हिमाचल से प्रयागराज जाएंगे विहिप के 18 सदस्य:एक थैला और थाली देकर दी विदाई, महाकुंभ की सफलता के लिए किया हवन
विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा स्थित चामुंडा नंदिकेश्वर सिद्ध पीठ परिसर में आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल प्रांत की टोली को विदाई देकर सम्मानित किया। यह टोली प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में भाग लेगी। इस अवसर पर टोली में शामिल लोगों को एक थैला व थाली अभियान के तहत एक थाली और एक थैला भेंट किए गए। यह पहल स्वच्छ और ग्रीन महाकुंभ बनाने के उद्देश्य से की गई है। प्रांत महामंत्री (संगठन) प्रेम शंकर ने कहा कि महाकुंभ हिंदू समाज की आस्था का प्रतीक है, जहां सभी संप्रदायों के लोग संगम में डुबकी लगाकर समरसता का संदेश देते हैं। महाकुंभ में दुनियाभर से लोग प्रयागराज की पावन धरती पर आस्था की डुबकी लगाने और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने के लिए आते हैं। हिमाचल की टोली में 18 सदस्य इस टोली में हिमाचल प्रांत के 18 प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शामिल हैं, जो 15 और 16 फरवरी को प्रयागराज कुंभ में अखिल भारतीय सामाजिक समरसता अभियान की बैठक में भाग लेंगे। कपड़े के थैले और थाली के उपयोग से प्लास्टिक और अन्य कचरे से बचाव होगा, जिससे स्वच्छता की मुहिम को बल मिलेगा। इससे पहले प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 की सफलता और विश्व शांति के लिए हवन यज्ञ कर पूर्णाहुति डाली गई। जिसमें विश्व परिषद के प्रांत से एकत्रित सदस्यों ने भाग लिया। यह लोग रहे उपस्थित हिमाचल प्रांत के संरक्षक जितेंदर सोढ़ी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। महामंडलेश्वर रोजा सुमन राणा आनंद गिरी विशेष अतिथि, जबकि प्रांत महामंत्री (संगठन) प्रेम शंकर, प्रांत समरसता प्रमुख हरदीप, कांगड़ा जिला के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने अध्यक्षता की। प्रांत समरसता संयोजक इंजीनियर अजय कुमार, टोली के सदस्य अश्वनी गिल, समरोह सह संयोजिका रेखा राणा, जिला कांगड़ा अध्यक्ष राजिंदर बड़जातिया भी उपस्थित थे।

हिमाचल से प्रयागराज जाएंगे विहिप के 18 सदस्य
भारतीय संस्कृति और धार्मिक आयोजनों के प्रति श्रद्धा रखने वाले विहिप (वishwa हिन्दू परिषद) के 18 सदस्य हिमाचल प्रदेश से प्रयागराज के महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए रवाना हो रहे हैं। इस खास यात्रा के अवसर पर आयोजित एक समारोह में सभी सदस्यों को विदाई दी गई, जिसमें उन्हें एक थैला और थाली भेंट की गई। उनकी यात्रा का उद्देश्य महाकुंभ की सफलता के लिए पूजा और हवन करना है।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु स्नान करने और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए इकट्ठा होते हैं। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक धरोहर का एक प्रतीक है, जो एकजुटता और भक्ति का संदेश देता है। विहिप के सदस्यों ने इस महाकुंभ में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने के लिए हवन आयोजित किया, जिससे इस पर्व की सफलता में योगदान दिया जा सके।
विदाई समारोह
विदाई समारोह में विहिप के पदाधिकारियों और सदस्यों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी और महाकुंभ में सफलता की कामना की। थैला और थाली की भेंट के माध्यम से यह दर्शाया गया कि धार्मिक कार्यों के लिए सभी सदस्यों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसा प्रतीत होता है कि विहिप के इस प्रयास से धर्म और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा एक महत्वपूर्ण क्षण है। विहिप के सदस्यों की शक्ति और प्रतिबद्धता का यह उदाहरण समाज में व्यापक प्रभाव डालेगा।
निष्कर्ष
इस प्रकार, विहिप के 18 सदस्यों की यात्रा न केवल उनके व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उनके संगठन के लिए भी गर्व का विषय है। उनकी यह पहल महाकुंभ को सफल बनाने और भारतीय संस्कृति को प्रेरित करने के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।
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