बिजली विभाग के कर्मचारियों ने चाय वाले को दी धमकी:बिजली चोरी के आरोप में वसूले 8 हजार रुपए, पीड़ित ने की कार्रवाई की मांग
जालौन में बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा एक गरीब चाय विक्रेता से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। डकोर विकासखंड के ग्राम सिमिरिया में जनरेटर से बिजली का उपयोग करने वाले एक चाय की गुमटी संचालक से बिजली चोरी का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने 8 हजार रुपए की जबरन वसूली की। घटना में बिजली विभाग के अवर अभियंता बृजेंद्र पाल सिंह ने चेकिंग के दौरान मनोज राजपूत की गुमटी पर चाय-नाश्ता किया। जब मनोज ने भुगतान की मांग की, तो अवर अभियंता ने उस पर बिजली चोरी का आरोप लगाकर धमकाना शुरू कर दिया। अगले दिन अवर अभियंता और लाइनमैन ने मनोज को पावर हाउस बुलाकर 20 हजार रुपए की मांग की। बातचीत के बाद 8 हजार रुपए तय हुई, जिसे उरई के रेलवे स्टेशन रोड पर लाइनमैन विनोद और मंगल सिंह ने वसूला। यह पूरी घटना वीडियो सामने आया। पीड़ित मनोज ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यह घटना बिजली विभाग के कर्मचारियों की मनमानी और भ्रष्टाचार का स्पष्ट उदाहरण है। जिसमें एक छोटे व्यवसायी को परेशान कर उससे अवैध वसूली की गई।

बिजली विभाग के कर्मचारियों ने चाय वाले को दी धमकी
बिजली चोरी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आया है जब स्थानीय बिजली विभाग के कर्मचारियों ने एक चाय विक्रेता को धमकी देकर 8 हजार रुपए की वसूली की। इस घटना ने ना केवल चाय वाले को बल्कि स्थानीय लोगों को भी चिंता में डाल दिया है। यह मामला कई सवाल खड़ा करता है कि क्या बिजली विभाग के कर्मचारी इस तरह से अपना काम कर सकते हैं या नहीं।
घटना का विवरण
घटना तब हुई जब बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी एक चाय की दुकान पर पहुंचे और बिजली चोरी के आरोप में विक्रेता से तुरंत 8 हजार रुपए की मांग की। विक्रेता ने इसे गलत ठहराया और कहा कि उसने कभी भी बिजली चोरी नहीं की। इसके बाद, बिजली विभाग के कर्मचारियों ने उसके साथ अपमानजनक व्यवहार किया और उसे धमकी दी। इससे चाय वाले की मानसिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ा है।
पीड़ित की प्रतिक्रिया
चाय वाले ने इस घटना को लेकर अपनी आवाज उठाई और स्थानीय प्रशासन से न्याय की मांग की है। उसने बताया कि ऐसी कार्रवाइयाँ समाज में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती हैं और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। विक्रेता ने कहा, "मैं चाहता हूं कि लोग मेरे साथ खड़े हों और हम इस स्थिति का सामना करें।" इसके साथ ही, उसने अन्य विक्रेताओं से भी अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं।
समाज में बढ़ती चिंता
इस प्रकार की घटनाएं समाज में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाती हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया है कि ऐसी धमकियाँ आम हो चुकी हैं और इस पर रोक लगाई जानी चाहिए। वे चाहते हैं कि सरकार और विभाग इनके खिलाफ सख्त कानून बनाएं ताकि इस प्रकार के भ्रष्टाचार को रोका जा सके।
समाज के सभी वर्गों को इस मुद्दे पर एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। इसके लिए जागरूकता फैलाना और अपने अधिकारों के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
बिजली चोरी का यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग पर प्रभाव डालता है। हमें इस मुद्दे पर विचार करने की आवश्यकता है और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी को भी ऐसी धमकियों का सामना न करना पड़े।
अंत में, विक्रेता ने बिजली विभाग के अधिकारियों से अपील की है कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करें और समाज में कानून का पालन सुनिश्चित करें।
News by indiatwoday.com Keywords: बिजली चोरी, चाय विक्रेता, बिजली विभाग, भ्रष्टाचार मामले, वसूली के आरोप, धमकी, कार्रवाई की मांग, स्थानीय प्रशासन, बिजली विभाग की कार्यप्रणाली, समाज में चिंता.
What's Your Reaction?






