शिमला की झांकड़ी परियोजना को मिला सीबीआईपी अवॉर्ड:1500 मेगावाट नाथपा सर्वश्रेष्ठ अनुरक्षित परियोजना, देश का सबसे बड़ा पावर स्टेशन

हिमाचल प्रदेश में एसजेवीएन की प्रमुख परियोजना 1500 मेगावाट नाथपा झांकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन को वित्त वर्ष 2024-25 में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। जलविद्युत क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ अनुरक्षित परियोजना का सीबीआईपी अवॉर्ड इसे प्रदान किया गया है। नई दिल्ली में आयोजित समारोह में एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजकुमार चौधरी और परियोजना प्रमुख आशुतोष बहुगुणा ने पुरस्कार प्राप्त किया। एक दिन में 39.572 मिलियन यूनिट का रिकॉर्ड हिमाचल प्रदेश के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थित यह देश का सबसे बड़ा भूमिगत हाइड्रो पावर स्टेशन है। परियोजना ने वर्तमान वित्त वर्ष में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 3450.980 मिलियन यूनिट का सर्वाधिक तिमाही उत्पादन दर्ज किया गया। 13 अगस्त 2024 को एक दिन में 39.572 मिलियन यूनिट का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। केंद्रीय जल आयोग अध्यक्ष ने दिया पुरस्कार जुलाई 2024 में 1222.170 मिलियन यूनिट का सर्वाधिक मासिक उत्पादन हासिल किया। विशेष उपलब्धि यह रही कि सतलुज नदी में अधिक सिल्ट होने के बावजूद बिना रुकावट के बिजली उत्पादन जारी रहा। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद और केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष डॉ. एमके सिन्हा ने पुरस्कार प्रदान किया।

Mar 22, 2025 - 18:59
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शिमला की झांकड़ी परियोजना को मिला सीबीआईपी अवॉर्ड:1500 मेगावाट नाथपा सर्वश्रेष्ठ अनुरक्षित परियोजना, देश का सबसे बड़ा पावर स्टेशन
हिमाचल प्रदेश में एसजेवीएन की प्रमुख परियोजना 1500 मेगावाट नाथपा झांकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन को व

शिमला की झांकड़ी परियोजना को मिला सीबीआईपी अवॉर्ड

हाल ही में, शिमला की झांकड़ी परियोजना ने महत्वपूर्ण सीबीआईपी अवॉर्ड हासिल किया है, जिससे यह साबित होता है कि यह परियोजना हमारे देश की बिजली उत्पादन क्षमता में एक मील का पत्थर साबित हो रही है। नाथपा झांकड़ी परियोजना, जिसकी क्षमता 1500 मेगावाट है, ने सबसे अच्छी अनुरक्षित परियोजना का खिताब हासिल किया है। यह देश का सबसे बड़ा पावर स्टेशन भी है, जो अपने बेहतरीन प्रबंधन और तकनीकी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है।

नाथपा झांकड़ी परियोजना: एक संक्षिप्त अवलोकन

नाथपा झांकड़ी बिजली परियोजना हिमाचल प्रदेश में स्थित है और इसकी स्थापना का उद्देश्य एकाग्रता से जल विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देना है। यह परियोजना हिमाचल प्रदेश विद्युत निगम द्वारा संचालित की जा रही है और इसे 1500 मेगावाट की जनरेटिंग क्षमता के साथ विकसित किया गया है। इस परियोजना ने टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक नई दिशा दी है और राज्य में औद्योगिक विकास की नई संभावनाएं खोली हैं।

सीबीआईपी अवार्ड: महत्व और उद्देश्य

सीबीआईपी अवार्ड का लक्ष्य भारत में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्टता को मान्यता देना है। यह अवार्ड न केवल परियोजनाओं की हार्डवेयर क्षमता को देखता है, बल्कि इसके स्थायी संचालन और पर्यावरणीय प्रभाव को भी ध्यान में रखता है। नाथपा झांकड़ी परियोजना ने इन सभी मानदंडों को पूरा करते हुए यह सम्मान अर्जित किया है।

भविष्य की संभावनाएं

झांकड़ी परियोजना की सफलता न केवल हिमाचल प्रदेश के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह परियोजना भविष्य में भी ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। इसके अलावा, सरकार द्वारा हरित ऊर्जा परियोजनाओं को समर्थन देने से नाथपा झांकड़ी परियोजना जैसी अन्य परियोजनाएं भी जन्म ले सकती हैं।

इस प्रकार, हम देखते हैं कि झांकड़ी परियोजना ने न केवल सीबीआईपी अवार्ड जीता है, बल्कि यह देश की ऊर्जा उत्पादन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का माध्यम बन रही है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट 'News by indiatwoday.com' पर जाएं। Keywords: शिमला झांकड़ी परियोजना, सीबीआईपी अवॉर्ड, 1500 मेगावाट नाथपा, सर्वश्रेष्ठ अनुरक्षित परियोजना, देश का सबसे बड़ा पावर स्टेशन, ऊर्जा उत्पादन, जल विद्युत परियोजना, टिकाऊ ऊर्जा, हिमाचल प्रदेश पावर स्टेशन, नाथपा झांकड़ी अवार्ड

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