महाकुंभ का पहला शाही स्नान आज:संतकबीरनगर से 200 से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज रवाना, 150 बसों की व्यवस्था
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज हो चुका है। संतकबीरनगर से सैकड़ों श्रद्धालु पहले शाही स्नान के लिए प्रयागराज की ओर रवाना हो चुके हैं। जिले के तीन स्थानों से सुबह 8:30 बजे से शाम 7:30 बजे तक एक दर्जन से अधिक बसें श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज के लिए निकली हैं। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोडवेज प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। जिले से कुल 150 बसें प्रयागराज जाएंगी। रोडवेज परिसर में श्रद्धालुओं की सहायता के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 13 से 15 जनवरी तक तीन शिफ्ट में कार्यरत रहेगा। महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें छह शाही स्नान होंगे। पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर, दूसरा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर, तीसरा और चौथा वसंत पंचमी पर, पांचवां 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर और अंतिम शाही स्नान महाशिवरात्रि पर होगा। कल्पवास के दौरान श्रद्धालु एक माह तक संगम तट पर रहकर गंगा में तीन बार स्नान, जप, ध्यान और पूजा-अर्चना करेंगे। बस अड्डों पर श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है और यात्रा के दौरान बसों में राम धुन गूंज रही है। एआरएम बस्ती डिपो आयुष भटनागर के अनुसार, श्रद्धालुओं की सभी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा।

महाकुंभ का पहला शाही स्नान: श्रद्धालुओं का सैलाब
महाकुंभ का पहला शाही स्नान आज यानी 2023 में होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी धार्मिक आयोजन में संतकबीरनगर से 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेने के लिए प्रयागराज की ओर प्रस्थान किया है। इस साल महाकुंभ का बहुत ही विशेष महत्व है, और श्रद्धालुओं का उत्साह साफ देखी जा रही है।
बसों की व्यवस्था
प्रयागराज पहुंचने के लिए संतकबीरनगर से 150 बसों की व्यवस्था की गई है। हर वर्ष की तरह, इस बार भी उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह व्यवस्था की है। बसों की आवाजाही सुचारु रूप से सुनिश्चित की जा रही है ताकि कोई भी श्रद्धालु किसी प्रकार की असुविधा का अनुभव न करे।
महाकुंभ का धार्मिक महत्व
महाकुंभ का यह स्नान विशेष रूप से हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन, लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करते हैं, और उनकी आस्था के कारण यह स्थान विश्वभर से ध्यान आकर्षित करता है। इसे पवित्र पर्व के रूप में देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस अवसर पर धार्मिक प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। सुरक्षा बलों की तैनाती, मेडिकल कैम्प्स, और उचित जल प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है। प्रशासन की कोशिश है कि इस महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा दी जा सके।
आकर्षण का केंद्र
प्रयागराज का महाकुंभ हर बार एक बड़ा आकर्षण बनता है। इसे देखने के लिए न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों से लोग आते हैं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु इस महापर्व का हिस्सा बनने के लिए आते हैं। यहाँ की पवित्रता और धार्मिक माहौल में अद्भुत ऊर्जा होती है।
आगामी दिनों में और अधिक देवी-देवताओं के दर्शन करना, भव्य मेला और सांस्कृतिक गतिविधियों का हिस्सा बनना यहाँ की खासियत है।
फिर से, महाकुंभ के इस पहले शाही स्नान का आनंद लेने के लिए सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं।
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