भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी की खबर:बेल्जियम पुलिस ने जेल भेजा; ₹13,850 करोड़ के PNB घोटाले का आरोपी
पंजाब नेशनल बैंक से लोन धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को पुलिस ने बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चोकसी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अपील पर शनिवार को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल वह जेल में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने बेल्जियम से चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चोकसी पर 13,850 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है। पिछले महीने खुलासा हुआ था कि मेहुल चोकसी बेल्जियम में छुपा हुआ है। वहां के विदेश मंत्रालय ने ऑफिशियल स्टेटमेंट में चोकसी की देश में मौजूदगी की जानकारी दी थी। पत्नी की मदद से हासिल किया था रेजिडेंसी कार्ड 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम का ‘एफ रेजिडेंसी कार्ड’ हासिल किया था, जो कथित तौर पर उसकी बेल्जियन नागरिक पत्नी की मदद से प्राप्त किया गया था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि चोकसी ने बेल्जियम अधिकारियों को फर्जी दस्तावेज सौंपे थे और अपने नागरिकता संबंधी तथ्यों को छिपाया था। उसने अपनी भारतीय नागरिकता का विवरण भी नहीं दिया था। बेल्जियम से पहले एंटीगा-बारबूडा में रह रहा था चोकसी 2018 में भारत छोड़ने से पहले ही चोकसी ने 2017 में ही एंटीगा-बारबूडा की नागरिकता ले ली थी। चोकसी बार-बार खराब सेहत का हवाला देकर भारत में पेशी पर आने से इनकार करता रहा। कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी पेशी होती थी। भारत में उसकी कई संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं। एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा, जेल में 51 दिन रहा था चोकसी मई 2021 में एंटीगा से पड़ोसी देश डोमिनिका पहुंच गया था। यहां उसे अरेस्ट कर लिया गया। CBI की एक टीम उसका प्रत्यर्पण कराने के लिए डोमिनिका पहुंची, लेकिन इसके पहले ही ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से उसे राहत मिल गई। बाद में उसे फिर एंटीगा के हवाले कर दिया गया। हालांकि, डोमिनिका की जेल में मेहुल चोकसी को 51 दिन गुजारने पड़े थे। यहां उसने दलील दी थी कि वो एंटीगा जाकर वहां के एक न्यूरोलॉजिस्ट से ट्रीटमेंट कराना चाहता है। एंटीगा पहुंचने के कुछ दिन बाद डोमिनिका की अदालत ने चोकसी के खिलाफ दर्ज केस भी खारिज कर दिए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चोकसी ने बेल्जियम में शरण पाने के लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए। उसने अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता छिपाकर गलत जानकारी दी, ताकि उसे भारत न भेजा जा सके।

भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी की खबर
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मेहुल चोकसी के खिलाफ कार्रवाई
बेल्जियम पुलिस ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोप है, जिसमें वह ₹13,850 करोड़ की धोखाधड़ी के लिएWanted था। चोकसी की यह गिरफ्तारी भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
PNB घोटाले का विस्तृत विवरण
PNB घोटाला भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए एक बड़ा झटका था। चोकसी और उसके सहयोगियों ने फर्जी लेडरों का प्रयोग करके बैंकों से पैसे निकाले। यह मामला तब सामने आया जब पीएनबी ने अपने कानून प्रवर्तन अधिकारियों को सूचित किया कि धोखाधड़ी की घटनाएँ हो रही हैं। इसके बाद, चोकसी के खिलाफ दिवालिया समाधान प्रक्रिया शुरू की गई, और उसे देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
गिरफ्तारी का महत्व
मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत और बेल्जियम के बीच आपराधिक मामलों में सहयोग को दर्शाता है। यह गिरफ्तारी उन संदिग्धों के लिए एक चेतावनी है जो भारत से बाहर भागने का प्रयास कर रहे हैं। भारतीय अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है और आगे की कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
समाचार का प्रभाव
चोकसी की गिरफ्तारी का प्रभाव न केवल भारतीय बैंकिंग क्षेत्र पर पड़ेगा, बल्कि यह अन्य भगोड़ों के लिए भी एक चेतावनी के रूप में काम करेगा। इससे यह स्पष्ट होता है कि कानून व्यवस्था किसी भी हालात में जिम्मेदारी निभाएगी और दोषियों को उनके कर्मों का जवाब देना होगा।
अंतिम शब्द
एक बार फिर, मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी ने यह सिद्ध कर दिया है कि कानून को लागू करने के प्रयास कभी रुकते नहीं। आगे की प्रक्रियाएँ तब तक चलती रहेंगी जब तक कि चोकसी के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जाते। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे अपराधियों को ठीक से दंडित किया जाए।
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