पानीपत पुलिस कस्टडी से फरार तस्कर एमपी से काबू:शिमला में चकमा देकर भागा; नशा सप्लायर को पकड़ने गई थी टीम
हिमाचल प्रदेश के शिमला में हरियाणा पुलिस की कस्टडी से फरार हुए नशा तस्कर को पानीपत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पानीपत की एंटी नारकोटिक्स सेल की कस्टडी से फरार हुए आरोपी नशा तस्कर पवन उर्फ मिस्त्री मध्य प्रदेश के मुरेना के जौरा से काबू किया गया है। आरोपी नशा तस्कर 5 जनवरी की सुबह हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग में पुलिस टीम को टॉयलेट के बहाने धक्का देकर कस्टडी से फरार हो गया था। एंटी नारकोटिक्स सेल पुलिस टीम आरोपी को कोर्ट से रिमांड पर लेकर नशा सप्लायर को पकड़ने के लिए हिमाचल लेकर गई थी। बुधवार को आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपी पवन का पहले भी आपराधिक रिकार्ड रहा है। उसके खिलाफ नशा तस्करी के पहले दो मामले दर्ज है। आरोपी उक्त मामलों में जेल से बेल पर बाहर आया हुआ था। 4 दिन के रिमांड पर था तस्कर इंस्पेक्टर सुमित सरोहा ने बताया कि उनकी टीम ने बीते बुधवार 1 जनवरी को गुप्त सूचना पर नाकाबंदी कर आरोपी नशा तस्कर पवन उर्फ मिस्त्री निवासी गढ़ी छाजू को जीटी रोड पर मलिक पेट्रोल पंप के पास वैगनआर कार सहित काबू किया था। तलाशी लेने पर आरोपी के पास कार से 1 किलो 900 ग्राम चरस बरामद हुई थी। पूछताछ में आरोपी ने उक्त चरस हिमाचल से कम कीमत पर खरीदकर लाने के बारे में स्वीकार किया था। नशा सप्लायर को काबू करने के लिए गुरुवार को 2 जनवरी को पवन को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया था। शुक्रवार 3 जनवरी को पुलिस टीम नशा तस्कर को साथ लेकर नशा सप्लायर को काबू करने के लिए हिमाचल प्रदेश के शिमला गई थी। पुलिस टीम पवन को लेकर शिमला के ठियोग में स्थित माउंटेन नेस्ट होटल में ठहरी थी। रविवार 5 जनवरी की अल सुबह आरोपी ने पुलिस को लघुशंका जाने की बात कही। जैसे ही पुलिसकर्मी उसे लेकर चले तो आरोपी धक्का देकर खिड़की से जंगल में कूदकर फरार हो गया था।

पानीपत पुलिस कस्टडी से फरार तस्कर एमपी से काबू
News by indiatwoday.com
पृष्ठभूमि
पानीपत पुलिस के लिए एक कठिन मामला ताजा हुआ है जब एक तस्कर पुलिस कस्टडी से फरार होने में सफल रहा। हालही में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। तस्कर एमपी (मध्य प्रदेश) से पकड़ा गया है और अधिकारियों ने उसे शिमला में चकमा देकर भागने में सफल होने के बाद फिर से काबू किया।
घटना का विवरण
पानीपत पुलिस की एक टीम ने नशा सप्लायर को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी। इस दौरान, तस्कर को कस्टडी में रखा गया था लेकिन किसी तरह वह भागने में सफल हो गया। अधिकारियों का कहना है कि भागने के दौरान तस्कर ने अपने साथी तस्करों से मदद ली थी। शिमला में उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने तीव्र प्रयास किए और अंततः एमपी में उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई और प्रतिक्रिया
पानीपत पुलिस ने इस मामले की जांच प्रारंभ कर दी है। साथ ही सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का निर्णय लिया गया। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और तस्करों के बीच संबंधों पर भी सवाल उठाए हैं। पुलिस कप्तान ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
निष्कर्ष
इस प्रकार की घटनाएँ न केवल पुलिस की साख पर प्रश्न उठाती हैं, बल्कि समाज में बढ़ते नशे के कारोबार पर भी ध्यान केंद्रित करती हैं। पानीपत पुलिस अब अपनी कार्यप्रणाली को सुधारने के लिए तत्पर है। आगे आने वाले समय में पुलिस की कार्रवाई और उसकी सख्ती पर नजर रखी जाएगी।
कृपया, नवीनतम अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: पानीपत पुलिस, तस्कर एमपी, शिमला में गिरफ्तार, नशा सप्लायर पकड़ना, पुलिस कस्टडी से फरार, नशे का कारोबार, पुलिस कार्रवाई, सुरक्षा उपाय, पानीपत तस्करी समाचार, तस्करों की गिरफ्तारी
What's Your Reaction?






