सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कराया:कानपुर की सरकारी जमीन पर चल रहा कॉलेज, इंटर कॉलेज और दुकाने, रिपोर्ट दर्ज

कानपुर में एक किसान ने ग्राम समाज (सरकारी) जमीन पर कब्जा कर इंटर और डिग्री कॉलेज का निर्माण कर लिया। अब वो इसी जमीन पर दोबारा निर्माण कार्य करा रहा है। इसे लेकर राजस्व टीम ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। तब गड़बड़ी पकड़ में आई। किसान को निर्माण कार्य न करने के लिए चेतावनी दी गई मगर वो नहीं माना। इसपर सुरार गांव सचेंडी के लेखपाल ने किसान जो कि कॉलेज व स्कूल प्रबंधक भी है। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। सुरार गांव के लेखपाल अनिल कुमार ने बताया कि गांव की अराजी संख्या 545 खतौनी अभिलेखों में अलग - अलग खातों में ग्राम समाज के नाम पर दर्ज है। कुल जमीन 2.334 हेक्टेयर है। इस जमीन पर पूर्व में किसान अरुण पाण्डेय उर्फ पिण्टू पाण्डेय ने निर्माण कार्य कराया था। अब दोबारा अरुण पाण्डेय उर्फ पिण्टू पाण्डेय निर्मित ढांचा मे पिलर व छत डलवाने के लिए सटरिंग लगवा रहा है। पिलर की ढलाई की जा रही है। लेखपाल अनिल कुमार के मुताबिक 15 नवम्बर 2024 से 17 फरवरी 2025 के बीच अरुण पाण्डेय को निर्माण न करने के लिए कहा गया मगर वो नहीं माना। उसने निर्माण कार्य जारी रखा। राजस्व की टीम ने मौके पर जाकर पैमाइश की तो निर्माण कार्य अराजी संख्या 545 में ही मिला। जिसके बाद लेखपाल ने सचेंडी थाने में अरुण पाण्डेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। सरकारी जमीन पर चल रहा इंटर व डिग्री कॉलेज सरकारी जमीन पर कब्जा कर पंडित विश्वनाथ पाण्डे इंटर व डिग्री कॉलेज बना हुआ है। दोनों में ग्राम समाज की लगभग दस बीघा जमीन पर कब्जा किया गया है। सचेंडी इंस्पेक्टर के मुताबिक मामले में लेखपाल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। राजस्व टीम से मामले में सबूत लेकर चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

Feb 25, 2025 - 05:59
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सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कराया:कानपुर की सरकारी जमीन पर चल रहा कॉलेज, इंटर कॉलेज और दुकाने, रिपोर्ट दर्ज
कानपुर में एक किसान ने ग्राम समाज (सरकारी) जमीन पर कब्जा कर इंटर और डिग्री कॉलेज का निर्माण कर लिया

सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कराया: कानपुर में अवैध कॉलेज, इंटर कॉलेज और दुकानों की रिपोर्ट

हाल ही में कानपुर में एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया है, जिसमें सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य करने की सूचना मिली है। यह मामला तब उजागर हुआ जब संबंधित अधिकारियों ने जांच शुरू की और पाया कि सरकारी जमीन पर एक कॉलेज, इंटर कॉलेज और कई दुकानों का निर्माण किया गया है। यह घटना कानपुर की शहरी विकास योजना के लिए गंभीर चुनौती पेश कर रही है और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस पर तुरंत कार्रवाई की मांग की जा रही है।

कानपुर की ज़मीन पर अवैध कब्जा

कानपुर नगर निगम क्षेत्र में कई सरकारी संपत्तियां हैं, जिनका संरक्षण किया जाना आवश्यक है। हाल ही में नागरिकों और सामाजिक संगठनों द्वारा मिली शिकायतों के आधार पर, अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि अवैध रूप से बनाए गए इन संस्थानों के निर्माण से सरकारी संपत्तियों का न केवल दुरुपयोग हो रहा है, बल्कि यह शहर की अव्यवस्था का भी प्रतीक है।

स्थानीय प्रशासन का कड़ा रुख

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, कानपुर के स्थानीय प्रशासन ने अवैध निर्माण की आवश्यकताओं के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने संबंधित दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, जनता से अपील की गई है कि ऐसे अवैध निर्माण करने वालों की जानकारी उन्हें प्रदान करें ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।

समाज के प्रति जागरूकता

इस प्रकार के मामलों में समाज की भागीदारी आवश्यक होती है। नागरिकों को चाहिए कि वे सरकारी संपत्तियों के संरक्षण के प्रति जागरूक रहें और यदि कोई असामाजिक गतिविधि देखते हैं, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। कानपुर नगर निगम की तरफ से इस मुद्दे पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनाई जा रही है।

सरकारी जमीनों का संरक्षण न केवल कानपुर शहर की विकास संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह नागरिकों की सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

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