हिमाचल में भारत रत्न अंबेडकर को किया याद:राज्यपाल ने माल्यार्पण किया; CM बोले-बाबा साहेब ने अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के बारे में सोचा
शिमला के चौड़ा मैदान में भारत रत्न एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर में अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय के महान प्रहरी, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व एवं न्याय जैसे अमूल्य सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाने का कार्य किया है। हम सभी को मिलकर बाबा साहेब के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाना है। शिमला में अंबेडकर जयंती पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान सहित कई गणमान्य ने अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। राज्यपाल बोले- स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान निर्माण में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका शिमला में राज्यपाल ने कहा, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन और भारत के संविधान निर्माण में अंबेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इतना ही नहीं जब दलितों पर समाज के कुछ वर्गों द्वारा अत्याचार किया जाता था, उस अत्याचार से भी दलितों की मुक्ति के लिए प्रयास किया। उन्होंने इस अत्याचार से मुक्ति के लिए सभी की शिक्षा पर बल दिया।

हिमाचल में भारत रत्न अंबेडकर को किया याद
हिमाचल प्रदेश में, भारत रत्न बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर माल्यार्पण किया, जिससे बाबा साहेब के प्रति समर्पण और सम्मान का प्रतीक स्पष्ट होता है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि बाबा साहेब ने हमेशा अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की भलाई के बारे में सोचा।
बाबा साहेब अंबेडकर का योगदान
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भारतीय समाज के लिए अनेक योगदान किए हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके विचारों ने समाज के वंचित वर्गों को सशक्त किया और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री की टिप्पणियाँ
राज्यपाल ने कहा कि अंबेडकर का जीवन और कार्य हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने भी इस बात को उजागर किया कि बाबा साहेब ने शिक्षा और सामाजिक सुधार के माध्यम से समाज में बदलाव लाने का प्रयास किया।
समाज में अंबेडकर के विचारों का महत्व
बाबा अंबेडकर की शिक्षाएँ आज भी समाज में प्रासंगिक हैं। उन्होंने समानता और भेदभाव रहित समाज की आवश्यकता को रेखांकित किया। उनके विचारों ने हमें यह सिखाया कि हम सभी को समान अवसर मिलने चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म से हों।
इस तरह के आयोजनों से न केवल अंबेडकर के विचारों को पुनर्जीवित किया जाता है, बल्कि समाज में उनके योगदान को भी मान्यता दी जाती है।
समापन और प्रेरणा
इस मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले सभी लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाने और समाज में समानता की दिशा में काम करेंगे।
News by indiatwoday.com Keywords: हिमाचल में अंबेडकर जयंती, राज्यपाल माल्यार्पण अंबेडकर, CM टिप्पणी अंबेडकर पर, भारत रत्न भिमराव अंबेडकर, सामाजिक न्याय का संघर्ष, अंबेडकर के विचारों का महत्व, अंबेडकर जयंती श्रद्धांजलि, बाबा साहेब का योगदान, समाज में अंबेडकर का प्रभाव, शिक्षा और समानता अंबेडकर.
What's Your Reaction?






