रेशमा को पकड़ने में नाकाम गोरखपुर पुलिस:महाराजगंज-प्रयागराज में भी नहीं मिली, हुक्काबार में नाबालिग लड़कियों को फंसाकर लाती थी

गोरखपुर में हुक्का बार में किशोरियों को फंसा कर लाने वाली रेशमा खान अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस को रेशमा का एक आधार कार्ड मिला था, जिसके पते के आधार पर रामगढ़ताल पुलिस महाराजगंज पहुंची। वहीं पता चला कि रेशमा कुछ समय पहले किराए के कमरे में रहती थी, लेकिन अब वह कमरे को छोड़ चुकी थी और वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के पास एक नए कमरे में रह रही थी। हालांकि, यह कमरा भी खाली कर दिया गया है और रेशमा का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। सर्विलांस से मिली रेशमा की आखिरी लोकेशन सर्विलांस के जरिए पुलिस ने रेशमा की आखिरी लोकेशन प्रयागराज में ट्रैक की थी, लेकिन इसके बाद उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। गैंग रेप की शिकार किशोरी ने रेशमा के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी, जिसमें उसने बताया कि रेशमा उसे फंसा कर हुक्का बार लेकर जाती थी और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुकी थी। पुलिस ने रेशमा के द्वारा पहले जहां किराए पर लिया गया मकान था, वहां के मालिक से भी पूछताछ की। मकान मालिक ने बताया कि रेशमा देर रात तक पार्टी करती थी और उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं, जिसके बाद उसने उसे मकान खाली करने को कह दिया था। पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी शाहपुर पुलिस ने 10 जनवरी को हुक्का बार पर छापा मारा था और 14 जनवरी को अनिरूद्ध ओझा और अनुराग सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस का कहना है कि इस दौरान ही रेशमा कमरे को छोड़कर कहीं और चली गई थी। रामगढ़ताल पुलिस का कहना है कि अब मुख्य आरोपी अनिरूद्ध ओझा को रिमांड पर लेकर रेशमा के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। साथ ही, रेशमा की सहेलियों और सोशल मीडिया पर जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जाएगी, ताकि उसे ढूंढने में मदद मिल सके। होटल मालिकों की संलिप्तता की जांच इसके अलावा, पुलिस ने होटल मालिकों की संलिप्तता की भी जांच शुरू कर दी है। 30 जनवरी को अनिरूद्ध ओझा के मोबाइल की जांच के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनसे पूछताछ में यह पता चला कि गीडा और मोहद्दीपुर के कुछ होटलों में देहव्यापार का धंधा चल रहा था। इन आरोपियों के मोबाइल से व्हाट्सएप चैट और लड़कियों की तस्वीरें मिली थीं, जिन्हें होटल कर्मचारियों के मोबाइल पर भेजकर कीमत तय की जाती थी। पुलिस अब इन होटलों के मालिकों से बयान लेकर मामले की गहरी जांच कर रही है। गैंग रेप और देहव्यापार का हुआ खुलासा शाहपुर स्थित हुक्का बार में गैंग रेप की घटना के बाद से देहव्यापार के गिरोह का खुलासा हुआ है। रामगढ़ताल, शाहपुर और कैंपियरगंज की किशोरियों ने आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज कराए थे, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। SP सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि रेशमा की तलाश अभी भी जारी है और होटल मालिकों से पूछताछ की जा रही है। जांच के दौरान जो भी साक्ष्य मिलेंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Feb 3, 2025 - 05:00
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रेशमा को पकड़ने में नाकाम गोरखपुर पुलिस:महाराजगंज-प्रयागराज में भी नहीं मिली, हुक्काबार में नाबालिग लड़कियों को फंसाकर लाती थी
गोरखपुर में हुक्का बार में किशोरियों को फंसा कर लाने वाली रेशमा खान अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाह

रेशमा को पकड़ने में नाकाम गोरखपुर पुलिस

गोरखपुर में रेशमा की गिरफ्तारी की कोशिशों में पुलिस को नाकामी का सामना करना पड़ा है। इन दिनो रेशमा का नाम कई मामलों में सामने आ रहा है, जिसमें नाबालिग लड़कियों को फंसाने और उन्हें हुक्काबार में लाने का आरोप लगाया जा रहा है। इस समाचार में हम उन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो पुलिस के प्रयासों पर प्रभाव डाल रहे हैं और क्या कारण हैं कि रेशमा अभी तक पुलिस के हाथ नहीं आई है।

महाराजगंज और प्रयागराज में रेशमा की गतिविधियाँ

गोरखपुर पुलिस को रेशमा की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए कई बार महाराजगंज और प्रयागराज में भेजा गया, लेकिन हर बार वह अपने ठिकानों को बदलने में सफल रही। सूत्रों के अनुसार, रेशमा अक्सर उन स्थानों पर जाकर नाबालिग लड़कियों को हुक्काबार के जरिए फंसाने की कोशिश करती है, जहाँ सुरक्षा की धुंधली व्यवस्था होती है।

हुक्काबार में नाबालिग लड़कियाँ

हुक्काबार में नाबालिग लड़कियों को फंसाने की यह एक चिंताजनक प्रवृत्ति है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाओं का प्रभाव केवल लड़कियों के जीवन पर नहीं बल्कि समाज पर भी पड़ता है। एक ओर जहाँ लड़कियों का भविष्य अंधकार में चला जाता है, वहीं पुलिस के प्रयासों पर भी सवाल उठते हैं।

पुलिस की चुनौतियाँ

गोरखपुर पुलिस को रेशमा की गिरफ्तारी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जानकारी को इकट्ठा करना, संदिग्धों का पता लगाना और फिर उनकी गिरफ्तारी करना एक कठिन प्रक्रिया है। पुलिस ने कहा है कि वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस मामले में सहयोग की कमी भी महसूस हो रही है।

उदाहरण के लिए, स्थानीय लोगों का सहयोग न मिलने के कारण पुलिस को कई बार खाली हाथ लौटना पड़ा है। इसके अलावा, रेशमा के जैसे लोगों के नेटवर्क का भी पता लगाना एक बड़ी समस्या है।

अंत में, गोरखपुर पुलिस को रेशमा की धरपकड़ में सफलता पाने के लिए नई रणनीतियाँ अपनाने की आवश्यकता है। इस मामले पर हमारी स्पेशल रिपोर्ट 'News by indiatwoday.com' के माध्यम से हम निरंतर अपडेट प्रदान करते रहेंगे। Keywords: गोरखपुर पुलिस, रेशमा गिरफ्तारी, नाबालिग लड़कियों, हुक्काबार, महाराजगंज प्रयागराज, लड़कियों को फंसाना, पुलिस की चुनौतियाँ, नाबालिग लड़कियों का भविष्य, गोरखपुर समाचार, अपराध और सुरक्षा

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