नोएडा में ओएनजीसी के रिटायर्ड जीएम से ठगे 1.79 करोड़:वॉट्सऐप पर जोड़कर की गई ठगी, निवेश पर दिखता रहा मुनाफा
साइबर ठगों ने विदेशी एक्सचेंज में पैसे लगाकर कई गुना मुनाफा कमाने का झांसा देकर ओएनजीसी के रिटायर्ड जीएम के साथ 1.79 करोड़ की ठगी की। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की है। जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जांच कर रही है। सेक्टर 39 थाना क्षेत्र के रहने वाले पीड़ित रमेश कुमार ने ठगी का आरोप अनन्या जोशी नाम की युवती पर लगाया है। पिता के दोस्त की बेटी बन दिया झांसा रमेश कुमार ने बताया कि पिछले साल उनके पास एक युवती ने सोशल मीडिया पर उन्हें दोस्ती का प्रस्ताव भेजा। अपने बारे में बताया कि मेरे पिता द्वारा आपके 2022 में रिटायरमेंट के दौरान मुलाकात की थी। पीड़ित सोशल मीडिया पर कम सक्रिय रहते थे ऐसे में युवती ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर दे दिया। युवती ने वॉट्सऐप पर विदेशी एक्सचेंज में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। मुनाफा कमाने वाले कुछ लोगों की युवती ने प्रोफाइल भी शिकायतकर्ता को दिखाई और निवेश में कोई जोखिम नहीं होने की बात कही। मुनाफा दिखा निकालने के मांगे और पैसे पीड़ित को साइट के माध्यम से रुपए को यूएस डॉलर में बदलकर कर आगे निवेश के लिए कहा गया। शुरुआत में ऐसा करने पर अच्छा रिटर्न पीड़ित को साइट में दिखाया गया। जिसके बाद पीड़ित ने रुपए लगाने जारी रखे। मुनाफे के चक्कर में पीड़ित ने कुल एक करोड़ 79 लाख 88 हजार 334 रुपए का निवेश कर दिया। इस पर उसे करीब दो करोड़ का मुनाफा भी दिखा। जब शिकायतकर्ता पर 14 लाख रुपए और निवेश करने का दबाव बनाया जाने लगा तब उसे ठगी की आशंका हुई। पैसे न भेजने पर पीड़ित के अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया।

नोएडा में ओएनजीसी के रिटायर्ड जीएम से ठगे 1.79 करोड़: वॉट्सऐप पर जोड़कर की गई ठगी
नोएडा से एक चौंकाने वाली खबर आई है, जिसमें ओएनजीसी के रिटायर्ड जनरल मैनेजर (जीएम) को 1.79 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बनना पड़ा। यह ठगी एक सुनियोजित तरीके से की गई, जिसमें व्हाट्सएप का इस्तेमाल किया गया। ठगों ने निवेश के जरिए मुनाफा दिखाकर रिटायर्ड कर्मचारी को लुभाने में सफलता हासिल की। अन्ततः, धोखाधड़ी के इस मामले ने घर से बाहर निकलने वाली सुरक्षा के मुद्दों को उजागर किया है।
ठगे जाने की पूरी कहानी
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, रिटायर्ड जीएम ने एक अनजान नंबर से संपर्क किया, जिसमें शुरू में उन्हें निवेश पर लाभ की बातें की गईं। ठगों ने हफ्ते दर हफ्ते कमाई के सपने दिखाए और विश्वास दिलाया कि उनके निवेश पर उन्हें जबरदस्त मुनाफा मिलेगा। धीरे-धीरे उन्हें कई वित्तीय कनेक्शन भेजे गए, जो वास्तविकता से परे थे।
कैसे हुई ठगी?
ठगों ने जीएम को यह विश्वास दिलाया कि उन्होंने एक फर्जी कंपनी का गठन किया है जो बड़े निवेशकों को लाभ पहुंचा रही है। जीएम को भेजे गए संदेशों में, उन्हें लगातार मुनाफे की स्थिति दर्शाई गई, जो वास्तव में केवल धोखा था। इस तरह उन्होंने धीरे-धीरे जीएम से बड़ी राशि की मांग की, और उसे बिना किसी संदेह के भुगतान करने के लिए मजबूर कर दिया।
क्या करते हैं पीड़ित?
पीड़ित ने इस संदर्भ में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, और जांच शुरू हो चुकी है। कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ इस मामले के ठगों को खोजने के लिए सक्रिय कदम उठा रही हैं।
सावधानी बरतने के उपाय
इस तरह की ठगी से बचने के लिए, निवेशकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कभी भी बिना जांच-पड़ताल के किसी भी वित्तीय अनुबंध पर हस्ताक्षर न करें। हमेशा किसी भी निवेश के दावों की विस्तृत जानकारी लें और अधिकतम सावधानी बरतें।
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि कमजोरियों का फायदा उठाने वाले ठग हमारी सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता को क्षति पहुँचा सकते हैं।
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