यू-डायस डेटा फीडिंग के लिए गाजीपुर में कार्यशाला:शिक्षा विभाग के अधिकारियों को त्रुटिरहित डेटा एंट्री का दिया प्रशिक्षण

गाजीपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महुआबाग में यू-डायस 2024-25 को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य त्रुटिरहित डेटा फीडिंग और शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करना था। जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इनमें खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, ब्लॉक एमआईएस और कंप्यूटर ऑपरेटर मौजूद रहे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि यू-डायस का कार्य समय पर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि इसकी रोजाना समीक्षा की जाए। कार्यशाला में जिला समाज कल्याण अधिकारी अभय कुमार सिंह, प्रधानाचार्या रागिनी श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। जनपद के सभी विकास खंडों से यू-डायस कार्य से जुड़े कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। जिला समाज कल्याण विभाग और जिला अल्पसंख्यक विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश प्रताप सिंह ने किया।

Mar 20, 2025 - 18:59
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यू-डायस डेटा फीडिंग के लिए गाजीपुर में कार्यशाला:शिक्षा विभाग के अधिकारियों को त्रुटिरहित डेटा एंट्री का दिया प्रशिक्षण
गाजीपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महुआबाग में यू-डायस 2024-25 को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

यू-डायस डेटा फीडिंग के लिए गाज़ीपुर में कार्यशाला

शिक्षा विभाग के अधिकारियों के लिए गाज़ीपुर में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें यू-डायस (Unified District Information System for Education) डेटा फीडिंग के लिए त्रुटिरहित डेटा एंट्री का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शैक्षणिक डेटा की गुणवत्ता में सुधार करना और अधिकारियों को सही तरीके से डेटा दर्ज करने की तकनीक सिखाना है।

कार्यशाला का महत्व

यू-डायस डेटा प्रणाली, भारत सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जानकारियाँ संचित करने के लिए विकसित की गई है। इस प्रणाली के माध्यम से विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से डेटा एकत्रित किया जाता है, जो नीति निर्माण और शैक्षणिक सुधार में सहायक होता है। सही डेटा एंट्री सुनिश्चित करना छात्रों की प्रगति और शिक्षा के स्तर को समझने के लिए आवश्यक है।

प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु

प्रशिक्षण सत्र का संचालन अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा किया गया, जिन्होंने डेटा एंट्री के दौरान आने वाली सामान्य समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की। अधिकारियों को यह सिखाया गया कि कैसे वे सही डेटा एकत्रित कर सकते हैं, त्रुटियों को कम कर सकते हैं, और डेटा सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। इस कार्यशाला में इंटरैक्टिव सेशन्स और प्रैटिकल डेमोंस्ट्रेशन का भी समावेश किया गया, जिससे प्रतिभागियों में उत्साह बना रहा।

उम्मीदें और भविष्य के कदम

इस प्रकार की कार्यशालाएँ न केवल अधिकारियों की क्षमता को बढ़ाती हैं, बल्कि यह शिक्षा में डेटा के सही प्रबंधन के प्रति जागरूकता भी फैलाती हैं। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के बाद अपनी समझ में सुधार और अब वे अधिक प्रभावी ढंग से डेटा फीडिंग कर सकेंगे। भविष्य में, इस तरह के प्रशिक्षण सत्रों का नियमित आयोजन किया जाना चाहिए ताकि शिक्षा के क्षेत्र में लगातार प्रगति सुनिश्चित की जा सके।

इस अवसर पर शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस तरह के उपायों को सराहा और आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।

इस कार्यशाला ने गाज़ीपुर में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया है और उम्मीद है कि इससे विद्यालय शिक्षा में सुधार होगा।

सबसे महत्वपूर्ण है कि इस कार्यशाला से जो ज्ञान और अनुभव प्राप्त हुआ है, उसे लागू करने की पूर्ण कोशिश की जाएगी।

News by indiatwoday.com

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