सहारनपुर में चाइनीज मांझे में उतरा करंट...बच्चे की मौत:एम्स में चल रहा था इलाज, देर रात को तोड़ा दम, परिवार में मचा कोहराम
सहारनपुर में चाइनीज मांझे में बिजली का करंट दौड़ गया। करंट लगने से एक किशोर झुलस गया। जिसकी उपचार के दौरान देर रात को मौत हो गई है। ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया था। बच्चे का इलाज चंदे के पैसों से कराया जा रहा था। मामला थाना सिटी कोतवाली का है। दरअसल, थाना सिटी कोतवाली के रहने वाला तुषार (8) धमीजा चाइनीज मांझे से उलझी पतंग को लूटने के लिए छत पर चढ़ा। पतंग की डोर बिजली के खंभे से जुड़े तारों में फंसी हुई थी। जैसे ही तुषार ने डोर को पकड़ने की कोशिश की, उसे तेज करंट लगा, जिससे उसके कपड़ों में आग लग गई। पूरे शरीर बुरी तरह झुलस गया। वह बेहोश होकर गिर पड़ा। परिजनों ने तुषार को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले गए। जहां से उसे पिलखनी मेडिकल कॉलेज और फिर ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया। एम्स में तुषार का चल रहा था। शनिवार की देर रात को बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

सहारनपुर में चाइनीज मांझे में उतरा करंट...बच्चे की मौत: एम्स में चल रहा था इलाज, देर रात को तोड़ा दम, परिवार में मचा कोहराम
News by indiatwoday.com
घटना की जानकारी
सहारनपुर में हाल ही में एक अत्यंत दुखद घटना घटी जब चाइनीज मांझे में करंट लगने के कारण एक छोटे बच्चे की जान चली गई। यह घटना उस समय हुई जब बच्चे ने उड़ान भरते पतंग के साथ खेलने की कोशिश की थी। चाइनीज मांझा, जो अब एक गंभीर सुरक्षा खतरा बन चुका है, ने इस दर्दनाक स्थिति को जन्म दिया। बच्चे का उपचार एम्स में किया जा रहा था, लेकिन इसके बावजूद उसकी स्थिति गंभीर बनी रही। देर रात को उसने दम तोड़ दिया, जिसने उसके परिवार में कोहराम मचा दिया।
चाइनीज मांझे की वृद्धि और खतरे
चाइनीज मांझे का प्रयोग आमतौर पर पतंगबाजी में होता है, लेकिन इसकी खतरनाक विशेषताओं के कारण यह समाज में अनेक हादसों का कारण बन चुका है। सरकार और संगठन प्रभावी कदम उठाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन फिर भी इस समस्या का समाधान नहीं निकल पाया है। इस विशेष मांझे की काटन सामग्री की तुलना में अधिक कठोरता इसे खतरनाक बनाती है।
परिवार का दुख
बच्चे की मौत ने उसके परिवार पर गहरा असर डाला है। परिवार के सदस्य इस घटना से बेहद दुखी हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। उनके अनुसार, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। इस घटना ने समाज में इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर रोक लगाने की आवश्यकता है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना के संबंध में एक जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वे योजना बना रहे हैं कि किस प्रकार से इस प्रकार के खतरनाक मेटेरियल के उपयोग को सीमित किया जा सके। साथ ही, कुछ जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे ताकि लोगों को चाइनीज मांझे के खतरों के प्रति जागरूक किया जा सके।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि यह पूरे समाज को इस खतरे के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता की याद दिलाती है। हमें संयुक्त रूप से इस मुद्दे को हल करने के प्रयास करने चाहिए ताकि भविष्य में कोई और बच्चे इसकी चपेट में न आए। Keywords: सहारनपुर चाइनीज मांझा, बच्चे की मौत सहारनपुर, पतंग के साथ करंट, एम्स में इलाज, चाइनीज मांझे के खतरे, पतंगबाजी दुर्घटनाएं, सहारनपुर परिवार का दुख, चाइनीज मांझा और सुरक्षा, पतंग हादसे की जागरूकता, सहारनपुर समाचार
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