नोएडा पुलिस पर समझौते के लिए दवाब बनाने का आरोप:डीसीपी से की शिकायत, पीड़ित के खिलाफ दर्ज कर दिया रेप का मुकदमा

नोएडा के रबूपुरा कोतवाली एरिया के गांव रौनीजा गांव निवासी एक व्यक्ति ने स्थानीय पुलिस पर दर्ज हुए एक केस में समझौते का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। इस मामले में पीड़ित ने डीसीपी से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की है। डीसीपी को सौंपे गए पत्र के मुताबिक, गांव रौनीजा निवासी हंसराज का आरोप है कि 24 दिसंबर को उसके बेटे धीरज को रबूपुरा के पास बुलाकर एक युवती ने अपने साथियों के साथ मिलकर धारधार हथियार से हमला कर उसकी हत्या का प्रयास किया था। पीड़ित ने घटना में नामजद युवती और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। आरोप है कि फैसले का दबाव बनाने के लिए पुलिस ने पीड़ित के खिलाफ ही रेप का फर्जी मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि थाना प्रभारी और एसीपी ने पीड़ित को ही हथकड़ी लगाकर घंटो थाने में बैठायै रखा और धमकाया गया कि अगर केस वापस नहीं लिया तो परिवार सहित रेप के झूठे केस में जेल भेज देंगे। आरोप है कि समझौता नहीं करने पर पुलिस ने आरोपी युवती से मिलीभगत कर पीड़ित पर रेप, एससी एसटी एक्ट आदि गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। जहां पीड़ित पक्ष को डीसीपी ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

Jan 9, 2025 - 15:25
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नोएडा पुलिस पर समझौते के लिए दवाब बनाने का आरोप:डीसीपी से की शिकायत, पीड़ित के खिलाफ दर्ज कर दिया रेप का मुकदमा
नोएडा के रबूपुरा कोतवाली एरिया के गांव रौनीजा गांव निवासी एक व्यक्ति ने स्थानीय पुलिस पर दर्ज हु

नोएडा पुलिस पर समझौते के लिए दवाब बनाने का आरोप

नोएडा में एक गंभीर मामला सामने आया है जहां पुलिस पर आरोप लगा है कि वह पीड़ित के खिलाफ दवाब बना रही है। इस घटना में, पीड़ित ने डीसीपी से शिकायत की है कि कैसे पुलिस ने उसके खिलाफ झूठा रेप का मुकदमा दर्ज किया है। यह मामला समझौते के लिए दवाब डालने का प्रतीक बन गया है, जिससे न्याय प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।

डीसीपी से की गई शिकायत का संदर्भ

पीड़ित ने डीसीपी को भेजी गई शिकायत में विस्तार से बताया है कि उसे पुलिस द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है। उसकी शिकायत के बावजूद, पुलिस ने उसे आरोपी की तरह व्यवहार किया। यह घटना न केवल पीड़ित के लिए बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक है, क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे सिस्टम में व्याप्त खामिया न्याय के रास्ते में बाधा डाल सकती हैं।

पुलिस के प्रति बढ़ती अनिश्चितता

इस विवादास्पद मामले ने स्थानीय लोगों में पुलिस की विश्वसनीयता को लेकर चिंता बढ़ाई है। नागरिकों का मानना है कि पुलिस द्वारा ऐसा व्यवहार सामान्य नहीं है और इसे रोका जाना चाहिए। लोगों ने सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि वास्तविक अपराधियों को सजा मिल सके और पीड़ित को न्याय मिले।

क्या होगा अगले कदम?

इस घटनाक्रम के बाद अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। डीसीपी की जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया पीड़ित को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। सभी को उम्मीद है कि सच सामने आएगा और न्याय प्रणाली पर लोगों का विश्वास बहाल होगा।

इस घटना से जुड़े और अपडेट्स के लिए, News by indiatwoday.com पर आते रहें।

समापन

नोएडा पुलिस पर उठे इस सवाल ने सिर्फ एक व्यक्तिगत मामला नहीं, बल्कि पूरे न्यायालयी तंत्र के प्रति लोगों के दृष्टिकोण को प्रभावित किया है। आगे की कार्रवाई और न्याय की उम्मीद सभी के लिए महत्वपूर्ण है। Keywords: नोएडा पुलिस विवाद, डीसीपी शिकायत, पीड़ित पर मामला, रेप का मुकदमा, पुलिस की विश्वसनीयता, न्याय प्रणाली में खामियां, नागरिकों की मांग, न्याय और सच्चाई, पुलिस पर लगे आरोप, समझौते के लिए दवाब.

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