हिमाचल में फ्लैश फ्लड से पांगी-उदयपुर सड़क बंद:पुलिस की 2 बसों में 29 महिला कॉन्स्टेबल समेत 66 जवान, HRTC की 3 बसें फंसी
हिमाचल प्रदेश में पांगी-उदयपुर सड़क बीती शाम को फ्लैश फ्लड के कारण पूरी तरह बाधित हो गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पांगी दौरे से वापस लौट रहे 66 पुलिस जवान भी सड़क बंद होने से रास्ते में ही फंस गए। इनमें 29 महिला आरक्षी भी शामिल है। पुलिस चौकी तिंदी से मिली सूचना के अनुसार, जंगल कैंप तिंदी में फ्लैश-फ्लड आने से पुलिस बटालियन की दो बसें और एचआरटीसी की तीन बसें फंस गईं। सभी लोगों को रात में सुरक्षित स्थान तक पहुंचा दिया गया है। यह स्थान तिंदी पुलिस चौकी से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। पुलिस अधीक्षक केलांग ने सूचना मिलते ही तिंदी पुलिस चौकी की टीम को मौके पर भेजा। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) की टीम और पुलिस देर रात तक सड़क बहाली में जुटी रही। पानी के तेज बहाव के बाद लैंडस्लाइड होने से सड़क खोलने में बाधा उत्पन्न हो रही है। इस वजह से देर रात तक सड़क बहाल नहीं हो पाई। आज सड़क के बहाल होने की उम्मीद है। बीआरओ की गाड़ियों से रेस्क्यू किए लोग राहत कार्य में जुटी टीम ने सभी फंसे हुए लोगों को बीआरओ की गाड़ियों से सुरक्षित निकाल लिया। उन्हें फॉरेस्ट रेस्ट हाउस तिंदी और बीआरओ कैंप में ठहराया गया है। सड़क यातायात के लिए उपयुक्त होते ही सभी को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा। सड़क बहाली के बाद अधिकारी-मंत्री भी लौट पाएंगे शिमला तिंदी में सड़क बहाल होने के बाद ही हिमाचल सरकार आज वापस शिमला लौट पाएंगी, क्योंकि कई अधिकारी और मंत्री राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पांगी गए थे।

हिमाचल में फ्लैश फ्लड से पांगी-उदयपुर सड़क बंद
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई एक बहे वाली बारिश के कारण पांगी-उदयपुर सड़क बाधित हो गई है। स्थानीय पुलिस ने इस स्थिति का सामना करते हुए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है, जिसमें 2 बसों में 29 महिला कॉन्स्टेबल समेत 66 जवान फंसे हुए हैं। यह घटना इस क्षेत्र में अचानक आए जलभराव के कारण हुई, जिससे कई वाहन अवरुद्ध हो गए हैं।
पुलिस और HRTC प्रयास
पुलिस विभाग ने स्थिति को सुधारने के लिए तुरंत सहायता के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने 2 बसें भेजी हैं जिसमें कॉन्स्टेबल और अन्य कर्मी फंसे हुए थे। इसके अलावा, हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HRTC) की 3 बसें भी इस संकट के दौरान फंस गई हैं, जिससे यात्रियों की जिंदगी पर जोखिम बढ़ गया है।
फ्लैश फ्लड के कारण और उसके प्रभाव
फ्लैश फ्लड अचानक आई भारी बारिश का परिणाम है, जिससे नदियों में बाढ़ आ गई है और ज़मीन के ढ़लाव पर प्रभाव पड़ा है। यह स्थिति केवल यातायात के लिए ही नहीं, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन गई है। इस बाढ़ से सड़कें बह गई हैं, जो कि आने-जाने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति का सहारा लेने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा, विभिन्न एजेंसियाँ मेकैनिकल सहायता मुहैया करवाने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के लिए काम कर रही हैं। हर संभव प्रयास किया जा रहा है ताकि जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाई जा सके।
निष्कर्ष
इस संकट के बीच, लोगों को संयम बनाए रखने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और जन सुरक्षा के लिए उपाय कर रहा है। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने के लिए आप अधिक अपडेट्स के लिए 'News by indiatwoday.com' पर जा सकते हैं। Keywords: हिमाचल फ्लैश फ्लड, पांगी-उदयपुर सड़क बंद, महिला कॉन्स्टेबल, पुलिस जवान, HRTC बसें फंसी, राहत कार्य, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र, हिमाचल प्रशासन, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा, यातायात बाधित.
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