सांस के रोगी पटाखों से बनाएं दूरी:सल्फर,एल्युमिनियम, कॉपर जैसे मटेरियल बेहद घातक, ऑक्सीजन लेवल गिरने पर तुरंत पहुंचे हॉस्पिटल

दीवाली में सीजन यानी मौसम के बदलाव का भी समय रहता है। इसके अलावा पटाखों और दीयों के जलने से भी सांस के रोगियों की समस्याएं बढ़ जाती है। सल्फर, क्रोमियम, ब्रोमियम, एल्युमिनियम और कॉपर जैसे मटेरियल इन मरीजों के लिए बेहद घातक है, यही कारण है कि ऐसे मरीजों को पटाखों से दूरी बनाकर दिवाली मनानी चाहिए। ये कहना है यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ.संतोष कुमार का। उन्होंने बताया कि सांस की समस्या अब उम्र विशेष के लोगों तक सीमित नहीं रही। हर उम्र के लोग इसकी चपेट में है। यही कारण है इसको लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 32वें एपिसोड में KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार से खास बातचीत... डॉ.संतोष कहते है कि सांस के मरीजों के लिए ये मौसम थोड़ा कठिनाई भरा साबित हो सकता है। PM 10 लेवल में इजाफा होने से उनके लिए डबल अटैक जैसे हालात रहते हैं। यही कारण है कि अलर्टनेस ज्यादा बरतने की जरूरत है। किसी भी हालत में दवा में कोई गैप नही करना है। पहले से चल रही दवा को लेने में लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। इसके अलावा COPD जैसे गंभीर मरीजों के लिए वैक्सीन लगवा लेना बेहतर होगा। सबसे अहम बात ये है कि परेशानी बढ़ते ही एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाने में देरी नहीं करनी चाहिए। देखें वीडियो...

Nov 1, 2024 - 07:20
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सांस के रोगी पटाखों से बनाएं दूरी:सल्फर,एल्युमिनियम, कॉपर जैसे मटेरियल बेहद घातक, ऑक्सीजन लेवल गिरने पर तुरंत पहुंचे हॉस्पिटल
दीवाली में सीजन यानी मौसम के बदलाव का भी समय रहता है। इसके अलावा पटाखों और दीयों के जलने से भी सांस के रोगियों की समस्याएं बढ़ जाती है। सल्फर, क्रोमियम, ब्रोमियम, एल्युमिनियम और कॉपर जैसे मटेरियल इन मरीजों के लिए बेहद घातक है, यही कारण है कि ऐसे मरीजों को पटाखों से दूरी बनाकर दिवाली मनानी चाहिए। ये कहना है यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ.संतोष कुमार का। उन्होंने बताया कि सांस की समस्या अब उम्र विशेष के लोगों तक सीमित नहीं रही। हर उम्र के लोग इसकी चपेट में है। यही कारण है इसको लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 32वें एपिसोड में KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार से खास बातचीत... डॉ.संतोष कहते है कि सांस के मरीजों के लिए ये मौसम थोड़ा कठिनाई भरा साबित हो सकता है। PM 10 लेवल में इजाफा होने से उनके लिए डबल अटैक जैसे हालात रहते हैं। यही कारण है कि अलर्टनेस ज्यादा बरतने की जरूरत है। किसी भी हालत में दवा में कोई गैप नही करना है। पहले से चल रही दवा को लेने में लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। इसके अलावा COPD जैसे गंभीर मरीजों के लिए वैक्सीन लगवा लेना बेहतर होगा। सबसे अहम बात ये है कि परेशानी बढ़ते ही एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाने में देरी नहीं करनी चाहिए। देखें वीडियो...

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