मुरादाबाद में तंत्रमंत्र के फेर में शिवलिंग पर फेंकी गंदगी:पुलिस ने पकड़ा तो 65 साल के जगत सिंह ने कहा-तांत्रिक के कहने पर कर बैठा पाप
मुरादाबाद के गांव नेकपुर में 29 दिसंबर की सुबह जब लोग जागकर सुबह-सवेरे मंदिर पहुंचे तो मंदिर में शिवलिंग पर गंदी लगी थी। मंदिर के दरवाजे से लेकर उसके सामने स्थित धर्मशाला के दरवाजे तक मानव अवशिष्ट लगा हुआ था। मंदिर में शिवलिंग का ऐसा घोर अपमान देख लोग भड़क गए। आक्रोशित लोगों ने पुलिस से शिकायत की। मांग रखी कि ऐसा पाप करने वाले को तुरंत पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। मामला शिवलिंग के अपमान का था। हिंदुओं में गुस्सा था। हिंदू संगठन भी इसे लेकर तुरंत सड़कों पर आ गए। बहरहाल पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। जब छानबीन की गई तो 10 दिन बाद पता चला कि ये करतूत गांव के ही एक बुजुर्ग जगत सिंह की थी। एसपी ग्रामीण का कहना है कि जगत सिंह ने अपनी इस करतूत में गांव के कुछ बच्चों को भी डरा धमकाकर शामिल किया था। पुलिस ने जगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश का कहना है कि जगत सिंह ने पूछताछ में ये बताया है कि उसने तांत्रिक के चक्कर में आकर ये पाप कर बैठा।
मुरादाबाद में तंत्रमंत्र के फेर में शिवलिंग पर फेंकी गंदगी
News by indiatwoday.com
घटना का विवरण
हाल ही में मुरादाबाद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ 65 वर्षीय जगत सिंह ने तंत्रमंत्र के चलते शिवलिंग पर गंदगी फेंक दी। यह घटना उस समय प्रकाश में आई जब पुलिस ने जगत सिंह को पकड़ा। जगत ने बताया कि यह सब एक तांत्रिक के कहने पर हुआ, जिसने उसे भूत-प्रेत से मुक्त कराने का वादा किया था।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत कार्यवाही की और जगत सिंह को हिरासत में लिया। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग तंत्र-मंत्र के इस दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और इसे धार्मिक आस्थाओं का अपमान मान रहे हैं।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय लोग तंत्र-मंत्र की प्रथा पर व्यापक चर्चा कर रहे हैं। कुछ लोग इसे एक प्राचीन परंपरा मानते हैं, जबकि अन्य इसे अनैतिक और समाज के लिए हानिकारक मानते हैं। शिवलिंग पर गंदगी फेंकने की इस कृत्य ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
तांत्रिक प्रथाएँ: एक सामाजिक समस्या
मुरादाबाद में इस तरह की घटनाएंअगर बढ़ती हैं, तो यह समाज में दुष्प्रभाव डाल सकती हैं। तांत्रिक प्रथा के पीछे असल कारणों को समझना समाज के लिए आवश्यक है। अनेक लोग तांत्रिकों द्वारा धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, जो उन्हें भ्रमित कर धार्मिक संवेदनाओं का दोहन करते हैं।
समापन विचार
इस चिंताजनक घटना ने समुदाय के लोगों को जागरूक किया है कि वे तंत्र-मंत्र के प्रभाव से बचें और धार्मिक स्थलों का सम्मान करें। यह अनिवार्य है कि हम सभी मिलकर इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयास करें।
हमारी सलाह
यदि आपको तंत्र-मंत्र के संबंध में कोई जानकारी चाहिए तो कृपया विशेषज्ञों से परामर्श करें। सही जानकारी और विश्वास के साथ ही धार्मिक और सामाजिक प्रथाओं का पालन करें।
अधिक जानकारी के लिए
इस विषय पर और अधिक जानने के लिए पेश करते हैं आप सभी को indiatwoday.com पर।
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