गोवंश तस्करी का भंडाफोड़, एक तस्कर गिरफ्तार:चंदौली में 6 गोवंश बरामद, बिहार ले जाते समय रास्ते में पकड़ा
चंदौली जिले में पुलिस ने गौवंश तस्करी के एक मामले का खुलासा किया है। नौगढ़ थाने की पुलिस टीम ने लौवारी कला के पास जंगल से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 6 गोवंश बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपी की पहचान बिहार के भभुआ जिले के चैनपुर निवासी नागेश्वर बिंद के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर मिर्जापुर के अहरौरा के ग्रामीण इलाकों से सस्ते दामों में पशु खरीदता है। फिर इन्हें जंगल के रास्ते बिहार ले जाकर वध के लिए ऊंचे दामों में बेच देता है। एसपी आदित्य लांग्हे के निर्देश पर चल रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। नौगढ़ थानाध्यक्ष कृपेंद्र प्रताप सिंह को सोमवार को सूचना मिली थी कि एक तस्कर जंगल के रास्ते गौवंश को बिहार की तरफ ले जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष कृपेंद्र प्रताप सिंह के अलावा अमित कुमार सिंह, अभय कुमार सिंह, मोहम्मद गुफरान और सूरज यादव शामिल थे। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है।

गोवंश तस्करी का भंडाफोड़, एक तस्कर गिरफ्तार
चंदौली जिले में गोवंश तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने सफलतापूर्वक एक तस्कर को गिरफ्तार करते हुए उसके कब्जे से 6 गोवंश जब्त किए हैं। तस्कर इन गोवंशों को बिहार ले जाने के प्रयास में था, जब पुलिस ने उसे रास्ते में पकड़ लिया। यह घटना स्थानीय प्रशासन और पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है।
पुलिस की कारवाई और तस्करी का रूट
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चंदौली में एक नियमित पुलिस जांच के दौरान संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। जब पुलिस ने सड़क पर वाहनों की जांच की, तब उन्हें एक वाहन में गोवंश मिले। प्रारंभिक पूछताछ के बाद, तस्कर ने खुलासा किया कि वह इन पशुओं को अवैध तरीके से बिहार का एक शहर पहुंचाने की योजना बना रहा था। पुलिस ने तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
गोवंश तस्करी की गंभीरता
गोवंश तस्करी न केवल एक कानूनी अपराध है बल्कि यह मानवता के लिए भी चुनौती है। देशभर में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसमें पशुओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। स्थानीय प्रशासन और पशुपालन विभाग लगातार इस तरह के अपराधों की रोकथाम पर काम कर रहे हैं। इस मामले में भी पुलिस ने अपनी तत्परता का परिचय देते हुए तस्करी का भंडाफोड़ किया है।
समुदाय की जागरूकता
समुदाय के सदस्यों को इस तरह के अवैध व्यापार के खिलाफ जागरूक होना आवश्यक है। पुलिस के साथ मिलकर स्थानीय लोग भी तस्करी की गतिविधियों की सूचना देने में मदद कर सकते हैं। इसे रोकने के लिए, समस्त नागरिकों का सहयोग आवश्यक है, ताकि इस तरह के अपराधों को जड़ से समाप्त किया जा सके।
यह घटना न केवल चंदौली बल्कि पूरे भारत में गोवंश सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। सभी को मिलकर ऐसे अपराधों का डटकर मुकाबला करना चाहिए।
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