कांग्रेस पर छात्रों को गुमराह कर सदस्यता दिलाने का आरोप:हरदोई में वीडियो सामने आने पर बवाल, जवाब नहीं दे पा रहे जिम्मेदार
हरदोई जिले के कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुछ छात्रों को कांग्रेस का सदस्य बताकर मीडिया में प्रचारित किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि पढ़ाई करने वाले छात्रों को बिना सही जानकारी दिए कार्यक्रम में बुलाया गया और कांग्रेस का पटका व माला पहनाकर फोटो खिंचवाया गया। बाद में इन छात्रों को कांग्रेस का सदस्य बताया गया, जिसकी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। छात्र आयुष श्रीवास्तव और आदर्श शुक्ला ने वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी और कहा कि वे केवल दोस्त के बुलावे पर कांग्रेस कार्यालय गए थे। वहां उन्हें माला और पटका पहना दिया गया, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनका राजनीतिक उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब वे घर पहुंचे और सोशल मीडिया पर वायरल खबरें देखीं, तो हैरान रह गए। दोनों छात्रों ने स्पष्ट किया कि उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है, उनकी और उनके परिवार की आस्था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में है। वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं। रविवार की दोपहर को कांग्रेस द्वारा जारी प्रेस नोट में दावा किया गया था कि कई बीजेपी समर्थक युवाओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। लेकिन देर शाम सामने आए छात्रों के इस वीडियो ने कांग्रेस के दावे की सच्चाई पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। इस पूरे मामले को लेकर प्रबुद्ध सभा के जिलाध्यक्ष प्रशांत मिश्रा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर कांग्रेस, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग करते हुए मांग की कि कांग्रेस को इस गंदी राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि युवाओं को गुमराह कर राजनीति करना शर्मनाक है और इससे कांग्रेस की स्तरहीन राजनीति उजागर होती है। अब देखना यह है कि कांग्रेस इस पूरे मामले में क्या सफाई देती है और छात्रों की बातों पर क्या रुख अपनाती है।

कांग्रेस पर छात्रों को गुमराह कर सदस्यता दिलाने का आरोप
हरदोई में हाल ही में सामने आए एक वीडियो ने कांग्रेस पार्टी के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस वीडियो में आरोप लगाया गया है कि पार्टी के कार्यकर्ता छात्रों को गुमराह करके उनकी सदस्यता ले रहे हैं। यह घटना उन दिनों में हुई है जब चुनावी मौसम में राजनीतिक गतिविधियां अपने चरम पर हैं। इस बवाल के बाद पार्टी के जिम्मेदार व्यक्तियों को जवाब देने में कठिनाई हो रही है।
हरदोई में हुई यह घटना
हरदोई के स्थानीय कॉलेज में छात्रों के बीच हुई इस घटना ने राजनीतिक समीकरणों में हलचल मचा दी है। वीडियो में देखा गया है कि कुछ छात्रों को झूठे वादों के जरिए कांग्रेस में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ऐसी गतिविधियों से न केवल छात्रों के भविष्य पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि इससे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भी बाधा उत्पन्न होती है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया है लेकिन वे इस मामले में संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे हैं। इस आरोप से कांग्रेस की छवि पर असर पड़ सकता है, विशेषकर युवा वोटर्स के बीच। इसके जवाब में, विपक्षी दलों ने कांग्रेस की आलोचना की है तथा इस मामले में जांच की मांग की है।
छात्रों की राय
कई छात्रों ने इस वीडियो पर अपनी राय व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें इससे बड़ा आश्चर्य हुआ है। छात्र संगठनों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और वे एकजुट होकर कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसे समय में जब छात्रों की राय को महत्व दिया जाना चाहिए, इस तरह के आरोप उनके भविष्य के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
निष्कर्ष
हरदोई में कांग्रेस पर लगाए गए आरोप राजनीति के एक संवेदनशील विषय का उदाहरण है। चुनावी रणनीतियों में नैतिकता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस मामले से एक और बार यह बात स्पष्ट होती है कि राजनीतिक दलों को छात्रों और युवा पीढ़ी के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए।
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