डीएम ने लिपिक को तत्काल प्रभाव से किया निलंबित:खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहा था, विभागीय जांच के भी डीएम ने दिए आदेश
गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर की बड़ी कार्रवाई करते हुए लिपिक सुरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। लिपिक सुरेंद्र कुमार सदर तहसीलदार न्यायिक के न्यायालय पर परत फाइल 100 रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसका वीडियो बनाकर के लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल किया था। वीडियो वायरल होने के बाद गोंडा डीएम नेहा शर्मा ने अब बड़ी कार्रवाई की है। लिपिक सुरेंद्र कुमार को निलंबित करते हुए अपर उप जिला अधिकारी प्रथम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। और साथ ही गोंडा जिला अधिकारी कार्यालय से संबद्ध किया गया है। न्यायिक सदर तहसीलदार के नाम पर मांग रहे थे रिश्वत दरअसल, सदर तहसीलदार न्यायिक अनीश सिंह के कोर्ट पर तैनात लिपिक सुरेंद्र कुमार वास वाद दायर फाइलों के नाम पर प्रति फ़ाइल 100 की मांग कर रहे थे। पीड़ित ने जब 100 रिश्वत पर दिखाई देने से मना किया तो लिपिक सुरेंद्र कुमार ने कहा था कि मुझे अपने जेब से सब को देना पड़ेगा। साहब ही हमसे प्रति फाइल 100 लेते हैं इसके बाद अब लिपिक सुरेंद्र कुमार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। बड़े अधिकारी को बचाने के चक्कर में छोटा अधिकारी पर की गई कार्रवाई लिपिक सुरेंद्र कुमार सदर न्यायिक तहसीलदार अनिल सिंह के नाम पर 100 की मांग कर रहे थे। प्रति फाइल लेकिन लिपिक सुरेंद्र कुमार को ही दोषी मानते हुए डीएम द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और अभी तक न्यायिक सदर तहसीलदार अनीश सिंह के खिलाफ कोई कार्यवाही गोंडा डीएम द्वारा नहीं की गई है। अब सवाल इस बात का उठता है कि आखिर सुरेंद्र कुमार जो लिपिक था वह किसके इशारे पर पैसा मांग रहा था। अगर वह अनीश सिंह के नाम पर पैसा मांग रहा था तो अनीश सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
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