12 घंटे में रेल चोर गिरोह का पर्दाफाश:तीन शातिर अपराधी गिरफ्तार, डीएफसीसी ट्रैक से मोटर और तांबे के तार चुराते थे
बुलंदशहर में पुलिस ने रेलवे ट्रैक से सामान चोरी करने वाले एक खतरनाक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गुलावठी पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी गुलावठी के गांव भंवरा के रहने वाले हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुधीर उर्फ तोतला, फिरोज और सलमान के रूप में हुई है। इन्हें अकबरपुर रेलवे अंडरपास के पास से पकड़ा गया। आरोपियों के पास से चोरी की गई मोटर के पार्ट्स, तांबे के तार, मोटर कवर और चोरी में इस्तेमाल किए गए उपकरण बरामद हुए हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने 2 जनवरी 2025 को गुलावठी न्यू रेलवे स्टेशन के पास से प्वाइंट मशीन की मोटर और 10 नवंबर 2024 को मोटर व बॉक्स तार चोरी किए थे। इन चोरियों से रेल दुर्घटना का खतरा भी पैदा हो सकता था। पुलिस ने महज 12 घंटे में 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच कर मामले का खुलासा किया। आरोपियों का आपराधिक इतिहास 2015 से चल रहा है। सुधीर पर 5, फिरोज पर 4 और सलमान पर 2 मुकदमे गुलावठी कोतवाली में पहले से दर्ज हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से रेल संपत्ति की चोरी और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। यह गैंग रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ कर बड़ा हादसा होने की नींव भर देता है। गैंग रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ कर हजारों लोगों की जिंदगी भी दांव पर लगा देता है। गुलावठी में पिछले कुछ दिनों में ही इस गैंग ने जो काम किया, उससे रेलवे ही नहीं वरन सभी अधिकारियों की हवा निकल गई, क्योंकि गुलावठी में दो बार बड़े रेल हादसे होने से बचे हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में गुलावठी कोतवाल सुनीता मलिक, स्वाट टीम प्रभारी राहुल चौधरी, आरपीएफ टीम के महाप्रबंधक सुरक्षा आशीष मिश्रा अपनी-अपनी टीम के साथ शामिल रहे।

12 घंटे में रेल चोर गिरोह का पर्दाफाश: तीन शातिर अपराधी गिरफ्तार
हाल ही में एक सराहनीय पुलिस कार्रवाई के तहत, एक रेल चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जो डीएफसीसी ट्रैक से मोटर और तांबे के तार चुराने में सक्रिय थे। यह कार्रवाई केवल 12 घंटे के भीतर की गई, जिससे साबित होता है कि पुलिस इस तरह के अपराधों के प्रति कितनी गंभीर है।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
पुलिस ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गुप्त सूचना के आधार पर एक विशेष ऑपरेशन चलाया। पहले से ही संदिग्ध लिप्त रहे व्यक्तियों की पहचान के बाद, उन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन तेजी से किया गया। तीनों आरोपियों को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की गई, जिससे कई अहम जानकारी मिली।
डीएफसीसी ट्रैक पर चिंता का विषय
डीएफसीसी ट्रैक पर हो रहे इस तरह के चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे ट्रेन सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तांबे के तारों और मोटर्स की चोरी से रेल परिवहन में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे में, इस गिरोह का पकड़ा जाना एक महत्वपूर्ण कदम है।
आपराधिक गतिविधियों का प्रभाव
इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों से केवल रेलवे ही नहीं बल्कि आम जनता भी प्रभावित होती है। चोरी के मामलों में वृद्धि से सुरक्षा संबंधी चिंताएँ बनी रहती हैं। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से एक सकारात्मक संदेश जाता है कि अपराधियों को उनके किए गए अपराधों کی सजा मिलनी चाहिए।
इन तीनों आरोपियों का न्यायिक हिरासत में भेजा जाना सुनिश्चित करेगा कि अपराध की और जांच की जाए और सभी संभावित सहअपराधियों की खोज की जाए।
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निष्कर्ष
यह घटना दर्शाती है कि पुलिसिंग में तेज़ी और तत्परता से अपराधों को कम किया जा सकता है। उम्मीद है कि इस तरह की कार्रवाई से भविष्य में रेल चोरी के मामलों में कमी आएगी। Keywords: रेल चोर गिरोह, 12 घंटे में गिरफ्तारी, डीएफसीसी ट्रैक, शातिर अपराधी, मोटर चोरी, तांबा तार चोरी, पुलिस कार्रवाई, rail theft gang, arrest in 12 hours, DFFC track crimes, copper wire theft, criminal activities in railways, railway security issues, news in hindi, indiatwoday.com.
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