अमेरिका में न्यूक्लियर कर्मचारियों की नौकरी फिर बहाल:ट्रम्प ने 24 घंटे में पलटा मस्क का फैसला; एक्सपर्ट्स ने बताया था सुरक्षा से खिलवाड़
अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने देश के न्यूक्लियर हथियार के विभाग नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) के सैकड़ों कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर रोक लगा दी है। इससे पहले इलॉन मस्क के डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने गुरुवार को इस डिपार्टमेंट से करीब 350 लोगों की छंटनी की थी। इस छंटनी का मकसद सरकारी खर्च में कटौती करना था। एक्सपर्ट्स ने आशंका जाहिर की थी कि इस फैसले से देश की सुरक्षा पर खतरा हो सकता है। जिसके बाद ट्रम्प ने 24 घंटे में ही मस्क के डिपार्टमेंट का फैसला पलट दिया। एक्सप्रेस यूएस के मुताबिक NNSA के कर्मचारी अमेरिकी परमाणु हथियारों को डिजाइन करने, नष्ट करने, नेवी को पनडुब्बियों के लिए परमाणु रिएक्टर देने और न्यूक्लियर इमरजेंसी के हालात से निपटने में महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। इनमें परमाणु हथियारों को रिअसेंबल करने कर्मचारी भी शामिल थे, जो न्यूक्लियर वैपन इंडस्ट्री के सबसे संवेदनशील कामों में से एक माना जाता है। 28 को छोड़कर बाकी सभी की बर्खास्तगी रद्द NNSA की डायरेक्टर टेरेसा रॉबिंस ने शुक्रवार को 28 को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारियों की बर्खास्तगी रद्द करने का आदेश जारी किया। इस आदेश में कहा गया कि 13 फरवरी, 2025 को आपको जारी किया गया बर्खास्तगी का निर्णय तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। दरअसल मस्क के DOGE विभाग ने एनर्जी डिपार्टमेंट से 2000 कर्मचारियों की छंटनी का प्लान किया था। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के डायरेक्टर डेरिल किमबॉल ने बताया कि DOGE विभाग के लोगों को इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वो किस डिपार्टमेंट से लोगों को निकाल रहे हैं। सरकारी खर्च में कटौती के लिए बनाया मस्क का डिपार्टमेंट ट्रम्प ने पिछले साल सरकारी फिजूलखर्ची को कम करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) नाम से नया विभाग बनाने का ऐलान किया था। इसका प्रमुख इलॉन मस्क को बनाया गया है। ट्रम्प का दावा है कि डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी इस युग का मैनहटन प्रोजेक्ट होगा।’ DOGE का मकसद अमेरिकी सरकार के सालाना खर्च को एक तिहाई तक कम करना है। ट्रम्प ने DOGE को काम पूरा करने के लिए 4 जुलाई 2026 तक का समय दिया है। इस दिन अमेरिका को आजाद हुए 250 साल पूरे हो जाएंगे। बता दें कि अमेरिका ने मैनहटन प्रोजेक्ट के तहत ही न्यूक्लियर बम का आविष्कार किया था, जिससे पूरी दुनिया बदल गई थी। 14 राज्यों ने किया ट्रम्प और मस्क के खिलाफ केस अमेरिका के 14 राज्यों ने इसी फैसले को लेकर ट्रम्प और मस्क के खिलाफ केस किया है। ये राज्य इलॉन DoGE प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, DoGE प्रमुख के तौर पर इलॉन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है।

अमेरिका में न्यूक्लियर कर्मचारियों की नौकरी फिर बहाल
News by indiatwoday.com
नाटकीय बदलाव: ट्रम्प का अप्रत्याशित निर्णय
हाल ही में, अमेरिका में न्यूक्लियर कर्मचारियों की नौकरियों को फिर से बहाल करने का निर्णय लिया गया है। यह फैसला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अचानक आने वाले 24 घंटे के भीतर लिया गया, जहां उन्होंने एलन मस्क के पिछले फैसले को पलट दिया। न्यूक्लियर क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए यह बहुत बड़ी राहत है, जो लंबे समय से अपनी नौकरी को लेकर चिंतित थे।
सुरक्षा चिंताओं की बढ़ती आवाजें
हालाँकि, इस फैसले का स्वागत करते हुए, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह सुरक्षा से खिलवाड़ कर सकता है। न्यूक्लियर उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन करना महत्वपूर्ण है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बेरोजगारी और तनाव से प्रभावित कर्मचारी सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकेंगे, जिससे संभावित खतरनाक स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
क्या है इस फैसले का कारण?
ट्रम्प का यह आदेश संभावित नीतिगत परिवर्तनों और अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। एक ऐसे समय में जब न्यूक्लियर ऊर्जा के प्रति बढ़ती निर्भरता देखी जा रही है, ऐसे में कर्मचारियों की बहाली न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए, बल्कि देश की ऊर्जा रणनीति के लिए भी जरूरी है।
भविष्य में क्या होगा?
न्यूक्लियर कर्मचारियों की बहाली का यह फैसला कई नए अवसरों को जन्म दे सकता है। अब देखना यह है कि क्या यह निर्णय स्थायी होगा, या यह केवल एक अस्थायी समाधान है। सरकार द्वारा अधिकतम सुरक्षा मानकों को बनाए रखते हुए न्यूक्लियर क्षेत्र में काम को बढ़ावा देने के लिए ठोस योजनाएँ बनानी होंगी।
अंत में, अमेरिकी न्यूक्लियर कर्मचारियों के लिए यह एक नया सवेरा है, लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा मानकों की गंभीरता को भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है।
निष्कर्ष
इस बदलाव ने न्यूक्लियर उद्योग में एक नया दृढ़ता का संचार किया है और सभी की निगाहें अब इस पर होंगी कि क्या यह बदलाव दीर्घकालिक होगा। Keywords: अमेरिका न्यूक्लियर कर्मचारी बहाली, ट्रम्प फैसला, मस्क न्यूक्लियर सुरक्षा, न्यूक्लियर इंडस्ट्री में नौकरी, न्यूक्लियर क्षेत्र में सुरक्षा चिंताएँ, न्यूक्लियर ऊर्जा भविष्य, ट्रम्प और मस्क विवाद, अमेरिका की ऊर्जा नीति, नौकरी की स्थिरता न्यूक्लियर में, सुरक्षा मानकों की आवश्यकता
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