रेप पीड़िता को दी धमकी मुकदमा में कर लो सुलाह:कानपुर में कोर्ट परिसर के बाहर धमकाया, कोतवाली पुलिस ने 15 दिन बाद दर्ज की रिपोर्ट
कानपुर में एक रेप पीड़िता को रेप आरोपी ने मुकदमा वापस लेने और सुलाह करने की धमकी दी ऐसा न करने की दशा में जान से मारने की धमकी दी। पंद्रह दिन पहले हुई घटना में पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद पीड़िता पुलिस कमिश्नर के सामने पेश हुई। पुलिस कमिश्नर के हस्ताक्षेप के बाद मामले में एफआईआर दर्ज हो सकी। बर्रा निवासी पीड़िता के मुताबिक सन 2024 में उसने बर्रा निवासी जितेन्द्र गौतम के खिलाफ रेप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी की पैरवी के लिए वो 21 दिसम्बर 2024 को पैरवी करने के लिए कोर्ट आई हुई थी। कोर्ट परिसर के बाहर आरोपी जितेन्द्र ने उसे अपने दो अन्य अज्ञात साथियों के साथ घेर लिया। पीड़िता के मुताबिक आरोपी ने उसे धमकी दी कि केस में सुलाह समझौता कर वापस ले लो वरना जान से मार देंगे। इसका अंजाम तुम्हें भुगतना पड़ेगा। पीड़िता ने दी तहरीर नहीं हुई सुनवाई पीड़िता के मुताबिक इस घटना के बाद उसने 21 दिसम्बर 2024 को ही कचहरी चौकी को जानकारी देते हुए तहरीर दे दी थी। मगर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की न ही एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पीड़िता बुधवार को पुलिस कमिश्नर के सामने पेश होकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद कोतवाली थाने में जितेन्द्र कुमार समेत तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इंस्पेक्टर कोतवाली के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी को मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रेप पीड़िता को दी धमकी मुकदमा में कर लो सुलाह
कानपुर में एक दुखद घटना सामने आई है जहां एक रेप पीड़िता को कोर्ट परिसर के बाहर धमकाया गया। इस मामले में पीड़िता ने महिला पुलिस को सूचित किया, लेकिन कोतवाली पुलिस ने 15 दिन बाद रिपोर्ट दर्ज की। यह घटना न केवल पीड़िता के लिए डरावनी है, बल्कि समाज में इसका गंभीर असर भी पड़ता है।
घटना का संक्षिप्त विवरण
कानपुर के एक स्थानीय कोर्ट परिसर में, एक रेप पीड़िता को उसके मामले में सुलह करने के लिए धमकाया गया। जानकार सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने पीड़िता के साथ जोर-जबरदस्ती की और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पीड़िता की यह भयावह स्थिति स्पष्ट करती है कि अपराधी अभी भी खुल्लम-खुल्ला घूम रहे हैं।
पुलिस कार्रवाई में देरी
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कोतवाली पुलिस ने इस गंभीर आरोप की रिपोर्ट को 15 दिन बाद दर्ज किया। यह दर्शाता है कि किस तरह सरकारी तंत्र में सुस्ती और लापरवाही इस प्रकार के संवेदनशील मामलों में काम करती है। पीड़िता की आवाज़ को तवज्जो नहीं दी गई, जिससे उसके आत्मविश्वास में कमी आई है।
समाज में बदलाव की आवश्यकता
इस घटना ने कानपुर के समाज में एक महत्वपूर्ण प्रश्न खड़ा किया है कि क्या महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं? हमें एकजुट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ विरोध करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि पीड़ितों को न्याय मिले।
सुरक्षा और न्याय की दिशा में कदम
इस घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि हमें अपने कानूनी ढांचे और उसके प्रवर्तन में सुधार की आवश्यकता है। न्याय दिलाने के लिए हमें सख्त कदम उठाने जरूरी हैं।
निष्कर्ष
रेप पीड़िता को धमकी देने की यह घटना कानपुर में एक महत्वपूर्ण घटना बन चुकी है। यह इस दिशा में एक बड़ा कदम है कि हमें समाज में नारी सशक्तीकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए काम करना होगा।
News by indiatwoday.com Keywords: कानपुर रेप पीड़िता धमकी, रेप मुकदमा सुलाह, कोर्ट परिसर धमकी, कोतवाली पुलिस रिपोर्ट, महिलाओं की सुरक्षा कानपुर, न्याय के लिए संघर्ष, अपराधी को सजा, पुलिस की लापरवाही, रेप पीड़िता की कहानी, कानूनी कार्रवाई में देरी.
What's Your Reaction?






