12 को निकलेगी भगवान श्री चित्रगुप्त की भव्य शोभायात्रा:कायस्थ विकास परिषद के तत्वावधान में होगा आयोजन; बड़ी संख्या में शामिल होंगे लोग
कायस्थ विकास परिषद के तत्वावधान में 12 अप्रैल को शाम 6 बजे से भगवान श्री चित्रगुप्त की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस बार शोभा यात्रा को और भव्य बनाने की तैयारी है। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष वैद्य राजीव सिन्हा ने बताया कि इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। बड़ी संख्या में लोग इस शोभायात्रा में शामिल होंगे। गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेसक्लब के सभागार में आयोजित पत्रकारवार्ता में आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने लोगों से इस शोभा यात्रा में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भगवान चित्रगुप्त किसी एक जाति के देवता नहीं हैं। कायस्थ जाति नहीं ब्रह्मकुल है। ईश्वर कभी किसी एक जाति के नहीं होते हैं, यही संदेश आज पूरे देश में देने की कोशिश कायस्थ विकास परिषद कर रहा है। कुछ दिग्भ्रमित लोग भगवान चित्रगुप्त को केवल कायस्थों का देवता मानकर उनके ईश्वरत पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं। कलम को आत्मसात करने वाला हर प्राणी चित्रगुप्त का वंशज वैध राजीव ने कहा कि कलम को आत्मसात करने वाला हर प्राणी चित्रगुप्त का वंशज है। यह कटु सत्य है। उन्होंने कहा कि चैत्र पूर्णिमा के दिन ही प्रभु का प्रकटोत्सव हुआ था। इसी कारण नव वर्ष का शुीाारंभ इन्हीं के नाम पर पड़ा। दक्षिण भारत में इसे चितरई मास भी कहा जाता है। भगवान चित्रगुप्त धन के देवता माने जाते हैं। चैत्र मास में ही नए अन्न की पूजा होजी है। प्रेसवार्ता के दौरान परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दीप्तिमान श्रीवास्तव, डा. अरुण कुमार, डा. निरंकार लाल, अमरेंद्र सिन्हा, प्रवीण गौड़, शुभेंदु श्रीवास्तव, रवींद्र श्रीवास्तव, चंदन श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

12 को निकलेगी भगवान श्री चित्रगुप्त की भव्य शोभायात्रा
भगवान श्री चित्रगुप्त की भव्य शोभायात्रा का आयोजन 12 तारीख को होने जा रहा है। यह कार्यक्रम कायस्थ विकास परिषद के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। शोभायात्रा में भगवान श्री चित्रगुप्त की अद्भुत मूर्तियों को आकर्षक श्रृंगार के साथ निकाला जाएगा, जिससे श्रद्धालु अपनी भक्ति का प्रदर्शन कर सकेंगे।
कायस्थ विकास परिषद का योगदान
कायस्थ विकास परिषद इंडिया में कायस्थ समुदाय के विकास और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए कार्य कर रहा है। परिषद ने इस शोभायात्रा के आयोजन को लेकर कई महत्वपूर्ण तैयारियाँ की हैं। परिषद का मुख्य उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से समुदाय का आपसी बंधन और एकता को बढ़ावा देना है।
शोभायात्रा का मार्ग एवं टाइमिंग
इस शोभायात्रा का आयोजन सुबह 10 बजे से होगा और यह स्थानीय मंदिर से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई निर्धारित स्थान पर पहुंचेगी। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे समय पर पहुंचें और शोभायात्रा का हिस्सा बनें। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे भक्तों को मनोरंजन का भरपूर अनुभव मिलेगा।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएँ
कायस्थ विकास परिषद ने शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के आराम और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की हैं। मार्ग में चिकित्सा दलों की उपलब्धता, पानी और अन्य आवश्यक सेवाएँ उपलब्ध होंगी। इस प्रकार, श्रद्धालुओं को पूर्ण आराम के साथ भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा अर्चना करने का अवसर प्राप्त होगा।
इस शोभायात्रा में शामिल होकर आप भगवान श्री चित्रगुप्त को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित कर सकते हैं। यह एक अद्भुत अवसर है अपने समुदाय के लोगों के साथ मिलकर अपनी संस्कृति को जीवित रखने का।
News by indiatwoday.com
समापन और आगामी गतिविधियाँ
भगवान श्री चित्रगुप्त की शोभायात्रा के बाद, कायस्थ विकास परिषद विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों की योजना बना रहा है। इन गतिविधियों का उद्देश्य समुदाय के सदस्यों को एक साथ लाना और उनकी भलाई के लिए कार्य करना है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: भगवान श्री चित्रगुप्त शोभायात्रा 2023, कायस्थ विकास परिषद, भगवान चित्रगुप्त पूजा, भव्य शोभायात्रा का आयोजन, धार्मिक कार्यक्रम, श्रद्धालुओं की संख्या, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कायस्थ समुदाय संगठनों, शोभायात्रा की व्यवस्था, 12 तारीख का धार्मिक उत्सव
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