गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी का अनुमान वापस लिया:टैरिफ नीति पर 90 दिन की रोक के बाद घटाई आशंका; रिसेशन के अब 45% चांस
ट्रंप के नई टैरिफ नीति पर 90 दिन की रोक लगाने के बाद ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी का अनुमान घटा दिया है। 9 अप्रैल को गोल्डमैन ने अमेरिका में अगले 12 महीनों में मंदी आने की 65% संभावना जताई थी। लेकिन ट्रंप की घोषणा के कुछ ही घंटों में गोल्डमैन ने रिसेशन फोरकास्ट को वापस ले लिया। रिसर्च फर्म का मानना है कि ट्रेड-टैरिफ वॉर और स्लो ग्रोथ के चलते मंदी आने की आशंका अभी भी 45% है। गोल्डमैन ने कहा पुराने टैरिफ अभी भी लागू हैं। इससे सेक्टर स्पेसिफिक टैरिफ 25% तक पहुंचने की आशंका है। फर्म ने 2025 में अमेरिकी इकोनॉमी की ग्रोथ रेट का अनुमान सिर्फ 0.5% रखा है। नई टैरिफ नीति के बाद बढ़ी ग्लोबल मंदी की आशंका टैरिफ पर रोक के बाद अमेरिकी बाजार 12% तक चढ़े अमेरिकी बाजार 9 अप्रैल को 12% तक चढ़कर बंद हुए। एशियाई बाजारों में भी 10% तक की तेजी है। बाजारों में आई इस तेजी की वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का वो फैसला है जिसमें उन्होंने चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया है। बाजार में अस्थिरता की वजह 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा। इस कदम ने टैरिफ वॉर शुरू कर दिया है। अमेरिका के टैरिफ के जवाब में चीन ने अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया। चीन के टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका ने 50% एडिशनल टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। इससे कुल टैरिफ 104% हो गया। ट्रम्प की इस कार्रवाई के जवाब में चीन ने तय किया वो अब जवाबी 84% टैरिफ लगाएगा। 9 अप्रैल को ट्रम्प ने एक बार फिर चीन पर टैरिफ को बढ़ाकर 125% कर दिया, लेकिन बाकी सभी देशों पर 9 अप्रैल से लागू होने वाले टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया।

हाल ही में, गोल्डमैन सैक्स ने अपने मंदी के अनुमान को वापस ले लिया है। यह कदम अमेरिका की अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावनाओं के साथ-साथ टैरिफ नीति पर 90 दिन की रोक के चलते उठाया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अवधि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव को कम करने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
टैरिफ नीति का प्रभाव
गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, टैरिफ नीति में 90 दिन की रोक से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिलेगी। व्यापार युद्ध में कमी से बाजार में विश्वास बढ़ने की संभावना है। इससे वैश्विक डिमांड में सुधार होगा, जो कि उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देगा।
रिसेशन की संभावनाएँ
हालांकि, रिसेशन की संभावनाएँ अभी भी बनी हुई हैं। गोल्डमैन सैक्स ने अब रिसेशन के होने की संभावना को 45% बताया है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर आर्थिक नीतियों में जल्द बदलाव नहीं किए गए, तो यह स्थिति बदतर हो सकती है।
विश्लेषकों की राय
कई विश्लेषक इस निष्कर्ष से सहमत हैं कि टैरिफ नीति में बदलाव संभवतः आर्थिक स्थिरता के लिए क्रांतिकारी सिद्ध हो सकता है। गोल्डमैन सैक्स के शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि सरकार उपभोक्ता और व्यापारिक खर्चों को बढ़ावा देती है, तो मंदी के खतरे को कम किया जा सकता है।
आर्थिक नीतियों में संतुलन आवश्यक है, क्योंकि यह केवल व्यापारिक माहौल को ही नहीं, बल्कि उपभोक्ता की मानसिकता को भी प्रभावित करता है। हर कोई बेहतर भविष्य की आशा कर रहा है, लेकिन स्थायी स्थिरता के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
निष्कर्ष
गोल्डमैन सैक्स का अमेरिका में मंदी का अनुमान वापस लेना दर्शाता है कि आर्थिक सुधार की संभावनाएँ जीवित हैं। हालाँकि, आर्थिक दृष्टिकोण में प्रगति के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता होगी। कीवर्ड्स: गोल्डमैन सैक्स, अमेरिका मंदी 2023, टैरिफ नीति, रिसेशन संभावना, अमेरिका आर्थिक सुधार, आर्थिक नीतियाँ, व्यापारिक तनाव, उपभोक्ता खर्च, वैश्विक डिमांड, मंदी का अनुमान
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