वन स्टॉप सेंटर में बालिकाओं को नहीं मिल रही सुविधाएं:टूटी खिड़कियां, खराब भोजन और गंदगी मिली; एक सप्ताह में सुधार के आदेश

शाहजहांपुर के वन स्टॉप सेंटर में रह रही बालिकाओं की स्थिति चिंताजनक पाई गई है। हाल ही में छह नाबालिग लड़कियों के सेंटर से भागने की घटना के बाद सीडीओ अपराजिता सिंह ने गुरुवार को निरीक्षण किया, जिसमें गंभीर कमियां सामने आईं। सेंटर में वर्तमान में 12 बालिकाएं पंजीकृत हैं, जिनमें से कुछ न्यायालय में बयान और यूपीटी टेस्ट के लिए गई हुई हैं। निरीक्षण में पाया गया कि परिसर में साफ-सफाई की घोर कमी है। बालिकाओं के कमरों में खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं, जिन पर अस्थायी रूप से 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के फ्लैक्स लगाए गए हैं। खिड़कियों पर पर्दे नहीं हैं, जिससे ठंड की समस्या और बढ़ जाती है। बालिकाओं ने बताया कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिलता और रहने की व्यवस्था भी उचित नहीं है। सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त बिस्तर, रजाई और चादरें भी नहीं हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए सीडीओ ने एक सप्ताह का समय दिया है। सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं, जिनमें बालिकाओं के मनोरंजन के लिए टीवी की व्यवस्था, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाना और सेंटर की बाउंड्री पर कंटीले तार लगाना शामिल है। साथ ही कैंटीन को नए समूह को आवंटित करने का निर्देश भी दिया गया है।

Jan 24, 2025 - 07:59
 58  501823
वन स्टॉप सेंटर में बालिकाओं को नहीं मिल रही सुविधाएं:टूटी खिड़कियां, खराब भोजन और गंदगी मिली; एक सप्ताह में सुधार के आदेश
शाहजहांपुर के वन स्टॉप सेंटर में रह रही बालिकाओं की स्थिति चिंताजनक पाई गई है। हाल ही में छह नाबा

वन स्टॉप सेंटर में बालिकाओं को नहीं मिल रही सुविधाएं

हाल ही में एक रिपोर्ट ने प्रकाश डाला है कि वन स्टॉप सेंटरों में रहने वाली बालिकाओं को आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि बालिकाओं के सुरक्षा और स्वास्थ्य के मामले में यह हम सभी की जिम्मेदारी है। कुछ सेंटरों में टूटी खिड़कियां, खराब भोजन और गंदगी की समस्या देखने को मिली है। ये सभी मुद्दे बालिकाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

हालात की गंभीरता

अधिकांश वन स्टॉप सेंटरों में बुनियादी आवश्यकताओं की कमी है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है टूटी खिड़कियां, जो न केवल सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि मौसमी प्रभावों का भी सामना करने में परेशानी पैदा करती हैं। इसी तरह, खाद्य गुणवत्ता में गिरावट भी दिखाई दे रही है, जिससे बालिकाओं के पोषण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

इस गंभीर स्थिति के बाद, संबंधित अधिकारियों ने एक सप्ताह के भीतर सुधार के आदेश जारी किए हैं। यह निर्णय उन बालिकाओं के लिए आशा की किरण है, जो विभिन्न समस्याओं का सामना कर रही हैं। प्रशासन ने कहा है कि सभी शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाएगा और उनकी सुरक्षा और कल्याण पर ध्यान दिया जाएगा।

समाज की भूमिका

समाज का भी इस मुद्दे में महत्वपूर्ण योगदान है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये बालिकाएं सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में रह सकें। इसके लिए समाज को जागरूकता फैलाने और समर्थन प्रदान करने की आवश्यकता है। केवल तभी हम एक सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे।

यह स्थिति बालिकाओं की भलाई के लिए गंभीर चिंता का विषय है, और हमें इसे हल करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।

News by indiatwoday.com Keywords: वन स्टॉप सेंटर, बालिकाओं की सुविधाएं, टूटी खिड़कियां, खराब भोजन, गंदगी, प्रशासनिक आदेश, बाल विकास, समाज सुरक्षा, बालिकाओं का स्वास्थ्य, स्थायी सुधार.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow