गोंडा में प्लास्टिक कचरे का बेहतर प्रबंधन:देवीपाटन मंडल के पहले केंद्र ने 75 कुंतल कचरे का किया निस्तारण, सड़क निर्माण में होगा उपयोग

गोंडा में स्थापित देवीपाटन मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। केंद्र ने अब तक 75 कुंतल प्लास्टिक कचरे का निस्तारण कर दिया है। इस कचरे में सिंगल यूज प्लास्टिक और प्लास्टिक की बोतलें शामिल हैं। पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और जिला पंचायत इस निस्तारित प्लास्टिक का उपयोग सड़क निर्माण में करेंगे। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्थापित यह केंद्र 4R सिद्धांत पर काम करता है। इसमें रिफ्यूज, रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल शामिल हैं।केंद्र रिसाइकिल योग्य प्लास्टिक को स्क्रैप डीलरों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाता है। गैर-रीसाइक्लेबल प्लास्टिक को विखंडित कर सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में इस्तेमाल किया जाता है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने सभी से प्लास्टिक कचरे के सही निस्तारण में सहयोग की अपील की है। यह केंद्र स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों से प्लास्टिक कचरे को सही तरीके से डिस्पोज करने की अपील की है। इस पहल से जिले में पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को मजबूती मिल रही है।

Mar 3, 2025 - 18:59
 65  291788
गोंडा में प्लास्टिक कचरे का बेहतर प्रबंधन:देवीपाटन मंडल के पहले केंद्र ने 75 कुंतल कचरे का किया निस्तारण, सड़क निर्माण में होगा उपयोग
गोंडा में स्थापित देवीपाटन मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र सफलतापूर्वक कार्य कर

गोंडा में प्लास्टिक कचरे का बेहतर प्रबंधन

देवीपाटन मंडल ने गोंडा में अभिनव पहल के तहत प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस केंद्र ने 75 कुंतल प्लास्टिक कचरे का सफल निस्तारण किया है, जो न केवल पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि स्थानीय विकास में भी योगदान देता है।

प्लास्टिक कचरे का निस्तारण

गोंडा में स्थापित यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के निस्तारण में एक मील का पत्थर साबित हुआ है। यह केंद्र स्थानीय प्रशासन और वासी समुदाय के सहयोग से कार्य कर रहा है। यहाँ, प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल करके सड़क निर्माण में उपयोग किया जाएगा, जिससे सड़कें मजबूत व टिकाऊ बनेंगी।

सड़क निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग

इस नवोन्मेषी विधि का उपयोग स्थानीय सड़क निर्माण परियोजनाओं में किया जाएगा। प्लास्टिक के मिश्रण से सड़क की गुणवत्ता में सुधार होगा और इससे लंबे समय तक सड़कें चलेंगी। ऐसे कदमों से न केवल कचरा प्रबंधन में सुधार होगा, बल्कि सामुदायिक विकास में भी सहायता मिलेगी।

केंद्र की भविष्य की योजनाएं

इस केंद्र का उद्देश्य भविष्य में भी प्लास्टिक कचरे के बेहतर प्रबंधन के लिए नए और प्रभावी तरीके विकसित करना है। इसके माध्यम से, स्थानीय नागरिकों को जागरूक किया जाएगा और उन्हें कचरा प्रबंधन में शामिल किया जाएगा।

गोंडा का यह अनोखा कदम अन्य मंडलों के लिए एक उदाहरण बन सकता है। समाज के विभिन्न वर्गों के लोग अब कचरे को एक समस्या के रूप में नहीं, बल्कि संसाधन के रूप में देखेंगे।

विकास और पर्यावरण संरक्षण को मद्देनजर रखते हुए, यह पहल सभी नागरिकों के लिए स्वच्छता और स्वास्थ्य का संकेत है।

News by indiatwoday.com Keywords: प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन, गोंडा प्लास्टिक रिसाइक्लिंग केंद्र, देवीपाटन मंडल, प्लास्टिक कचरा निस्तारण, सड़क निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग, पर्यावरण संरक्षण गोंडा, स्वच्छता और स्वास्थ्य, प्लास्टिक कचरा समाधान, कचरा निस्तारण उपाय, गोंडा समाचार

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow