बिजनौर की कृषि-औद्योगिक प्रदर्शनी का रिकॉर्ड:2.41 करोड़ में छूटा ठेका, पिछले साल से 65 लाख ज्यादा; 7 ठेकेदारों ने लगाई बोली
बिजनौर नगर पालिका द्वारा आयोजित वार्षिक कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी का ठेका इस वर्ष नए रिकॉर्ड के साथ 2 करोड़ 41 लाख एक हजार रुपये में निलाम हुआ। यह राशि पिछले वर्ष की तुलना में 65 लाख रुपये अधिक है, जब ठेका 1 करोड़ 75 लाख 25 हजार 101 रुपए में दिया गया था। नीलामी प्रक्रिया बिजनौर के एजाज अली हॉल में संपन्न हुई, जिसमें एक्स्ट्रा मजिस्ट्रेट, नगर पालिका चेयरपर्सन इंद्र सिंह, ईओ विकास कुमार, जेई यशवंत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और पालिका सभासद उपस्थित रहे। नीलामी में बिजनौर और आसपास के जिलों से कुल 7 ठेकेदारों ने हिस्सा लिया, जिसमें सबसे ऊंची बोली चांदपुर निवासी अजीव कुमार यादव की रही। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि यह नीलामी वर्ष 2024-25 के लिए की गई है। प्रदर्शनी के ठेके में इस बार की वृद्धि नगर पालिका की आय में महत्वपूर्ण योगदान देगी। नुमाइश मैदान में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली यह प्रदर्शनी क्षेत्र की सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र है।

बिजनौर की कृषि-औद्योगिक प्रदर्शनी का रिकॉर्ड
बिजनौर में आयोजित कृषि-औद्योगिक प्रदर्शनी ने एक नया मील का पत्थर हासिल किया है। इस वर्ष प्रदर्शनी के तहत कुल 2.41 करोड़ में ठेका छूटा, जो कि पिछले साल से 65 लाख रुपये अधिक है। इस बार 7 अनुभवी ठेकेदारों ने अपनी बोली लगाई, जिससे प्रदर्शनी में प्रतिस्पर्धा और भी बढ़ गई।
प्रदर्शनी की विशेषताएँ
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य किसानों और उद्योगपतियों को एक मंच पर लाकर हरित विकास को प्रोत्साहित करना है। प्रदर्शनी में विभिन्न कृषि उत्पाद, औद्योगिक यंत्र, और तकनीकी नवाचारों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा, आगंतुकों को नई तकनीकों और तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
बोली प्रक्रिया
इस साल बोली प्रक्रिया ने भी सभी को प्रभावित किया। 7 ठेकेदारों ने विभिन्न परियोजनाओं के लिए अपनी बोली प्रस्तुत की, जिसमें योग्यता और अनुभव के आधार पर चयन किया गया। बोली में वृद्धि इस बात का संकेत है कि व्यवसायियों में प्रदर्शनी के प्रति रुचि बढ़ी है।
स्थानीय और राष्ट्रीय प्रभाव
बिजनौर की यह प्रदर्शनी न केवल स्थानीय खुदरा बाजार को प्रभावित करती है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गई है। यह प्रदर्शनी स्थानीय कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने और स्थानीय उद्योगों को सशक्त बनाने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करती है।
निष्कर्ष
कृषि-औद्योगिक प्रदर्शनी का इस तरह से सफल होना बिजनौर के विकास को दर्शाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम आशा करते हैं कि भविष्य में भी इस तरह की गतिविधियाँ होती रहेंगी, जो किसानों और उद्योगपतियों के लिए फायदेमंद सिद्ध होंगी।
News by indiatwoday.com Keywords: बिजनौर कृषि-औद्योगिक प्रदर्शनी, ठेका रिकॉर्ड, 2.41 करोड़ में ठेका, पिछले साल से 65 लाख ज्यादा, 7 ठेकेदारों ने बोली, कृषि प्रदर्शनी बिजनौर, औद्योगिक प्रदर्शनी 2023, कृषि तकनीक प्रदर्शनी, स्थानीय उद्योग विकास, बिजनौर व्यापार समाचार, कृषि फेस्टिवल 2023.
What's Your Reaction?






