कंगना रनोट के खिलाफ याचिका पर आज सुनवाई:कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए; आगरा में आज वकीलों के बयान दर्ज होंगे
बॉलीवुड एक्ट्रेस और हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद कंगना रनोट के खिलाफ दायर याचिका में आज मंगलवार को आगरा कोर्ट में सुनवाई होगी। कंगना के खिलाफ दायर मामले में स्पेशल कोर्ट MP-MLA अनुज कुमार सिंह की कोर्ट में जिरह होगी। दोपहर बाद वकीलों के बयान दर्ज किए जाएंगे। एडवोकेट रमाशंकर शर्मा ने स्पेशल कोर्ट MP-MLA में कंगना के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान का आरोप लगाते हुए 13 सितंबर को याचिका दाखिल की थी। आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रमाशंकर शर्मा ने याचिका में आरोप लगाते हुए कहा- कंगना ने धरने पर बैठे लाखों किसानों पर अभद्र टिप्पणी की। उन्हें हत्यारा और बलात्कारी करार दिया। यही नहीं, कंगना ने 16 नवंबर 2021 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का मजाक उड़ाया था। कंगना पर भावनाएं आहत करने का आरोप एडवोकेट ने कहा- मैं भी किसान परिवार से हूं। 30 साल तक खेती-किसानी की। किसानों और राष्ट्रपिता के प्रति सम्मान रखता हूं। कंगना ने हमारी और लाखों किसानों की भावनाएं आहत की है। उन पर राष्ट्रद्रोह का केस हो। रमाशंकर शर्मा ने बताया कि 31 अगस्त को उन्होंने पुलिस कमिश्नर और थाना न्यू आगरा को शिकायत भेजकर कार्रवाई करने की मांग भी की थी। इस मामले में 17 सितंबर को एडवोकेट रमाशंकर शर्मा के कोर्ट में बयान होने थे, लेकिन कोर्ट ने 25 सितंबर की डेट दे दी थी। भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा किया, कहा- उनकी निजी राय कंगना के बयान पर विवाद बढ़ता देखकर भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया था। पार्टी ने कहा था- ये कंगना के अपने विचार हैं। पार्टी इससे सहमत नहीं। कंगना को आगे ऐसे बयान न देने की हिदायत दी गई है। पहले भी किसानों पर विवादित बयान दे चुकी कंगना 1- आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। सोशल मीडिया पर लिखा था- 'खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। 2- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। इसमें कंगना ने एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी हैं, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध हैं। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना के बयान पर CISF कॉन्स्टेबल ने जड़ा था थप्पड़ 3 महीने पहले कंगना रनोट जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आईं तो यहां CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। CISF कॉन्स्टेबल की वीडियो भी सामने आई थी, जिसमें वह कह रही थीं कि कंगना ने जब किसान आंदोलन में शामिल महिला को 100 रुपए में धरना देने वाली कहा था तो उसकी मां भी धरने पर बैठी थीं। थप्पड़ जड़ने के बाद एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कुलविंदर कौर को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
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