स्विगी इंस्टामार्ट से सामान मंगाना महंगा हो सकता है:कंपनी डिलिवरी चार्ज बढ़ाने पर कर रही विचार, कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए फैसला

ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवर करने वाला प्लेटफॉर्म स्विगी इंस्टामार्ट से ऑर्डर करना अब महंगा हो सकता है। क्योंकि कंपनी हर ऑर्डर पर डिलीवरी चार्ज बढ़ाने की तैयारी कर रही है। स्विगी यह फैसला कंपनी को मुनाफे में लाने के प्लान के तहत कर रही है। इस बात की जानकारी मनीकंट्रोल ने कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) राहुल बोथरा के हवाले से दी है। कंपनी ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजों के ऐलान के दौरान CFO ने बताया कि समय के साथ डिलीवरी चार्ज बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने बदलाव आने के लिए कोई डेडलाइन नहीं दी। स्विगी वन के लॉयल्टी प्रोग्राम वाले यूजर्स के लिए फ्री है डिलीवरी रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिलीवरी केवल स्विगी वन के लॉयल्टी प्रोग्राम वाले यूजर्स के लिए फ्री है। अन्य यूजर्स को एक डायनेमिक फीस का भुगतान करना होगा। इस सेक्टर में मार्केट लीडर जोमैटो की स्वामित्व वाला ब्लिंकिट हर ऑर्डर पर डिलीवरी फीस चार्ज करता है, इसका कोई लॉयल्टी प्रोग्राम नहीं है। वहीं, जेप्टो भी जेप्टो पास (लॉयल्टी प्रोग्राम) यूजर्स के लिए डिलीवरी चार्ज माफ करता है, लेकिन दूसरों से शुल्क वसूलता है, जैसा कि स्विगी इंस्टामार्ट करता है। दूसरी तिमाही में स्विगी को ₹626 करोड़ का घाटा ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 626 करोड़ रुपए का नुकसान (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 657 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था। सालाना आधार पर कंपनी का घाटा 4.72% कम हुआ है। कंपनी ने मंगलवार (3 दिसंबर) को Q2FY25 के नतीजे जारी किए। जुलाई-सितंबर तिमाही में रेवेन्यू 30.33% बढ़कर 3601 करोड़ रुपए रहा। जुलाई-सितंबर 2023-24 में कंपनी ने 2763 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से होने वाली कमाई को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। स्विगी 13 नवंबर को शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी, तब से अब तक इसके शेयर में 14.18% की बढ़ोतरी हुई है। -------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... जोमैटो-स्विगी से खाना मंगाना हुआ महंगा: दोनों कंपनियों ने 20% बढ़ाई प्लेटफॉर्म फीस, अब ₹5 की जगह ₹6 चार्ज लगेगा ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और स्विगी से खाना मंगाना अब थोड़ा और महंगा हो गया है। दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म चार्ज में 20% का इजाफा किया है। अब दोनों कंपनियां के कस्टमर्स को हर ऑर्डर पर 6 रुपए प्लेटफॉर्म फीस देनी होगी। जोमैटो और स्विगी दोनों ने बेंगलुरु और दिल्ली जैसे मार्केट्स के लिए यह प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाई है। यह पहली बार नहीं जब दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी की है। 3 महीने पहले भी दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाकर 5 रुपए की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

Dec 4, 2024 - 14:20
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स्विगी इंस्टामार्ट से सामान मंगाना महंगा हो सकता है:कंपनी डिलिवरी चार्ज बढ़ाने पर कर रही विचार, कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए फैसला
ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवर करने वाला प्लेटफॉर्म स्विगी इंस्टामार्ट से ऑर्डर करना अब महंगा हो सकता है। क्योंकि कंपनी हर ऑर्डर पर डिलीवरी चार्ज बढ़ाने की तैयारी कर रही है। स्विगी यह फैसला कंपनी को मुनाफे में लाने के प्लान के तहत कर रही है। इस बात की जानकारी मनीकंट्रोल ने कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) राहुल बोथरा के हवाले से दी है। कंपनी ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजों के ऐलान के दौरान CFO ने बताया कि समय के साथ डिलीवरी चार्ज बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने बदलाव आने के लिए कोई डेडलाइन नहीं दी। स्विगी वन के लॉयल्टी प्रोग्राम वाले यूजर्स के लिए फ्री है डिलीवरी रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिलीवरी केवल स्विगी वन के लॉयल्टी प्रोग्राम वाले यूजर्स के लिए फ्री है। अन्य यूजर्स को एक डायनेमिक फीस का भुगतान करना होगा। इस सेक्टर में मार्केट लीडर जोमैटो की स्वामित्व वाला ब्लिंकिट हर ऑर्डर पर डिलीवरी फीस चार्ज करता है, इसका कोई लॉयल्टी प्रोग्राम नहीं है। वहीं, जेप्टो भी जेप्टो पास (लॉयल्टी प्रोग्राम) यूजर्स के लिए डिलीवरी चार्ज माफ करता है, लेकिन दूसरों से शुल्क वसूलता है, जैसा कि स्विगी इंस्टामार्ट करता है। दूसरी तिमाही में स्विगी को ₹626 करोड़ का घाटा ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 626 करोड़ रुपए का नुकसान (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 657 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था। सालाना आधार पर कंपनी का घाटा 4.72% कम हुआ है। कंपनी ने मंगलवार (3 दिसंबर) को Q2FY25 के नतीजे जारी किए। जुलाई-सितंबर तिमाही में रेवेन्यू 30.33% बढ़कर 3601 करोड़ रुपए रहा। जुलाई-सितंबर 2023-24 में कंपनी ने 2763 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से होने वाली कमाई को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। स्विगी 13 नवंबर को शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी, तब से अब तक इसके शेयर में 14.18% की बढ़ोतरी हुई है। -------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... जोमैटो-स्विगी से खाना मंगाना हुआ महंगा: दोनों कंपनियों ने 20% बढ़ाई प्लेटफॉर्म फीस, अब ₹5 की जगह ₹6 चार्ज लगेगा ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और स्विगी से खाना मंगाना अब थोड़ा और महंगा हो गया है। दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म चार्ज में 20% का इजाफा किया है। अब दोनों कंपनियां के कस्टमर्स को हर ऑर्डर पर 6 रुपए प्लेटफॉर्म फीस देनी होगी। जोमैटो और स्विगी दोनों ने बेंगलुरु और दिल्ली जैसे मार्केट्स के लिए यह प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाई है। यह पहली बार नहीं जब दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी की है। 3 महीने पहले भी दोनों कंपनियों ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाकर 5 रुपए की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

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