दीवारों में दरार, छूटा घर-द्वार...अब लौटने का इंतजार:मेट्रो टनल की खोदाई से बेघर हुए लोग, बढ़ती जा रहीं घरों में दरार, नालियां चोक, गलियों में भरा सीवर का पानी

आगरा में मेट्रो ट्रेन के लिए बिछाई जाने वाली लाइन का काम लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। टनल की खोदाई से घरों में दरार बढ़ती जा रही हैं। लोग पिछले दो महीने से घर छोड़े हुए हैं। कोई किराए पर रहने को मजबूर हैं तो कोई रिश्तेदारों के लिए यहां सहारा लिए हुए हैं। स्थिति ये है कि नालियां चोक होने से गलियों में सीवर का पानी भर गया है। लोगों का निलकना भी दूर हो गया है। मेट्रो का काम जी का जंजाल बन गया है। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के कहने पर लोगों ने अपने घर तो छोड़ दिए लेकिन दो महीने बाद भी स्थिति सामान्य होने के बजाय और गंभीर होती जा रही है। घरों की दरार बढ़ने के साथ लोगों का डर भी बढ़ता जा रहा है। पहला केस: किराए के मकान में रहने को मजबूर मोती कटरा, डाक खाने वाली गली निवासी गौरव शर्मा बताते हैं कि उनके घर के नीचे से मेट्रो ट्रेन की अप और डाउन दोनों लाइन गुजर रही हैं। इसके लिए जमीन के लिए मशीनों से टनल खोदाई का काम चल रहा है। दो महीने पहले मेट्रो कॉर्पोरेशन ने उनसे मकान खाली करने के लिए कहा था। परिवार की सुरक्षा काे देखते हुए वे पास में ही दूसरे मकान में किराए पर रहने चले गए। तब मेट्रो के अधिकारियों ने कुछ दिन के लिए मकान खाली करने के लिए कहा था। अब उन्हें दो महीने हो गए हैं। घर की बढ़ती दरारों को देखते हुए वे घर नहीं लौट पा रहे। गौरव शर्मा अपने मकान की स्थिति दिखाते हुए बताते हैं कि उनका मकान इतना धंस गया है कि सामने के दूसरे के मकान के छज्जे से मिल गया है। घर की दीवारों की दरारें बढ़ती जा रही हैं। दूसरा केस: बहन के यहां लिया सहारा मोती कटरा निवासी मनीष गुप्ता बताते हैं कि वह काला महल में अपनी बहन के यहां रह रहे हैं। मेट्रो काॅर्पोरेशन के अधिकारियों ने पहले अक्टूबर में कहा था, अब फिर घर खाली करने के लिए बोल दिया है। तब से वहे अपनी बहन के लिए यहां ही सहारा लिए हुए हैं। मेट्रो कॉर्पोरेशन ने उनके घर को गंभीर स्थिति में माना है। इसलिए उनके घर में जैक लगा दिए गए हैं लेकिन दरार हैं कि कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं। मनीष गुप्ता बताते हैं कि उनके यहां अब तक मरम्मत का काम भी शुरू नहीं किया गया। मनीष गुप्ता का कहना है कि उनका घर जल्द दुरुस्त हो जाए तो वे अपने परिवार के साथ घर लौटना चाहते हैं। जैन मंदिर की दीवार हुए क्षतिग्रस्त मोती कटरा स्थित 1008 श्री सूर प्रभू भगवान जैन श्वेतांबर मंदिर की दीवार मेट्रो टनल खोदाई की वजह से जर्जर हो गई थी। मंदिर की दीवार इस स्थिति में पहुंच गई थी कि किसी भी वक्त भरभरा कर गिर सकती थी। ऐसे में किसी बड़े हादसे से बचने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने जर्जर दीवार को स्वयं की गिरा दिया। क्षेत्रीय निवासी प्रशांत जैन बताते हैं कि मेट्रो टनल की खोदाई के बाद से मंदिर की दीवार हिल गई थी। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद आसपास के लोगों ने ही दीवार को गिरा दिया। नालियां हुई चोक मेट्रो कॉर्पोरेशन कुछ मरम्मत काम भी करवा रहा है। इसके चलते नालियां भी चोक हो गई है। इसकी वजह से क्षेत्र के सीवर का गंदा पानी गलियों में भर गया है। इससे लोगों का निकला दूभर हो गया है।

Dec 2, 2024 - 05:35
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दीवारों में दरार, छूटा घर-द्वार...अब लौटने का इंतजार:मेट्रो टनल की खोदाई से बेघर हुए लोग, बढ़ती जा रहीं घरों में दरार, नालियां चोक, गलियों में भरा सीवर का पानी
आगरा में मेट्रो ट्रेन के लिए बिछाई जाने वाली लाइन का काम लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। टनल की खोदाई से घरों में दरार बढ़ती जा रही हैं। लोग पिछले दो महीने से घर छोड़े हुए हैं। कोई किराए पर रहने को मजबूर हैं तो कोई रिश्तेदारों के लिए यहां सहारा लिए हुए हैं। स्थिति ये है कि नालियां चोक होने से गलियों में सीवर का पानी भर गया है। लोगों का निलकना भी दूर हो गया है। मेट्रो का काम जी का जंजाल बन गया है। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के कहने पर लोगों ने अपने घर तो छोड़ दिए लेकिन दो महीने बाद भी स्थिति सामान्य होने के बजाय और गंभीर होती जा रही है। घरों की दरार बढ़ने के साथ लोगों का डर भी बढ़ता जा रहा है। पहला केस: किराए के मकान में रहने को मजबूर मोती कटरा, डाक खाने वाली गली निवासी गौरव शर्मा बताते हैं कि उनके घर के नीचे से मेट्रो ट्रेन की अप और डाउन दोनों लाइन गुजर रही हैं। इसके लिए जमीन के लिए मशीनों से टनल खोदाई का काम चल रहा है। दो महीने पहले मेट्रो कॉर्पोरेशन ने उनसे मकान खाली करने के लिए कहा था। परिवार की सुरक्षा काे देखते हुए वे पास में ही दूसरे मकान में किराए पर रहने चले गए। तब मेट्रो के अधिकारियों ने कुछ दिन के लिए मकान खाली करने के लिए कहा था। अब उन्हें दो महीने हो गए हैं। घर की बढ़ती दरारों को देखते हुए वे घर नहीं लौट पा रहे। गौरव शर्मा अपने मकान की स्थिति दिखाते हुए बताते हैं कि उनका मकान इतना धंस गया है कि सामने के दूसरे के मकान के छज्जे से मिल गया है। घर की दीवारों की दरारें बढ़ती जा रही हैं। दूसरा केस: बहन के यहां लिया सहारा मोती कटरा निवासी मनीष गुप्ता बताते हैं कि वह काला महल में अपनी बहन के यहां रह रहे हैं। मेट्रो काॅर्पोरेशन के अधिकारियों ने पहले अक्टूबर में कहा था, अब फिर घर खाली करने के लिए बोल दिया है। तब से वहे अपनी बहन के लिए यहां ही सहारा लिए हुए हैं। मेट्रो कॉर्पोरेशन ने उनके घर को गंभीर स्थिति में माना है। इसलिए उनके घर में जैक लगा दिए गए हैं लेकिन दरार हैं कि कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं। मनीष गुप्ता बताते हैं कि उनके यहां अब तक मरम्मत का काम भी शुरू नहीं किया गया। मनीष गुप्ता का कहना है कि उनका घर जल्द दुरुस्त हो जाए तो वे अपने परिवार के साथ घर लौटना चाहते हैं। जैन मंदिर की दीवार हुए क्षतिग्रस्त मोती कटरा स्थित 1008 श्री सूर प्रभू भगवान जैन श्वेतांबर मंदिर की दीवार मेट्रो टनल खोदाई की वजह से जर्जर हो गई थी। मंदिर की दीवार इस स्थिति में पहुंच गई थी कि किसी भी वक्त भरभरा कर गिर सकती थी। ऐसे में किसी बड़े हादसे से बचने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने जर्जर दीवार को स्वयं की गिरा दिया। क्षेत्रीय निवासी प्रशांत जैन बताते हैं कि मेट्रो टनल की खोदाई के बाद से मंदिर की दीवार हिल गई थी। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद आसपास के लोगों ने ही दीवार को गिरा दिया। नालियां हुई चोक मेट्रो कॉर्पोरेशन कुछ मरम्मत काम भी करवा रहा है। इसके चलते नालियां भी चोक हो गई है। इसकी वजह से क्षेत्र के सीवर का गंदा पानी गलियों में भर गया है। इससे लोगों का निकला दूभर हो गया है।

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