छात्रावास में फंदे पर झूलती मिली मेडिकल छात्रा, कॉलेज प्रशासन में मचा हड़कंप
उत्तराखंड,श्रीनगर : श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के अलकनंदा छात्रावास में रविवार दोपहर एक दर्दनाक घटना सामने आई। झारखंड के रांची की रहने वाली 27 वर्षीय पीजी एनाटॉमी प्रथम वर्ष की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। छात्रा का शव छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका हुआ पाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना […] The post छात्रावास में फंदे पर झूलती मिली मेडिकल छात्रा, कॉलेज प्रशासन में मचा हड़कंप first appeared on Vision 2020 News.
छात्रावास में फंदे पर झूलती मिली मेडिकल छात्रा, कॉलेज प्रशासन में मचा हड़कंप
उत्तराखंड, श्रीनगर: एक दर्दनाक घटना ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के अलकनंदा छात्रावास में रविवार दोपहर को हड़कंप मचा दिया। झारखंड के रांची की निवासी 27 वर्षीय पीजी एनाटॉमी प्रथम वर्ष की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। इस घातक घटना में छात्रा का शव छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला।
घटना का समय और पृष्ठभूमि
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना रविवार को दोपहर के करीब 1:30 बजे हुई। मृतका ने पहले एमबीबीएस की पढ़ाई पटना से की थी और वर्तमान में वह श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पीजी एनाटॉमी की छात्रा थी। इतनी युवा आयु में इस तरह की घटना ने न केवल कॉलेज के छात्रों और प्रशासन में बल्कि पूरे शहर में चिंता का माहौल उत्पन्न कर दिया है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच सभी पहलुओं से कर रही है। यह जांच इस दिशा में भी होगी कि क्या कुछ मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे छात्रा को प्रभावित कर रहे थे।
छात्रा की पहचान और कॉलेज प्रशासन का बयान
छात्रा की पहचान और उससे जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। कॉलेज प्रशासन ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए एक आवश्यक बैठक बुलाई है जिसमें छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की जाएगी। कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा, "यह एक बेहद दुखद घटना है, और हम सभी प्रयास करेंगे कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। हम सभी छात्रों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।"
मनोरोग और मानसिक स्वास्थ्य का महत्व
इस घटना ने एक बार फिर से मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है। खासकर मेडिकल छात्रों में मानसिक तनाव और अवसाद की समस्याएं आम होती जा रही हैं। इस समय यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि कॉलेजों को इसके निवारण के लिए उचित उपाय करने चाहिए, जैसे कि परामर्श सेवा और सपोर्ट ग्रुप्स का प्रावधान।
निष्कर्ष
बिना किसी पूर्व पहचान के छात्रा द्वारा की गई आत्महत्या ने सभी को चौंका दिया है। यह घटना न केवल परिवार और कॉलेज के लिए दुखद है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। हमें मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि जीवन में कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूत मानसिक स्थिति आवश्यक है। जानकारों का मानना है कि इस मामले में विचार करना और समझदारी से कार्रवाई करना बेहद जरूरी है। कॉलेज प्रशासन को छात्राओं की मानसिक स्वास्थ्य के लिए दिशा निर्देश जारी करने चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो।
हम सभी छात्राओं और छात्रों के लिए संदेश भेजते हैं कि अगर आप कभी भी मानसिक तनाव या चिंता महसूस करें तो सहायता लेने से ना हिचकिचाएं।
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