वन्य जीव प्रेमियों ने DFO को सौंपे गौरैया के घरौंदे:बहराइच में विश्व गौरैया दिवस पर विशेष पहल, स्कूलों में होंगे जागरूकता कार्यक्रम
बहराइच में विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर वन्य जीव प्रेमियों ने एक अनूठी पहल की है। मंगलवार को फ्रेंड्स ऑफ कतर्नियाघाट संगठन ने कतर्नियाघाट वन अधिकारी को गौरैया के लिए लकड़ी के बने विशेष घरौंदे सौंपे। प्रभागीय वनाधिकारी बी शिवशंकर के अनुसार, संगठन के प्रमुख लखमानी और अन्य वन्य जीव प्रेमी लंबे समय से वन्यजीव संरक्षण में सक्रिय हैं। लखमानी ने बताया कि 'गौरैया बचाओ अभियान' के तहत हर साल शहर और आसपास के स्कूलों में कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। इन कार्यशालाओं में हजारों स्कूली बच्चों को गौरैया संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाता है। गुरुवार को मनाए जाने वाले विश्व गौरैया दिवस पर विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। स्कूलों में जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। छात्रों को गौरैया बॉक्स वितरित किए जाएंगे। वन विभाग भी अपनी ओर से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों को वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रेरित करना है।

वन्य जीव प्रेमियों ने DFO को सौंपे गौरैया के घरौंदे
भले ही गौरैया एक सामान्य पक्षी है, लेकिन यह हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा है। हाल ही में, बहराइच में विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर वन्य जीव प्रेमियों ने विशेष पहल की। इस पहल के अंतर्गत, स्थानीय वन विभाग के DFO को गौरैया के घरौंदे सौंपे गए, जो भविष्य में इन पक्षियों के संरक्षण का प्रतीक होगा।
विश्व गौरैया दिवस की महत्ता
हर साल 20 मार्च को मनाए जाने वाला विश्व गौरैया दिवस, इस पक्षी के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। गौरैया, जो कि पक्षियों की दुनिया में एक प्रसिद्ध नाम है, ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी आबादी में भारी गिरावट देखी है। इसके संरक्षण के लिए समाज के विभिन्न हिस्सों को शामिल करना आवश्यक है।
स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम
बहराइच में इस विशेष दिवस के अवसर पर, स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों में गौरैया के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। छात्रों को सिखाया जाएगा कि किस प्रकार से वे इन प्यारे पक्षियों के निवास स्थान का संरक्षण कर सकते हैं और अपनी कम्युनिटी में इस दिशा में सुधार ला सकते हैं।
गौरैया की सुरक्षा के उपाय
गौरैया के घरेलू निवास स्थान को सुरक्षित रखने में कई उपाय किए जा सकते हैं, जैसे कि बाग बगिचे में वृक्षारोपण करना, पानी के स्रोत उपलब्ध कराना, और संरक्षित क्षेत्रों का निर्माण करना। ये छोटे-छोटे कदम हमें गौरैया की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनाएंगे।
संक्षेप में, यह आयोजन बहराइच में ना केवल गौरैया के संरक्षण के लिए एक कदम है, बल्कि यह समाज में प्रेम, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना भी जगाता है।
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