जातिवाद से ऊपर उठकर धर्म संरक्षण के लिए करें कार्य:बलिया में बोले जगतगुरु जयकांताचार्य, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुए सिंहासन पर आसीन

बलिया के नगवां गांव स्थित शहीद मंगल पांडेय स्मारक में बुधवार को सदधर्म सिंहासनारोहण कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। नगवां निवासी डॉ. जय गणेश चौबे को जगतगुरु जयकांताचार्य के रूप में मान्यता मिली है। उन्हें वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधि-विधान के साथ सिंहासन पर आसीन कराया गया। यह अद्भुत क्षण अयोध्या से पधारे कौशलेश पीठाधीश्वर जगतगुरु वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज की उपस्थिति में संपन्न हुआ। वासुदेवाचार्य जी ने किया सम्मानित, जयकांताचार्य को बताया योग्य कार्यक्रम के दौरान वासुदेवाचार्य जी ने जयकांताचार्य जी को सिंहासन प्रदान करते हुए कहा कि उनके भीतर जगतगुरु के पद को सुशोभित करने के सभी गुण मौजूद हैं। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म को संरक्षण और मजबूती देने के लिए जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य करना अनिवार्य है।" शहीद मंगल पांडेय स्मारक में उमड़ी हजारों की भीड़ ने पुष्पवर्षा, आरती और पूजन के माध्यम से वासुदेवाचार्य जी का भव्य स्वागत किया। इसके बाद विधिवत पूजन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सिंहासनारोहण की प्रक्रिया पूरी हुई। कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों महिला-पुरुषों को आयोजकों द्वारा कंबल और साड़ी का वितरण किया गया। इससे कार्यक्रम सामाजिक सेवा और धर्म का संगम बन गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, दर्जा प्राप्त मंत्री विजय विक्रम सिंह, और अवध बिहारी चौबे समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अतिरिक्त डॉ. जनार्दन राय, चंद्रप्रकाश पाठक, रामकृष्ण तिवारी, उत्कर्ष सिंह, अनमोल पाठक, और लाल सिंह जैसे प्रमुख लोग भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। धर्म की रक्षा के लिए संकल्प कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने धर्म की रक्षा और सामाजिक एकता के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। आयोजकों ने इसे क्षेत्र का ऐतिहासिक आयोजन बताया, जिसमें सनातन परंपरा के संरक्षण और संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाए गए। देखें फोटो...

Nov 27, 2024 - 18:45
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जातिवाद से ऊपर उठकर धर्म संरक्षण के लिए करें कार्य:बलिया में बोले जगतगुरु जयकांताचार्य, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुए सिंहासन पर आसीन
बलिया के नगवां गांव स्थित शहीद मंगल पांडेय स्मारक में बुधवार को सदधर्म सिंहासनारोहण कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। नगवां निवासी डॉ. जय गणेश चौबे को जगतगुरु जयकांताचार्य के रूप में मान्यता मिली है। उन्हें वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधि-विधान के साथ सिंहासन पर आसीन कराया गया। यह अद्भुत क्षण अयोध्या से पधारे कौशलेश पीठाधीश्वर जगतगुरु वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज की उपस्थिति में संपन्न हुआ। वासुदेवाचार्य जी ने किया सम्मानित, जयकांताचार्य को बताया योग्य कार्यक्रम के दौरान वासुदेवाचार्य जी ने जयकांताचार्य जी को सिंहासन प्रदान करते हुए कहा कि उनके भीतर जगतगुरु के पद को सुशोभित करने के सभी गुण मौजूद हैं। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म को संरक्षण और मजबूती देने के लिए जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य करना अनिवार्य है।" शहीद मंगल पांडेय स्मारक में उमड़ी हजारों की भीड़ ने पुष्पवर्षा, आरती और पूजन के माध्यम से वासुदेवाचार्य जी का भव्य स्वागत किया। इसके बाद विधिवत पूजन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सिंहासनारोहण की प्रक्रिया पूरी हुई। कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों महिला-पुरुषों को आयोजकों द्वारा कंबल और साड़ी का वितरण किया गया। इससे कार्यक्रम सामाजिक सेवा और धर्म का संगम बन गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, दर्जा प्राप्त मंत्री विजय विक्रम सिंह, और अवध बिहारी चौबे समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अतिरिक्त डॉ. जनार्दन राय, चंद्रप्रकाश पाठक, रामकृष्ण तिवारी, उत्कर्ष सिंह, अनमोल पाठक, और लाल सिंह जैसे प्रमुख लोग भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। धर्म की रक्षा के लिए संकल्प कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने धर्म की रक्षा और सामाजिक एकता के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। आयोजकों ने इसे क्षेत्र का ऐतिहासिक आयोजन बताया, जिसमें सनातन परंपरा के संरक्षण और संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाए गए। देखें फोटो...

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