ट्रम्प ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन रोके:कार्रवाइयों का रिव्यू भी करेगा अमेरिका; यूक्रेन जंग पर साथ लाने की कोशिश

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन पर रोक लगा दी है। रक्षामंत्री पीट हेगसेथ इसके लिए अमेरिकी साइबर कमांड को आदेश दिए है। पेंटागन से जुड़े एक खुफिया अधिकारी के मुताबिक, ये आदेश ट्रम्प और जेलेंस्की की मुलाकात से पहले ही दे दिए गए थे। इसका मकसद यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए, रूस को बातचीत में शामिल करना था। रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन रूस के खिलाफ की जाने वाली सभी कार्रवाइयों का रिव्यू कर रहा है। हालांकि इस बारे में सार्वजनिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार को कहा कि यूक्रेन के मुद्दे पर रूस को बातचीत की टेबल पर लाना जरूरी है। मार्को ने कहा कि अगर पुतिन के प्रति विरोधी रवैया अपनाया जाता है, तो उन्हें टेबल पर नहीं ला पाएंगे। मिशन पर रोक लगाना आम बात दो पूर्व अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, दो देशों के बीच कूटनीतिक और संवेदनशील बातचीत से पहले इस तरह के मिशन पर रोक लगाना आम बात है। लेकिन रूस के खिलाफ इस तरह के ऑपरेशन से पीछे हटना एक बड़ा दाव है। अधिकारियों के मुताबिक रूस की तरफ से अमेरिकी खुफिया नेटवर्क में घुसने की कोशिश लगातार जारी है। ट्रम्प प्रशासन के पहल हफ्ते में भी रूस ने इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया। रूस की ये कोशिशें, उसके लंबे समय से चले आ रहे मिशन का हिस्सा हैं। अमेरिका में रूस के साइबर हमले बढ़ें पिछले कई सालों में अमेरिकी अस्पतालों और बुनियादी ढांचे पर रैनसमवेयर (साइबर) हमले लगातार बढ़े हैं। इनमें ज्यादातर साइबर हमले रूस से हुए हैं। खुफिया अधिकारियों के मुताबिक इन आपराधिक हमलों को रूसी एजेंसियों की तरफ से मंजूरी दी गई थी। यूरोप में भी इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। इनमें कम्युनिकेशन केबल को काटने की कोशिश और जर्मनी की हथियार कंपनी के CEO की हत्या की साजिश शामिल हैं। पिछले साल इनमें तेजी भी देखने को मिली। अमेरिका अब तक इन मामलों में यूरोप की मदद करता आ रहा है। लेकिन रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन को रोकने से यूरोपीय देशों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिकी चुनाव में रूस का दखल बढ़ा बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिकी खुफिया विभाग ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव में रूस का दखल बढ़ हैं। रूस ने पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भी एक बड़ा अभियान चलाकर नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश की थी। इससे निपटने के लिए अमेरिकी साइबर कमांड ने सीक्रेट मिशन चलाए थे। रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन पर रोक लगाने वाले ट्रम्प प्रशासन के हालिया आदेश से अमेरिकी एजेंसियों को कोशिशों को झटका लग सकता है। ------------------- रूस-यूक्रेन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... रूस के खिलाफ जेलेंस्की को यूरोप का समर्थन:व्हाइट हाउस में ड्रामे के बाद आज लंदन में इमरजेंसी बैठक; 27 नेता जुटेंगे वाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच हाई वोल्टेज बहस के ड्रामे के बाद कूटनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। यूक्रेन के समर्थन में यूरोप एकजुट हो गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...

Mar 3, 2025 - 13:00
 58  301549
ट्रम्प ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन रोके:कार्रवाइयों का रिव्यू भी करेगा अमेरिका; यूक्रेन जंग पर साथ लाने की कोशिश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन पर रोक लगा दी है। रक्ष

ट्रम्प ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन रोके: कार्रवाइयों का रिव्यू भी करेगा अमेरिका; यूक्रेन जंग पर साथ लाने की कोशिश

इस बार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के खिलाफ अपनी सरकार के दौरान किए गए साइबर ऑपरेशन को रोकने का फैसला लिया है। यह निर्णय वर्तमान प्रशासन द्वारा किए जा रहे विभिन्न रणनीतिक पहलों के संदर्भ में लिया गया है। यह चर्चा यूक्रेन युद्ध के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रभावित करने वाले कारकों पर केंद्रित है।

साइबर ऑपरेशन का महत्व

रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं। साइबर हमलों के जरिए रूस ने न केवल अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाया है, बल्कि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के खिलाफ सूचना युद्ध भी छेड़ा है। ट्रम्प का यह निर्णय यह संकेत करता है कि वो अपने कार्यकाल में इन कार्यवाहियों का समीक्षात्मक रिव्यू करने के लिए तैयार हैं।

यूक्रेन युद्ध पर प्रभाव

यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता ने वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचा है। अमेरिका का स्टांस इस संबंध में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल यूक्रेन के लिए समर्थन का एक प्रतीक है बल्कि यह रूस के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी भेजता है। ट्रम्प का यह कदम इस बात को दर्शाता है कि अमेरिकी प्रशासन यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन को बनाए रखना चाहता है। इस स्थिति में, अमेरिका की रणनीतिक धारा को अनुकूलित करने और नए समझौतों की तलाश करना अत्यंत आवश्यक हो गया है।

आगे की रणनीतियाँ

अमेरिका विभिन्न विकल्पों को तलाशने में जुटा है, ताकि रूस के खिलाफ और अधिक प्रभावी उपाय किए जा सकें। साइबर सुरक्षा के मामलों में, रूस ना केवल यूक्रेन के लिए एक खतरा है, बल्कि यह पूरी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहा है। इस संदर्भ में, अमेरिका की ओर से उठाए जाने वाले ठोस कदम महत्वपूर्ण होंगे।

इस प्रकार, ट्रम्प का यह निर्णय अमेरिका की नीति में एक नए मोड़ का संकेत बनता है। यह दिखाता है कि कैसे कैंप डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स, दोनों ही यूक्रेन के भविष्य के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस विषय पर और अधिक अपडेट हासिल करने के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएँ। किवर्ड्स: ट्रम्प रूस साइबर ऑपरेशन, अमेरीका यूक्रेन जंग, रूस के खिलाफ कार्रवाई, साइबर सुरक्षा रणनीति, यूक्रेन के प्रति अमेरिका का समर्थन, ट्रम्प प्रशासन की नीति, साइबर हमले रूस, अमेरिका रूस संबंध, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे, यूक्रेन युद्ध पर प्रभाव

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow