उमा भारती बोलीं- महाकुंभ पर गलत बयानबाजी आस्था का अपमान:झांसी से कुंभ रवाना हुई, कहा- केजरीवाल जिस कोख से निकले, उसे अपमानित किया

झांसी में रविवार रात को पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने महाकुंभ को लेकर विपक्ष के बयानों का करारा जबाव दिया। उन्होंने कहा कि “महाकुंभ में पूरे संसार का समागम होता है। ऐसे में महाकुंभ को लेकर गलत बयानबाजी करना करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान है। इसी कारण से विपक्ष की ये दुर्दशा हो रही है। महाकुंभ अमृत की बेला है। लोग भगवान की भक्ति का अमृत प्राप्त करने के लिए महाकुंभ में शामिल होने जा रहे हैं।” उमा भारती महाकुंभ जाने के लिए झांसी पहुंची थी। यहां पानी वाली धर्मशाला के पास प्राचीन गणेश मंदिर में पूजा अर्चना के बाद वे ट्रेन से महाकुंभ के लिए रवाना हो गई। इस दौरान उनके साथ विधायक राजीव पारीछा भी साथ थे। डुबकी लगाने वालों के आगे राहुल-अखिलेश नहीं टिकते विपक्षी नेताओं को महाकुंभ के आमंत्रण संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग बिना आमंत्रण के महाकुंभ में स्नान करने आ रहे हैं। जो आस्था रखते हैं, उन्हें महाकुंभ में शामिल होना चाहिए। कड़ाके की ठंड में कई किलोमीटर की लाइन में लगकर जो लोग संगम में डुबकी लगाएंगे। वे इतने बड़े लोग हैं कि उनके सामने राहुल, अखिलेश नहीं टिकते। एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज को समर्थवान बनाना चाहते हैं। इसलिए जनधन, उज्ज्वला योजना आदि शुरू की गई हैं। केजरीवाल जिस कोख से निकले उसे अपमानित किया उमा भारती ने कहा कि केजरीवाल अन्ना हजार के आंदोलन से निकले हैं। वह जिस कोख से निकले, उसको ही अपमानित कर दिया। दिल्ली के पूर्व सीएम कभी कहते थे कि लाल बत्ती नहीं लेंगे, एक कमरे के मकान में रहेंगे। आज सब कुछ जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कार सेवकों पर गोलियां चलाई हों, उनकी हत्याएं की हो। उनके लिए यही कहा जा सकता है कि ऐसे लोग भी संसार में होते हैं। यह नहीं होंगे तो क्या सृष्टि का संतुलन बिगड़ जाएगा।

Jan 13, 2025 - 00:30
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उमा भारती बोलीं- महाकुंभ पर गलत बयानबाजी आस्था का अपमान:झांसी से कुंभ रवाना हुई, कहा- केजरीवाल जिस कोख से निकले, उसे अपमानित किया
झांसी में रविवार रात को पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने महाकुंभ को लेकर विपक्ष के बयानों का कर

उमा भारती बोलीं- महाकुंभ पर गलत बयानबाजी आस्था का अपमान

उमा भारती ने हाल ही में महाकुंभ के संबंध में ने कुछ विवादित बयान दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग महाकुंभ पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं, जो आस्था का अपमान है। उनकी बातों ने कई समाजिक और राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। उमा भारती ने झांसी से कुंभ के लिए रवाना होते समय ये बयान दिए।

केजरीवाल को लेकर की गई टिप्पणी

उमा भारती ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "केजरीवाल जिस कोख से निकले हैं, उसे अपमानित किया जा रहा है।" उनके इस बयान का मकसद एक बड़ी चर्चा को जन्म देना था, जिसने विरोधियों को भी अपनी प्रतिक्रिया देने पर मजबूर किया।

महाकुंभ और आस्था का महत्व

महाकुंभ, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जहां लाखों लोग अपनी आस्था के तहत संगम पर स्नान करने आते हैं। उमा भारती का यह कहना कि किसी के बयान से इस पर्व का अपमान हो रहा है, इस बात को दर्शाता है कि धार्मिक आस्था भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

उमा भारती के इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने उनके विचारों का समर्थन किया, जबकि कुछ ने उन्हें कठोर शब्दों में नकारा है। यह स्पष्ट है कि महाकुंभ के धार्मिक महत्व और राजनीति को लेकर विचारों में अंतर है, जो हमेशा चर्चा का विषय होता है।

समाज में आस्था की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है और ऐसे वक्त में जब कोई इसे चुनौती देता है, तो वह न केवल एक धार्मिक विवाद पैदा करता है बल्कि समाज में विभाजन भी करता है।

समापन विचार

उमा भारती का बयान एक बड़ा मुद्दा बन गया है और इससे महाकुंभ की धार्मिक आस्था पर बहस छिड़ गई है। इस मुद्दे पर आगे कैसे प्रतिक्रिया विकसित होती है, यह देखना दिलचस्प होगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि आस्था का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।

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