सतोपंथ ट्रैक रूट पर एक ट्रैकर की दुखद मौत, चार ट्रैकर्स का सफल रेस्क्यू
रैबार डेस्क: उत्तराखंड के सतोपंथ ट्रैक मार्ग पर फंसे 4 ट्रैकर्स का रेस्क्यू कर लिया... The post सतोपंथ ट्रैक रूट पर एक ट्रैकर की मौत, 4 ट्रैकर्स का सकुशल रेस्क्यू appeared first on Uttarakhand Raibar.

सतोपंथ ट्रैक रूट पर एक ट्रैकर की दुखद मौत, चार ट्रैकर्स का सफल रेस्क्यू
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - India Twoday
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के सतोपंथ ट्रैक पर एक ट्रैकर की मौत हो गई, जबकि अन्य चार ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एसडीआरएफ की टीम ने कठिन परिस्थितियों में राहत कार्य किया।
उत्तराखंड के सतोपंथ ट्रैक मार्ग पर एक हादसा सामने आया है जिसमें एक ट्रैकर की मौत हो गई। 3 अक्टूबर को बदरीनाथ थाने से एसडीआरएफ को सूचना मिली कि वसुधारा से लगभग 4 किलोमीटर आगे लक्ष्मीवन क्षेत्र में चार ट्रैकर फंसे हुए हैं। इनमें से एक ट्रैकर की सेहत बहुत खराब हो गई थी। यह स्थान 4000 से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो ट्रैकिंग के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है।
सूचना मिलने के तुरंत बाद, एसडीआरएफ की टीम उप निरीक्षक दीपक सामंत के नेतृत्व में आवश्यक बचाव उपकरण और सेटेलाइट फोन लेकर बदरीनाथ से घटनास्थल के लिए निकल पड़ी। टीम ने दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होते हुए पहुंचकर ट्रैकरों की तलाशी चालू कर दी।
मिशन रेस्क्यू
जानकारी के अनुसार, 12 ट्रैकर्स का एक दल सतोपंथ क्षेत्र में ट्रैकिंग के लिए गया था। इस दल में से छह ट्रैकर पहले ही लौट आए थे, जबकि चार ट्रैकर सतोपंथ क्षेत्र में रुक गए थे। जैसे ही एक ट्रैकर की तबीयत बिगड़ी, अन्य ट्रैकर्स ने उसे नीचे लाने का प्रयास किया। उनके प्रयास विफल होने के बाद, उन्होंने एसडीआरएफ को सूचना दी।
एसडीआरएफ की टीम ने उचित रणनीति बनाते हुए चार ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाला। हालांकि, एक ट्रैकर को बचाया नहीं जा सका, जिसका शव भी लाया गया है। मृतक ट्रैकर की पहचान सुमंता दा पुत्र सुसांता दा के रूप में हुई है, जो कि बराड्रोन, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल का निवासी था। इस हादसे की सूचना से ट्रैकिंग समुदाय में शोक की लहर फैल गई है।
हादसे की समीक्षा
इस घटना ने एक बार फिर से ट्रैकिंग में सुरक्षा उपायों और तैयारियों की आवश्यकता को उजागर किया है। हर साल हजारों ट्रैकर उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में trekking करते हैं, लेकिन ऐसे कठिन और ऊंचे क्षेत्रों में जाने से पहले अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना अति महत्वपूर्ण है। एसडीआरएफ की कार्रवाई सराहनीय है, जिसने समय पर मदद पहुंचाकर हालात को नियंत्रित किया।
इस घटना से बताया जाता है कि तूफानी मौसम और ऊंचाई की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, ट्रैकर्स को ट्रेनिंग और उचित उपकरणों के साथ ही अपने सुरक्षा तकनीकों का पालन करना चाहिए।
इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन को भी इस दिशा में एक ठोस योजना बनानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। ट्रैकिंग का शौक रखने वाले सभी लोगों से अपील है कि वे हमेशा अपने साथ एक प्रशिक्षित गाइड रखें और संचार उपकरण भी अपने पास रखें।
अंत में, हम मृतक ट्रैकर के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और उन सभी ट्रैकर्स के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं जिनका रेस्क्यू किया गया है।
रिपोर्टिंग के लिए धन्यवाद, और अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें: indiatwoday.com
Team India Twoday परिता शर्मा
What's Your Reaction?






