मुंबई हमले का दोषी तहव्वुर दोपहर तक भारत लाया जाएगा:अमेरिका से आ रही स्पेशल फ्लाइट दिल्ली में लैंड होगी; शाह, जयशंकर ने मीटिंग की
2008 मुंबई आतंकी हमलों का दोषी तहव्वुर राणा को आज भारत लाया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच एजेंसी NIA और खुफिया एजेंसी RAW की एक जॉइंट टीम तहव्वुर को लेकर बुधवार को स्पेशल फ्लाइट से रवाना हुई। फ्लाइट आज दोपहर दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड होगी। यहां से तहव्वुर को गिरफ्तार कर NIA हेडक्वाटर ले जाया जाएगा। तहव्वुर ने भारत आने से बचने के लिए अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। उसने अपनी याचिका में खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताते हुए कहा था कि अगर भारत डिपोर्ट किया गया तो उसे प्रताड़ित किया जा सकता है। तहव्वुर राणा को 2009 में FBI ने गिरफ्तार किया था। राणा को अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने के लिए दोषी ठहराया गया था। अब तक वह लॉस एंजिल्स के एक डिटेंशन सेंटर में बंद था। 26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने हमले किए। ये हमले चार दिनों तक चले। इन हमलों में कुल 175 लोग मारे गए, जिनमें 9 हमलावर भी शामिल थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए। इस बीच, राणा को भारत लाने को लेकर होम मिनिस्ट्री में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मीटिंग की। मुंबई हमले में रोल- हेडली को मुंबई में ऑफिस खोलने में मदद अमेरिकी सरकार बोली- राणा का रोल साबित हुआ अमेरिकी सरकार का कहना है, ‘हेडली ने बताया है कि राणा ने एक शख्स को आदेश दिया कि वो हेडली के लिए मुंबई में फर्स्ट वर्ल्ड ऑफिस खोलने से जुड़ी फर्जी कहानी को सच दिखाने वाले डॉक्यूमेंट्स बनाए। राणा ने ही हेडली को सलाह दी कि भारत विजिट करने के लिए वीजा कैसे हासिल करना है। ये सारी बातें ईमेल और अन्य दस्तावेजों से प्रमाणित हुई हैं।' अमेरिकी कोर्ट पहले खारिज कर चुका प्रत्यर्पण याचिका 13 नवंबर 2024 को राणा ने निचली अदालत के प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, जिसे 21 जनवरी को खारिज कर दिया गया था। इससे पहले उसने सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में अपील की थी, जो खारिज कर दी गई थी। कोर्ट ने फैसले में कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे भारत भेजा जा सकता है। भारत ने तहव्वुर के प्रत्यर्पण के लिए उठाए 5 कदम मास्टरमाइंड डेविड हेडली के बचपन का दोस्त पिछले साल कोर्ट में सरकारी वकीलों ने तर्क दिया था कि तहव्वुर इस हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली का बचपन का दोस्त है। तहव्वुर को पता था कि हेडली लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम कर रहा है। हेडली की मदद करके और उसे आर्थिक मदद पहुंचाकर तहव्वुर आतंकी संस्था और उसके साथ आतंकियों को भी सपोर्ट कर रहा था। राणा को जानकारी थी कि हेडली किससे मिल रहा है, क्या बात कर रहा है। उसे हमले की प्लानिंग और कुछ टारगेट्स के नाम भी पता थे। अमेरिकी सरकार ने कहा है कि राणा इस पूरी साजिश का हिस्सा था और इस बात की पूरी आशंका है कि उसने आतंकी हमले को फंडिंग करने का अपराध किया है। तहव्वुर पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर रहा, कनाडाई नागरिक अक्टूबर 2009 में गिरफ्तार हुआ था राणा अमेरिका के शिकागो में अक्टूबर 2009 में FBI ने ओ'हेयर एयरपोर्ट से तहव्वुर राणा को गिरफ्तार किया था। उस पर मुंबई और कोपेनहेगन में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए जरूरी सामान मुहैया कराने का आरोप था। हेडली की गवाही के आधार पर तहव्वुर को 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। 2011 में राणा को दानिश न्यूजपेपर मॉर्गेनाविसेन जाइलैंड्स-पोस्टेन पर हमले की साजिश रचने का दोषी पाया गया था। इस अखबार ने 2005 में पैगंबर मोहम्मद पर 12 विवादित कार्टून्स छापे थे। हमले में एक कार्टूनिस्ट का सिर कलम कर दिया गया। अगले ही साल यही 12 कार्टून ‘चार्ली हेब्दो’ नाम की फ्रांसीसी मैगजीन ने छापे, जिसके बदले में 2015 में चार्ली हेब्दो के ऑफिस पर हमला करके 12 लोगों की हत्या कर दी गई थी। ................................................... तहव्वुर राणा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... कौन है पाकिस्तानी बिजनेसमैन जिसे ट्रम्प भारत भेजेंगे:अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्यों उसे सबसे बुरा इंसान कहा और मोदी बोले- शुक्रिया 13 फरवरी को अमेरिका में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच मुलाकात हुई। इस मुलाकात में एक पाकिस्तानी बिजनेसमैन के बारे में भी बात हुई। जब बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प से इस बिजनेसमैन के बारे में सवाल पूछा गया, तो ट्रम्प ने उसे दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक बताया। ट्रम्प ने कहा कि उसे भारत को सौंपने में मुझे खुशी हो रही है। अब वह भारत जाकर न्याय का सामना करेगा। जवाब में पीएम मोदी ने ट्रम्प को शुक्रिया कहा। पूरी खबर यहां पढ़ें...

मुंबई हमले का दोषी तहव्वुर दोपहर तक भारत लाया जाएगा
News by indiatwoday.com
मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर को भारत लाने का काम तेजी से चल रहा है। अमेरिका से आ रही स्पेशल फ्लाइट आज दिल्ली में लैंड करेगी, जहाँ सुरक्षा इंतज़ामों के साथ उसका स्वागत किया जाएगा। इस अहम घटना पर भारत सरकार के बड़े नेताओं, जैसे कि गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर, की मीटिंग हुई है, जिसमें कूटनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की गई।
तहव्वुर का भारतीय दाखिला
तहव्वुर, जो 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में शामिल था, को भारतीय न्याय व्यवस्था के हवाले किया जाएगा। इस प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण क़दम उठाए गए हैं ताकि उसे निर्दोषता का मौका न मिले। यह कदम भारत के लिए ऐतिहासिक है और यह आतंकवाद के खिलाफ देश का मजबूती से खड़ा होने का संकेत है।
अमेरिकी सरकार का सहयोग
अमेरिकी सरकार भारत को इस प्रक्रिया में सहायता प्रदान कर रही है। यह न केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी है। भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा सहयोग को और मजबूत बनाया गया है, जो इस मामले को सफलता के साथ पूरा करने में मदद करेगा।
मीटिंग का महत्व
अमित शाह और एस. जयशंकर की मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें सुरक्षा, कूटनीति, और कानूनी प्रक्रिया शामिल हैं। यह बैठक बताती है कि भारत इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहा है और सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
तहव्वुर का भारत लाना न केवल क़ानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ एक ठोस कदम है। इसके अलावा, भारत में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का यह एक सुनहरा अवसर है।
अंततः, इस पूरे घटनाक्रम के बाद, भारत अपनी सुरक्षा और विश्वसनीयता को और अधिक मजबूत करेगा, जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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