हिमाचल में वेस्टर्न डिस्टरबेंस आज कमजोर पड़ेगा:3 मार्च को फिर से स्नोफॉल, भारी बारिश-बर्फबारी से 600 सड़कें, 2300 बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में 3 दिन से भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो रही है। बीती रात को भी ज्यादातर भागों में बारिश-बर्फबारी हुई। मौसम विभाग की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस आज से कमजोर पड़ेगा। इससे आज और कल प्रदेश के ज्यादातर भागों में धूप खिलेगी। 3 मार्च को फिर से बारिश व बर्फबारी के आसार है। 5 और 6 मार्च को प्रदेशभर में मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा। प्रदेश में तीन दिन की बर्फबारी से 650 से ज्यादा सड़कें और 2300 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए है। लाहौल स्पीति, चंबा, कुल्लू और किन्नौर के कई क्षेत्रों में 73 घंटे से भी अधिक समय से बिजली गुल है। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। बारिश-बर्फबारी से पहाड़ों पर लौटी ठंडक बारिश बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर फिर से ठंड लौट आई है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 7.5 डिग्री नीचे लुढ़क गया है। मंडी के अधिकतम तापमान में सबसे ज्यादा 14.6 डिग्री की गिरावट आई है और अधिकतम तापमान 10.7 डिग्री रह गया है। मनाली का अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री रिकॉर्ड मनाली का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 11.1 डिग्री कम होने के बाद 1.5 डिग्री रह गया है। इसी तरह दूसरे शहरों का तापमान भी सामान्य से काफी नीचे गिर गया है।

हिमाचल में वेस्टर्न डिस्टरबेंस आज कमजोर पड़ेगा: 3 मार्च को फिर से स्नोफॉल, भारी बारिश-बर्फबारी से 600 सड़कें, 2300 बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद
News by indiatwoday.com
इस मौसम की स्थिति की पूरी जानकारी
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस, जो मौसम में बड़े परिवर्तनों का कारण बनता है, आज कमजोर पड़ने की उम्मीद है। विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश और बर्फबारी ने स्थानीय जीवन को प्रभावित किया है। 3 मार्च को फिर से स्नोफॉल की संभावना जताई गई है, जिससे राज्य में और गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
सड़कें और बिजली की स्थिति
भारी बारिश और बर्फबारी के परिणामस्वरूप, लगभग 600 सड़कों को बंद कर दिया गया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में आवागमन में दिक्कतें हो रही हैं। इसके साथ ही, 2300 बिजली के ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित है। सरकार ने आवश्यक सेवाओं के लिए तेजी से मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है।
स्थानीय निवासियों पर प्रभाव
स्थानीय निवासियों को इस मौसम की चुनौती से निपटने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। तापमान में अचानक गिरावट के कारण शीतलन का अनुभव हो रहा है, जो बुनियादी आवश्यकताओं जैसे खाने और गर्मी में कमी कर रहा है। प्रशासन ने नागरिकों से सुरक्षित रहने और मौसम की स्थिति पर ध्यान देने की अपील की है।
सम्भावित समाधान और सुझाव
स्थानीय प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं। विभिन्न आकस्मिक सेवाएँ सक्रिय की गई हैं ताकि बर्फबारी की स्थिति में त्वरित सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें। इसके अतिरिक्त, परिवहन विभाग ने सुनिश्चित किया है कि ड्राइवर और यात्री सावधानी बरतें।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश में मौसम की स्थितियाँ लगातार बदल रही हैं और आगामी दिनों में फिर से स्नोफॉल की संभावना बढ़ गई है। स्थानीय निवासियों और यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की अपडेट पर ध्यान दें और आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करें। इसके लिए, अधिक जानकारी के लिए indiatwoday.com पर अपडेट्स का पालन करें।
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