नैनीताल में स्वास्थ्य सेवाओं में खामी – सीसीटीवी से ग़ायब डॉक्टर, मंडलायुक्त ने की सख्त कार्रवाई
Corbetthalchal नैनीताल मण्डलायुक्त दीपक रावत के संज्ञान में आया कि, डॉ. जगदीप सिंह, हड्डी रोग विशेषज्ञ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गरमपानी में नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो रहे है। और…

नैनीताल में स्वास्थ्य सेवाओं में खामी – सीसीटीवी से ग़ायब डॉक्टर, मंडलायुक्त ने की सख्त कार्रवाई
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कम शब्दों में कहें तो, नैनीताल में एक हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ. जगदीप सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गरमपानी में नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो रहे हैं, जिस पर मंडलायुक्त दीपक रावत ने सख्त कार्रवाई की है।
नैनीताल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर एक गंभीर मसला सामने आया है। मध्यम वर्गीय इलाज की आवश्यकता को समझते हुए, मंडलायुक्त दीपक रावत ने इस मामले पर चुप नहीं रहने का फैसला किया है। जानकारी के अनुसार, डॉ. जगदीप सिंह, जो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गरमपानी में हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं, वहां नियमित रूप से उपस्थित नहीं होते। यह स्थिति तब उजागर हुई जब यह जानकारी मिली कि वह हर 10 दिन में एक बार ही अस्पताल में आकर उस समय के लिए सभी हस्ताक्षर एकत्रित कर लेते हैं।
मंडलायुक्त का संज्ञान लेना
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, मंडलायुक्त दीपक रावत ने स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उनका मानना है कि ऐसे मामलों में कठोर अनुशासन की आवश्यकता होती है, ताकि जनता की स्वास्थ्य सेवाएं इस तरह की लापरवाहियों से प्रभावित न हों।
स्वास्थ्य सेवाओं में नियमितता की आवश्यकता
स्वास्थ्य सेवाओं का नियमितता से पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जब चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते हैं, तब मरीजों को अपने उपचार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यह निश्चित रूप से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। इसलिए, मंडलायुक्त ने सभी चिकित्सा कर्मचारियों को उनकी भूमिका के प्रति अधिक जिम्मेदार रहने की चेतावनी दी है।
डॉक्टरों की उपस्थिति की निगरानी
मंडलायुक्त ने यह भी घोषणा की है कि अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति की निगरानी की एक नई व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके तहत, सीसीटीवी कैमरे का उपयोग कर चिकित्सकों की उपस्थिति की वास्तविक समय में जांच की जाएगी। यह कदम प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस कदम को लेकर स्थानीय समुदाय ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। क्षेत्र के लोगों ने कहा है कि उन्हें अपने स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा होना चाहिए। यदि स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अपनी ज़िम्मेदारियों का पालन नहीं कर रहे हैं, तो यह उनके अधिकारों का उल्लंघन है, और इस पर ध्यान दिया जाना जरूरी है।
निष्कर्ष
इस मामले ने फिर से यह साबित कर दिया है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुशासन और नियमितता कितनी महत्वपूर्ण होती है। मंडलायुक्त दीपक रावत की सख्ती न केवल वर्तमान समय में, बल्कि भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी।
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लेखिका: साक्षी मेहरा, टीम इंडिया टुडे
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