लखनऊ में सॉल्वर की मदद से चार लोग बने सब-इंस्पेक्टर:महिला समेत चार लोगों पर एफआईआर, भर्ती बोर्ड की जांच में खुलासा

यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड ने सॉल्वर की मदद से सब-इंस्पेक्टर बनने वाले चार लोगों के खिलाफ चार अलग-अलग धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज कराए हैं। जिसमें से एक महिला अभ्यर्थी भी है। इसका खुलासा भर्ती बोर्ड द्वारा एक याचिका के आदेश पर गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में हुआ। इसमें से दो ने आगरा और दो ने लखनऊ स्थित सेंटर पर सॉल्वर गैंग का प्रयोग किया। भर्ती बोर्ड ने उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के लिए प्लाटून कमाण्डर, पीएसी एवं अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर 2020-21 में सीधी भर्ती की ऑनलाइन लिखित परीक्षा कराई थी। मेरठ के रोहित ने लखनऊ में बैठाया था सॉल्वर हुसैनगंज थाने में भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने मेरठ के रोहता रोड शांति कुंज निवासी रोहित कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि पुलिस भर्ती के लिए रोहित ने परीक्षा फार्म भरा था। उसकी ऑनलाइन 27 नवंबर 21 को सुबह की पाली (9 बजे से 11 बजे ) को गुडंबा मिश्रपुर स्थित छात्रशक्ति इंफो सेल्यूशन में परीक्षा होनी थी। रोहित कुमार को सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा पास होने पर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। इसी दौरान उच्च न्यायालय में दायर रिट (संदीप परिहार समेत 28 अन्य) पर हुए आदेश पर 17 अप्रैल 23 को भर्ती बोर्ड स्तर पर उच्च स्तरीय समिति गठित कर प्रशिक्षण केंद्रों पर चयनित लोगों का वैरिफिकेशन ( फिंगर प्रिंट) शुरू हुआ। जांच में सामने आया कि रोहित के फिंगर प्रिंट परीक्षा और फिजिकल में शामिल हुए युवक से मिलान नहीं कर रहे हैं। इसका खुलासा 13 अक्टूबर 23 को फिंगर प्रिंट ब्यूरो को भेजी गई रिपोर्ट में हुआ। बुलंदर शहर के निर्भय ने आगरा में किया खेल बुलदंशहर मचकौली निवासी निर्भय सिंह जादौन ने पुलिस भर्ती के लिए 20 नवंबर 21 सुबह की पाली में आगरा सिकंदरा के यश इंफोटेक ऑन लाइन सेंटर पर परीक्षा में सॉल्वर बैठाया था। इसका खुलासा एक शिकायत पर हुई जांच में हुआ। जब उसके फिंगर प्रिंट परीक्षा देने वाले और फिजिकल देने वाले अभ्यर्थी से नहीं मिले। आगरा के SPS इंफोटेक में महिला सॉल्वर बैठी थी ऐटा फफोटू निवासी मालती ने 17 नवंबर 23 को हुई सीधी भर्ती में अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। उसने यह खेल आगरा पिली पोखर हाथरस रोड स्थित SPS इंफोटेक परीक्षा केंद्र पर सॉल्वर गैंग की मदद से किया था। फिंगर प्रिंट ब्यूरों की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसकी जगह किसी दूसरी लड़की ने परीक्षा दी थी। अलीगढ़ के गौरव ने लखनऊ में बैठाया था सॉल्वर अलीगढ़ स्थित चिंता की नगरिया निवासी गौरव कुमार ने 13 नवंबर 23 को हुई ऑनलाइन पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती में अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। उसका सेंटर लखनऊ के जानकीपुरम स्थित कॉस्मो फॉउंडेशन परीक्षा केंद्र में था। जहां उसने खुद परीक्षा न देकर अपने परिचित को बैठाया था। इसका खुलासा 27 अक्टूबर 23 को फिंगर प्रिंट ब्यूरो को भेजी गई रिपोर्ट में हुआ। जिसके बाद उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई के आदेश जारी हुए। हुसैनगंज पुलिस के मुताबिक भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने चार लोगों के खिलाफ अलग-अलग तहरीर थी। जिसके आधार पर धोखाधड़ी कर नौकरी पाने वालों के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हुई हैं। साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई होगी।

Nov 21, 2024 - 07:45
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लखनऊ में सॉल्वर की मदद से चार लोग बने सब-इंस्पेक्टर:महिला समेत चार लोगों पर एफआईआर, भर्ती बोर्ड की जांच में खुलासा
यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड ने सॉल्वर की मदद से सब-इंस्पेक्टर बनने वाले चार लोगों के खिलाफ चार अलग-अलग धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज कराए हैं। जिसमें से एक महिला अभ्यर्थी भी है। इसका खुलासा भर्ती बोर्ड द्वारा एक याचिका के आदेश पर गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में हुआ। इसमें से दो ने आगरा और दो ने लखनऊ स्थित सेंटर पर सॉल्वर गैंग का प्रयोग किया। भर्ती बोर्ड ने उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के लिए प्लाटून कमाण्डर, पीएसी एवं अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर 2020-21 में सीधी भर्ती की ऑनलाइन लिखित परीक्षा कराई थी। मेरठ के रोहित ने लखनऊ में बैठाया था सॉल्वर हुसैनगंज थाने में भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने मेरठ के रोहता रोड शांति कुंज निवासी रोहित कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि पुलिस भर्ती के लिए रोहित ने परीक्षा फार्म भरा था। उसकी ऑनलाइन 27 नवंबर 21 को सुबह की पाली (9 बजे से 11 बजे ) को गुडंबा मिश्रपुर स्थित छात्रशक्ति इंफो सेल्यूशन में परीक्षा होनी थी। रोहित कुमार को सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा पास होने पर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। इसी दौरान उच्च न्यायालय में दायर रिट (संदीप परिहार समेत 28 अन्य) पर हुए आदेश पर 17 अप्रैल 23 को भर्ती बोर्ड स्तर पर उच्च स्तरीय समिति गठित कर प्रशिक्षण केंद्रों पर चयनित लोगों का वैरिफिकेशन ( फिंगर प्रिंट) शुरू हुआ। जांच में सामने आया कि रोहित के फिंगर प्रिंट परीक्षा और फिजिकल में शामिल हुए युवक से मिलान नहीं कर रहे हैं। इसका खुलासा 13 अक्टूबर 23 को फिंगर प्रिंट ब्यूरो को भेजी गई रिपोर्ट में हुआ। बुलंदर शहर के निर्भय ने आगरा में किया खेल बुलदंशहर मचकौली निवासी निर्भय सिंह जादौन ने पुलिस भर्ती के लिए 20 नवंबर 21 सुबह की पाली में आगरा सिकंदरा के यश इंफोटेक ऑन लाइन सेंटर पर परीक्षा में सॉल्वर बैठाया था। इसका खुलासा एक शिकायत पर हुई जांच में हुआ। जब उसके फिंगर प्रिंट परीक्षा देने वाले और फिजिकल देने वाले अभ्यर्थी से नहीं मिले। आगरा के SPS इंफोटेक में महिला सॉल्वर बैठी थी ऐटा फफोटू निवासी मालती ने 17 नवंबर 23 को हुई सीधी भर्ती में अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। उसने यह खेल आगरा पिली पोखर हाथरस रोड स्थित SPS इंफोटेक परीक्षा केंद्र पर सॉल्वर गैंग की मदद से किया था। फिंगर प्रिंट ब्यूरों की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसकी जगह किसी दूसरी लड़की ने परीक्षा दी थी। अलीगढ़ के गौरव ने लखनऊ में बैठाया था सॉल्वर अलीगढ़ स्थित चिंता की नगरिया निवासी गौरव कुमार ने 13 नवंबर 23 को हुई ऑनलाइन पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती में अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। उसका सेंटर लखनऊ के जानकीपुरम स्थित कॉस्मो फॉउंडेशन परीक्षा केंद्र में था। जहां उसने खुद परीक्षा न देकर अपने परिचित को बैठाया था। इसका खुलासा 27 अक्टूबर 23 को फिंगर प्रिंट ब्यूरो को भेजी गई रिपोर्ट में हुआ। जिसके बाद उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई के आदेश जारी हुए। हुसैनगंज पुलिस के मुताबिक भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने चार लोगों के खिलाफ अलग-अलग तहरीर थी। जिसके आधार पर धोखाधड़ी कर नौकरी पाने वालों के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हुई हैं। साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई होगी।

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