वाराणसी में बंद मंदिर का ताला खुला:3 शिवलिंग खंडित मिले, मुस्लिम पक्ष ने कहा- हमें कोई दिक्कत नहीं केवल शांति बनी रहे
वाराणसी के मदनपुरा क्षेत्र में स्थित शिव मंदिर को आज प्रशासन द्वारा खोल दिया गया। बताया जा रहा है पूर्व में सनातन संगठन के लोगों ने इस मंदिर को खोलने की मांग की थी। उन्होंने प्रशासन से अपील भी किया था। प्रशासन ने इस पूरे मामले में जांच की और उसके बाद इसे खोलने का निर्णय लिया। आज यानी बुधवार दोपहर 1बजे बजे प्रशासन की टीम यहां पहुंची उनके साथ नगर निगम की भी टीम मौजूद थी। पुलिस की मौजूदगी में इसका ताला खोला गया। मंदिर के अंदर एक खंडित शिवलिंग बाकी चार अन्य शिवलिंग मिले हैं। नगर निगम के द्वारा इसकी सफाई कराई जा रही है। सनातन धर्म के अजय शर्मा ने बताया कि अभी खरमास चल रहा है। 14 जनवरी के बाद हम इस मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना करेंगे। अभी इस मंदिर को साफ कराया जा रहा है। नगर निगम की टीम साफ कर रही है। 2 फीट तक जमी मिट्टी हटवाई आलोक वर्मा ने बताया कि मौके पर किसी का विरोध नहीं है। 2 फीट मिट्टी जमी हुई है उसको साफ कराया जा रहा है। उसके बाद हम बताएंगे कि अंदर क्या मिला है। फिलहाल कैसे पूजा पाठ होगी उसको लेकर भी हम निर्णय लेंगे। खरमास के बाद पूजा-पाठ करेंगे महिलाओं ने कहा कि हम लोगों ने पहले ही दिन शंखनाद करके संदेश दे दिया था कि मंदिर खुलेगा। और आज हमारे महादेव का मंदिर खुल गया है। हम सभी ख़ुशी मना रहे हैं। खरमास के बाद पूजा पाठ करें। मुस्लिम समुदाय के लोग बोले- हमें कोई आपत्ति नहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों के कहा- मंदिर खुलने से हमें कोई आपत्ति नहीं है। मंदिर था जो खुल गया।

वाराणसी में बंद मंदिर का ताला खुला: 3 शिवलिंग खंडित मिले
वाराणसी शहर में एक बंद मंदिर का ताला खुलने से स्थानीय लोगों में हलचल मच गई है। इस घटना के दौरान, 3 शिवलिंग खंडित पाए गए हैं, जो धार्मिक भावनाओं को चोट पहुँचा सकते हैं। मंदिर के दरवाजे खोले जाने के बाद, मुस्लिम पक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि उन्हें इस मामले में कोई दिक्कत नहीं है और केवल शांति बनाए रखना चाहते हैं। इस घटना ने धार्मिक सामाजिक ताने-बाने में सवाल उठाए हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
वाराणसी, जो कि काशी के नाम से भी जाना जाता है, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। यहां के मंदिर और धार्मिक स्थल देशभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। जब मंदिर का ताला खुला तो स्थानीय निवासियों का ध्यान तुरंत इस ओर गया, और जांच में यह पाया गया कि मंदिर के अंदर 3 शिवलिंग खंडित थे। यह घटना न केवल हिंदू समुदाय को प्रभावित करती है, बल्कि इससे समाज में तनाव भी बढ़ सकता है।
मुस्लिम पक्ष का बयान
मुस्लिम समुदाय ने इस घटना पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले से कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य शांति बनाए रखना है। यह बयान धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सम्मान की भावना को दर्शाता है, जो महत्वपूर्ण है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन इस घटनाक्रम की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और समुदाय में शांति बनाए रखने के लिए प्रयास जारी हैं। अधिकारी सक्रिय रूप से सभी पक्षों से बात कर रहे हैं और मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
निष्कर्ष
वाराणसी में बंद मंदिर का ताला खुलना और उसके अंदर शिवलिंग के खंडित होने की घटना विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच संवेदनशीलता को बढ़ा सकती है। ऐसे समय में सभी पक्षों से अपील की जा रही है कि वे शांति बनाए रखें और आपसी भाईचारे का उदाहरण प्रस्तुत करें। स्थानीय समुदाय और प्रशासन को मिलकर इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए।
समाचार स्रोत
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