गोवंश आश्रय स्थलों में लापरवाही का खुलासा:प्रधान और सेक्रेटरी समेत 7 पर FIR का निर्देश, सभी आश्रय केंद्रों की होगी जांच

गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गो आश्रय स्थलों में गंभीर लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की है। बेलसर विकासखंड के पकवान और ताराडीह ग्राम पंचायत के अस्थायी गो आश्रय स्थलों में पाई गई दुर्व्यवस्थाओं के लिए ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी और केयरटेकर के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है। साथ ही बेलसर के BDO के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई है लापरवाही मिलने पर डीएम द्वारा और विस्तृत जांच करने के आदेश दिए गए है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट में गंभीर खामियां सामने आईं। दोनों गो आश्रय स्थलों पर ठंड से बचाव का कोई प्रबंध नहीं था। भूसा और हरा चारा नहीं के बराबर था। पकवान गांव में पीने के पानी का टैंक नहीं था और पशुओं को दूषित तालाब का पानी पिलाया जा रहा था। जिलाधिकारी ने जनपद के सभी गो आश्रय स्थलों की जांच के लिए टीम गठित की है। प्रत्येक केंद्र की वित्तीय गतिविधियों की आंतरिक ऑडिट भी होगी। डीएम ने स्पष्ट किया है कि गोवंशों के रखरखाव में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान गोवंशों के बेहतर प्रबंधन और भविष्य में ऐसी लापरवाही रोकने के लिए चलाया जा रहा है। डीएम ने यह भी निर्देश दिया है, कि अगर कोई लापरवाही किसी भी गौ आश्रय केंद्र के संचालन के दौरान मिलेगी तो इसी तरीके की कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Jan 10, 2025 - 16:05
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गोवंश आश्रय स्थलों में लापरवाही का खुलासा:प्रधान और सेक्रेटरी समेत 7 पर FIR का निर्देश, सभी आश्रय केंद्रों की होगी जांच
गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गो आश्रय स्थलों में गंभीर लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की है। बेल

गोवंश आश्रय स्थलों में लापरवाही का खुलासा

हाल ही में गोवंश आश्रय स्थलों में लापरवाही के मामले सामने आए हैं, जिसने प्रशासनिक गड़बड़ी को उजागर किया है। इस संबंध में प्रधान और सेक्रेटरी समेत सात व्यक्तियों पर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। यह कदम उन लोगों के खिलाफ उठाया गया है जो इन आश्रय केंद्रों की देखरेख में लापरवाह साबित हुए हैं।

प्रशासन की कार्रवाई

सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने सभी आश्रय केंद्रों की जांच करने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी केंद्रों पर उचित देखभाल और सुरक्षा के मानक लागू हों। गोवंश की देखभाल के प्रति यह लापरवाही चिंताजनक है और इसे गंभीरता से लिया जाएगा।

लापरवाही के कारण

आश्रय स्थलों में मिली लापरवाही मुख्य रूप से प्रबंधन की कमी, पर्याप्त संसाधनों की अनुपलब्धता और नियमित निगरानी की कमी के कारण है। संबंधित अधिकारियों ने इन समस्याओं का समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया

स्थानीय जनता इस कार्रवाई को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रही है। गांववासियों का कहना है कि गोवंश का संरक्षण उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, और उन्हें उचित देखभाल मिलनी चाहिए। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।

विशेषज्ञों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने भी इस स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। उनका मानना है कि यदि इन आश्रय स्थलों में उचित उपाय किए जाएं तो गोवंश के कल्याण में बड़ी मदद मिलेगी।

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इस मुद्दे पर अधिक जानकारियों के लिए नवीनतम अपडेट प्राप्त करने के लिए indiatwoday.com पर नियमित रूप से चेक करते रहें। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई और जांच के परिणामों की रिपोर्ट जल्द ही सामने आएगी। Keywords: गोवंश आश्रय स्थलों की लापरवाही, प्रधान और सेक्रेटरी FIR निर्देश, सभी आश्रय केंद्रों की जांच, गोवंश सुरक्षा, प्रशासनिक कार्रवाई, स्थानीय जनसंख्या की प्रतिक्रिया, गोवंश कल्याण, आश्रय स्थलों की देखभाल, पर्यावरण कार्यकर्ताओं की चिंता, indiatwoday.com खबर.

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