सोनभद्र में साथ रहने के लिए राजी हुए दंपती:पत्नी ने परिवार न्यायालय में दायर किया था मुकदमा, 2021 में  शादी हुई थी

सोनभद्र में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित मीडिएशन सेंटर में रविवार को एक दंपती के विवाद की सुनवाई हुई। मीडिएटर रामचंद्र सिंह की देखरेख में चली इस सुनवाई के बाद दोनों पक्षों ने अपने गिले-शिकवे भूलाकर फिर से साथ रहने का फैसला किया। मामला सोनभद्र के करमा थाना क्षेत्र के बसवां गांव की कविता और घोरावल थाना क्षेत्र के धरमौली गांव के शम्भू यादव का है। दोनों की शादी 2021 में हुई थी, लेकिन 2023 में उनके बीच विवाद बढ़ गया। जिसके बाद कविता को ससुराल से मारपीट कर निकाल दिया गया। कविता ने इसके बाद परिवार न्यायालय में भरण-पोषण का मुकदमा दायर किया। इस मामले को मध्यस्थता के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण के मीडिएशन सेंटर भेजा गया, जहां रविवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान मीडिएशन सेंटर द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद शम्भू यादव भी पहुंचे और बातचीत के बाद दोनों के बीच सुलह हो गई। दोनों ने अपने पुराने मतभेद भुलाकर साथ रहने का निर्णय लिया और खुशी-खुशी अपने घर लौट गए। इस मौके पर अपर जनपद न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शैलेन्द्र यादव ने दंपती को भविष्य में एक-दूसरे का सम्मान करने और अपने दाम्पत्य जीवन को हंसी-खुशी निभाने की सलाह दी।

Oct 27, 2024 - 17:50
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सोनभद्र में साथ रहने के लिए राजी हुए दंपती:पत्नी ने परिवार न्यायालय में दायर किया था मुकदमा, 2021 में  शादी हुई थी
सोनभद्र में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित मीडिएशन सेंटर में रविवार को एक दंपती के विवाद की सुनवाई हुई। मीडिएटर रामचंद्र सिंह की देखरेख में चली इस सुनवाई के बाद दोनों पक्षों ने अपने गिले-शिकवे भूलाकर फिर से साथ रहने का फैसला किया। मामला सोनभद्र के करमा थाना क्षेत्र के बसवां गांव की कविता और घोरावल थाना क्षेत्र के धरमौली गांव के शम्भू यादव का है। दोनों की शादी 2021 में हुई थी, लेकिन 2023 में उनके बीच विवाद बढ़ गया। जिसके बाद कविता को ससुराल से मारपीट कर निकाल दिया गया। कविता ने इसके बाद परिवार न्यायालय में भरण-पोषण का मुकदमा दायर किया। इस मामले को मध्यस्थता के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण के मीडिएशन सेंटर भेजा गया, जहां रविवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान मीडिएशन सेंटर द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद शम्भू यादव भी पहुंचे और बातचीत के बाद दोनों के बीच सुलह हो गई। दोनों ने अपने पुराने मतभेद भुलाकर साथ रहने का निर्णय लिया और खुशी-खुशी अपने घर लौट गए। इस मौके पर अपर जनपद न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शैलेन्द्र यादव ने दंपती को भविष्य में एक-दूसरे का सम्मान करने और अपने दाम्पत्य जीवन को हंसी-खुशी निभाने की सलाह दी।

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