जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर एक साल में 85% गिरा:प्रमोटर्स पर ₹262 करोड़ की हेराफेरी का आरोप; SEBI ने डायरेक्टर पद से हटाया

SEBI के एक्शन के बाद जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड का शेयर बुधवार को 5% गिरावट (लोअर सर्किट) के साथ 122.68 रुपए पर आ गया। कंपनी का शेयर इस साल अब तक 85% से ज्यादा गिर चुका है। दरअसल SEBI ने 15 अप्रैल को जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर कंपनी का डायरेक्टर पद छोड़ने और शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर बैन लगाने का आदेश दिया था। प्रोमेटर्स भाइयों पर कंपनी के उधार लिए हुए 262 करोड़ रुपए अपने निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप है। 5 पॉइंट में समझिए पूरा मामला अब समझिए कैसे हुई पैसे की हेरा-फेरी कहां खर्च किए हेराफेरी के पैसे SEBI ने जग्गी भाइयों के बैंक स्टेटमेंट्स का एनालिसिस कर निजी खर्चों की पूरी लिस्ट जारी की है। SEBI बोली- प्रमोटर्स ने कंपनी को अपनी प्रॉपर्टी समझ लिया SEBI ने अपने ऑर्डर में कहा जेनसोल में कॉर्पोरेट गवर्नेंस पूरी तरह फेल हो गया। प्रमोटर्स ने इस लिस्टेड कंपनी को अपनी प्रॉपर्टी समझ लिया था। कंपनी का पैसा रिलेटेड पार्टीज में घुमाकर निजी जरूरतों पर उड़ाया गया। इसका नुकसान निवेशकों को उठाना पड़ेगा।

Apr 16, 2025 - 15:59
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जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर एक साल में 85% गिरा:प्रमोटर्स पर ₹262 करोड़ की हेराफेरी का आरोप; SEBI ने डायरेक्टर पद से हटाया
SEBI के एक्शन के बाद जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड का शेयर बुधवार को 5% गिरावट (लोअर सर्किट) के साथ 122.68 रुप

जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर एक साल में 85% गिरा

जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर में पिछले एक साल में 85% की भयंकर गिरावट आई है। इस गिरावट के पीछे प्रमोटरों पर लगे ₹262 करोड़ की हेराफेरी के आरोपों का बड़ा हाथ है। यह मामला अब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) तक पहुंच चुका है, जिसने संबंधित डायरेक्टरों को उनके पद से हटा दिया है।

हेराफेरी के आरोप और उसके परिणाम

जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटरों पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी के संसाधनों का दुरुपयोग कर वित्तीय अनियमितताएं की हैं। यह आरोप विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए चिंता का विषय है जिन्होंने कंपनी में बड़ी मात्रा में निवेश किया था। SEBI की कार्रवाई से कंपनी का प्रबंधन और अधिक कठोर scrutiny के दायरे में है। उनकी विश्वसनीयता को भी इस घटना से बड़ा धक्का लगा है।

SEBI की भूमिका

SEBI ने यह देखते हुए कि निवेशकों के हितों की रक्षा करना आवश्यक है, कंपनी के डायरेक्टर्स को उन पदों से हटा दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार और नियामक निकाय किसी भी प्रकार की गलत गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

शेयर बाजार पर प्रभाव

जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर की गिरावट ने इस तथ्य को उजागर किया है कि निवेशकों को कंपनी के भविष्य के बारे में गंभीर विचार करना होगा। इसके अलावा, यह घटना दर्शाती है कि निवेशकों को हमेशा कंपनियों की पारदर्शिता और वित्तीय स्थिति की जानकारी में रहना चाहिए।

जेनसोल इंजीनियरिंग के भविष्य में कोई सकारात्मक बदलाव देखने के लिए बाजार को कंपनी की नियमित रिपोर्ट और SEBI के निर्णयों की प्रतीक्षा करनी होगी।

अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, कृपया www.indiatwoday.com पर जाएं।

संक्षेप में

जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर मूल्य में भारी कमी से निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। SEBI ने प्रमोटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, जिससे कंपनी की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक हो गया है। Keywords: जेनसोल इंजीनियरिंग शेयर गिरना, SEBI प्रमोटर्स पर आरोप, ₹262 करोड़ हेराफेरी, शेयर बाजार प्रभाव, निवेशकों की चिंताएँ, कंपनी की पारदर्शिता, हिंदी में व्यवसाय समाचार, इंडियन शेयर मार्केट अपडेट, SEBI कार्रवाई, जेनसोल इंजीनियरिंग निदेशक पद हटाना

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