेरिकी बिजनेसमैन और ट्रम्प प्रशासन में उनके सहयोगी इलॉन मस्क ने चीन में टेस्ला कार के दो मॉडल की बिक्री रोक दी है। चीन के अमेरिकी सामानों पर 125% टैरिफ लगाने के बीच यह फैसला लिया गया है। ये दोनों मॉडल प्रीमियम कारों के हैं, जिनके नाम Model S और Model X है। ये दोनों मॉडल अमेरिका के कैलिफोर्निया प्लांट में बनते हैं। चीन में टेस्ला की वेबसाइट ने शुक्रवार को दोनों ही मॉडल के लिए ऑर्डर का ऑप्शन हटा दिया है। हालांकि कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इसकी वजह नहीं बताई है। अमेरिकी सामानों पर चीन को टैरिफ को ही इसकी वजह माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में पहले ही इन मॉडल की सेल लिमिटेड थी, क्योंकि ये दोनों ही महंगे मॉडल हैं। अमेरिका के 145% टैरिफ के जवाब में चीन का 125% टैरिफ डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बनने के बाद से 10 अप्रैल तक चीन पर 145% एक्स्ट्रा टैरिफ लगा चुके हैं। इसके जवाब में चीन ने भी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सामानों पर 125% टैरिफ लगा दिया है। ट्रम्प ने 2 अप्रैल को चीन और भारत समेत 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की थी। तब ट्रम्प ने चीन के 67% टैरिफ के जवाब में 34% टैरिफ लगाया था। चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिका पर एक्स्ट्रा 34% टैरिफ लगाया। तब से अब तक दोनों देश 2 बार टैरिफ बढ़ा चुके हैं। दूसरी तरफ ट्रम्प ने 10 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगा दी है। हालांकि ट्रम्प ने चीन पर लगे टैरिफ पर रोक नहीं लगाई है। इससे दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर शुरू हो गया है। अमेरिका के बाहर चीन में टेस्ला की पहली फैक्ट्री टेस्ला ने अमेरिका के बाहर अपनी पहली फैक्ट्री चीन में शुरू की थी। 2020 में शुरू हुई इस फैक्ट्री का नाम शंघाई गीगाफैक्ट्री है। टेस्ला यहां अपने मॉडल X और Y का प्रोडक्शन करती है। यहां से इन्हें चीन और दूसरे देशों में बेचा जाता है। शंघाई में टेस्ला की यह फैक्ट्री बेहद खास है। टेस्ला को चीन में बिना किसी लोकल पार्टनर के फैक्ट्री खोलने की मंजूरी मिली थी। चीन में ऐसा पहली बार हुआ था। इलॉन मस्क के चीन के शीर्ष नेताओं तक पहुंच रही है। NYT की रिपोर्ट के मुताबिक शंघाई के पूर्व मेयर और चीन के वर्तमान प्रधानमंत्री ली च्यांग के साथ करीबी रिश्ते रहे हैं। ट्रम्प के टैरिफ वॉर पर चुप हैं मस्क इलॉन मस्क ने अब तक चीन के साथ ट्रम्प के टैरिफ वॉर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि NYT की रिपोर्ट के मुताबिक मस्क ने अनौपचारिक तरीके से ट्रम्प के साथ इस मुद्दे पर बात की है। मस्क का व्हाइट हाउस सलाहकार पीटर नवारो के साथ सार्वजनिक तौर पर विवाद भी हो चुका है। पीटर नवारो ट्रम्प की ट्रेड पॉलिसी के प्रमुख रणनीतिकारों में शामिल हैं। -------------------------------------- ट्रम्प के टैरिफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.... अब चीन ने अमेरिका पर 125% टैरिफ लगाया:जिनपिंग बोले- हम दबाव के आगे नहीं झुकते; अमेरिका ने 145% टैरिफ लगाया था अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के 145% टैरिफ के जवाब में अब चीन ने 125% टैरिफ लगा दिया है। ये कल से लागू होगा। चीन ने कहा है कि अब वह अमेरिका की तरफ से लगाए जाने वाले किसी भी अतिरिक्त टैरिफ का जवाब नहीं देगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...

चीन में नहीं बिकेंगे टेस्ला के दो मॉडल: मस्क ने रोक लगाई
चीन, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के सबसे बड़े बाजारों में से एक है, अब टेस्ला के दो प्रमुख मॉडल के लिए निराशाजनक खबरें सुनेगा। टेस्ला के CEO एलन मस्क ने हाल ही में घोषणा की है कि उनके दो मॉडल चीन में बेचे नहीं जाएंगे। यह निर्णय अमेरिकी सामान पर 125% टैरिफ लगाए जाने के बाद लिया गया है, जो कि चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनावों का परिणाम है।
चीन में टेस्ला के भविष्य पर प्रभाव
मस्क का यह निर्णय चीन में टेस्ला के संचालन के लिए एक बड़ा झटका है। टेस्ला की गाड़ियों की बिक्री में गिरावट के पीछे यह टैरिफ मुख्य कारण है। इन टैरिफ के कारण, टेस्ला की कीमतें चीन में बढ़ गई हैं, जिससे उपभोक्ता प्रतिस्पर्धी विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं। यह कदम टेस्ला के व्यवसाय में दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि कंपनी को अब अन्य तरीकों से अपने बाजार को बनाए रखने की जरूरत पड़ेगी।
प्रतिस्पर्धा क्या कहती है?
चीन का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार पहले से ही प्रतिस्पर्धी है, जिसमें कई स्थानीय निर्माता हैं, जो कम कीमतों पर अपने उत्पाद पेश कर रहे हैं। टेस्ला को अब अपने प्रतिस्पर्धियों के सामने और ज्यादा चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, बीवाईडी, एनइवी और अन्य स्थानीय कंपनियां, जो पहले से ही बाज़ार में मजबूत स्थिति में हैं, शायद इस मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं।
समस्या का समाधान
टेस्ला को इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए रणनीति बदलने की आवश्यकता है। संभवतः उन्हें अपनी उत्पादन लागत को कम करने और कीमतों को प्रतिस्पर्धी रखने के नए तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके अलावा, स्थानीय भागीदारी और इंजीनियरिंग में निवेश करना भी उन्हें मदद कर सकता है।
अंत में, चीन के बाजार में टेस्ला की प्रेरणा और प्रतिबद्धता को बनाए रखने के लिए मस्क को आवश्यक निर्णय लेने की आवश्यकता होगी। आने वाले समय में देखते हैं कि क्या टेस्ला अपने रणनीतियों में परिवर्तन करता है या फिर चीन में अपनी उपस्थिति को कम कर देता है।
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